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टीकाकरण पर कब कितनी रकम हुई है खर्च, क्याद था बजट, अब तक के आंकड़े


नई दिल्ली, 17 जुलाई 2022 : देश में कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई ने नया मुकाम हासिल किया है। संक्रमण को रोकने के लिए सरकार की ओर से चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान में लोगों की दी गईं कोविड रोधी वैक्‍सीन के खुराकों की संख्या रविवार को 200 करोड़ डोज के आंकडे़ को पार कर गई। प्रधानमंत्री मोदी ने इस उपलब्धि को एतिहासिक करार दिया है। पीएम मोदी ने कहा- भारत ने फिर से इतिहास रच दिया है। कोविड रोधी वैक्‍सीन की 200 करोड़ खुराक के खास आंकड़े को पार करने के लिए सभी भारतीयों को बधाई। आइए जानें सरकार ने टीकाकरण के लिए कितना रखा था बजट और कब कब कितनी रकम हुई है खर्च...


§ वित्त वर्ष 2021-22 के आम बजट में कोविड रोधी टीकाकरण के लिए 35 हजार करोड़ रुपये का प्रस्ताव किया गया था।

§ वित्त वर्ष 2022-23 में 15-17 वर्ष के उम्र वर्ग के टीकाकरण और वरिष्ठ नागरिकों के लिए एहतियाती खुराक के लिए 5,000 करोड़ रुपये निर्धारित किए थे।

§ 20 दिसंबर 2021 तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नि:शुल्क आपूर्ति के लिए टीका खरीद पर 19,675.46 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे।

इस साल 5,000 करोड़ रुपये खर्च करने की थी योजना

आम बजट में सरकार ने एलान किया था कि वह वित्त वर्ष 2022-23 में कोविड रोधी टीकाकरण पर 5,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी। वित्त सचिव टीवी सोमनाथन ने बताया था कि उक्‍त राशि 15 से 17 आयु वर्ग के बच्चों को कोविड रोधी वैक्‍सीन लगाने और वरिष्ठ नागरिकों को एहतियाती खुराक पर खर्च की जाएगी।

§ एक आरटीआइ में दी गई जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार ने 28 जनवरी 2022 तक कोविड रोधी वैक्‍सीन पर कुल 28,436 करोड़ रुपये खर्च किए थे।

§ सरकार ने इस साल 28 जनवरी तक 23,644.54 करोड़ रुपये कोविशिल्ड की खरीद की खरीद के लिए एसआईआई को जारी किए।

§ सरकार ने 28 जनवरी 2022 तक 3,301.04 करोड़ रुपये कोवैक्सीन की खरीद के लिए भारत बायोटेक को भुगतान किया।

§ सरकार ने कार्बेवैक्स के लिए हैदराबाद स्थित वैक्सीन निर्माता बायोलाजिकल-ई को 1,500 करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान किया था।

सरकार ने दी थी यह दलील

§ वित्त वर्ष 2022-23 में टीकाकरण पर कम खर्च किए जाने की वजह पूछे जाने पर सोमनाथ ने कहा था कि पिछले बजट 2021-22 में पूरी वयस्क आबादी के टीकाकरण के लिए रकम का आवंटन हुआ था। इस साल 15 से 17 आयु वर्ग और वरिष्ठों को एहतियाती खुराक लगाई जानी है इसलिए इतनी रकम जारी की गई है।

खर्च बढ़ने का अनुमान

§ सरकार का कहना था कि यदि जरूरत पड़ी तो वह और रकम का आवंटन करेगी। चूंकि इस साल टीकाकरण का दायरा बढ़ गया है और सभी वयस्‍कों को मुफ्त प्रीकाशन डोज लगाई जा रही है इसलिए टीकाकरण पर खर्च भी बढ़ने का अनुमान है।

टीकाकरण के अहम पड़ाव

§ भारत में 16 जनवरी 2021 को कोरोना महामारी के खिलाफ दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई थी।

§ दो फरवरी 2021 से दूसरा चरण की शुरुआत हुई जिसमें फ्रंटलाइन वर्कर को टीकाकरण अभियान में शामिल किया गया था।

§ पहली मार्च 2021 से 60 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों और 45 साल से अधिक उम्र के गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों को टीका लगना शुरू हुआ।

§ एक अप्रैल, 2021 से 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोविड रोधी वैक्‍सीन लगाए जाने की शुरुआत हुई।

§ पहली मई, 2021 से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोविड रोधी वैक्‍सीन दी जानी शुरू हुई।

§ तीन जनवरी, 2022 से 15 से 18 वर्ष के किशोरों के टीकाकरण की शुरुआत हुई।

§ 10 जनवरी, 2022 से स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 60 साल से अधिक उम्र वालों को बूस्‍टर डोज दिए जाने की शुरुआत हुई।

टीकाकरण के प्रमुख सोपान

§ एक अप्रैल, 2021- कोविड रोधी वैक्‍सीन की 10 करोड़ डोज लगाई गई थी।

§ 25 जून, 2021- लोगों को कोविड रोधी वैक्‍सीन की 25 करोड़ डोज लगाई जा चुकी थी।

§ छह अगस्त, 2021- देश में टीकाकरण का आंकड़ा 50 करोड़ डोज को पार कर गया था।

§ 13 सितंबर, 2021- टीकाकरण में 75 करोड़ डोज लगाए जाने का आंकड़ा पार हुआ।

§ 21 अक्टूबर, 2021 को देश में 100 करोड़ डोज लगाए जाने का रिकार्ड कायम हुआ।

§ सात जनवरी, 2022- देश में 150 करोड़ डोज लगाए जाने का आंकड़ा पार हो गया था

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