लखनऊ के चौक में छात्रा पर एसिड फेंकने का मामला सामने आया है. घटना तब की है जब छात्रा नीट की काउंसलिंग के लिए अपने भाई के साथ जा रही थी. छात्रा को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है. छात्रा को बचाने में उसका भाई भी हताहत हुआ है. घटना चौक क्षेत्र के लोहिया पार्क के पास सुबह लगभग 8 बजे की है. छात्रा के पिता शरद तिवारी व्यापार मंडल के पदाधिकारी और चौक क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यापारी हैं. छात्रा चौपटिया दिलाराम बारादरी के पास रहती है.
जानकारी के मुताबिक चौक लोहिया पार्क के पास छात्रा ऑटो से उतरी थी. छात्रा बुधवार सुबह आठ बजे लोहिया पार्क के पास मौसेरे भाई के साथ खड़ी थी। इसी बीच एक युवक उसके पास पहुंचा और कुछ बातचीत की। युवक वहां से चला गया और चंद मिनटों बाद वापस लौटकर उस पर एसिड फेंक दिया। जैसे ही एसिड फेंका उसका भाई आगे आ गया जिससे उस पर भी एसिड पड़ गया।
एसिड अटैक करने वाला युवक हाथ में बैग लेकर आया था। परिजनों के मुताबिक पीड़िता को अभय वर्मा नाम के युवक ने कई बार कॉल किया है। उन्होंने बताया युवक से पुलिस पूछताछ कर रही है. मौके पर आला अधिकारी प्लास्टिक सर्जरी विभाग में मौजूद हैं. पुलिस सभी पहलू पर जांच में जुटी है.
घटना को लेकर डीसीपी पश्चिम लखनऊ ने दिया बयान
दुर्गेश कुमार डीसीपी पश्चिम लखनऊ ने घटना को लेकर बताया कि आज सुबह 7.45 के आसपास थाना सहादतगंज की रहने वाली एक युवती अपने भाई के साथ थाना चौक स्टेडियम के पास कहीं जाने के लिए खड़ी थी तभी एक अज्ञात युवक ने इन दोनों पर एसिड फेंका. जिसमें पीड़िता और उसके भाई को चोट आई हैं. दोनों को केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है, दोनों खतरे से बाहर हैं. संदिग्ध युवक की तलाश और गिरफ्तारी के लिए तीन टीम गठित की गई हैं. सीसीटीवी फुटेज के आधार जांच पड़ताल की जा रही है. जल्द ही युवक की गिरफ्तारी की जाएगी.
डीसीपी पश्चिम दुर्गेश कुमार ने बताया कि दोनों काफी दहशत में हैं। इलाज जारी है। स्थिति सामान्य होने पर उनसे बातचीत कर जानकारी ली जाएगी। दूसरी तरफ सीसीटीवी फुटेज की मदद से तफ्तीश शुरू की है। जल्द हमलावर पकड़े जाएंगे।
काली टीशर्ट पहने था एसिड फेंकने वाला आरोपी
हमलावर युवक काली टीशर्ट पहने हुए था। बताया जा रहा है कि आरोपी युवक जब छात्रा के पास पहुंचा और बातचीत करने का प्रयास किया तो उसने उसे भगा दिया। इसके बाद आरोपी ने छात्रा पर एसिड फेंक दिया।
क्या चुनावी नतीजों के बाद मनबढ़ दे रहे हैं सरकार को चुनौती
राजधानी में महिलाओं और बच्चियों के साथ बीते कई वर्षों से इस प्रकार की जघन्य घटना नहीं हुई। कम से कम लखनऊ में पुलिस की ढुलमुल सक्रियता के बावजूद अपराधियों और मनबढ़ शोहदों की हिम्मत इतनी नहीं खुल पाई जिस प्रकार की घटना बुधवार सुबह अंजाम दी गई।
एक प्रकार से यह घटना चुनावी नतीजों के बाद सरकार को भी असमाजिक तत्वों की तरफ से चुनौती है। घटना के बाद पुलिस सक्रियता क्या रंग लाती है ये देखना अभी बाकी है। साथ ही ये भी गौरतलब होगा कि पुलिस अपनी और सरकार की हनक को दी गई चुनौती का जवाब सिर्फ इस घटना के पटाक्षेप तक रखती है या अपना खोया रसूख वापस पाने के लिए भी कोई कदम उठाती है।
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