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एसी एक्सपर्ट देवव्रत आर्य की सलाह मानेंगे तो एयर कंडीशनर रहेगा दुरुस्त और बिजली का बिल हो जाएगा कम



कोरोना के इस दौर में जब लोग घर से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं लेकिन गर्मी के मौसम के चलते एयरकंडीशनर के साए में रहने पर मजबूर हैं। ऐसे में एसी जहां एक आम मिडिल क्लास के लिए लग्जरी न बनकर एक आवश्यक डिवाइस बन चुकी है। आए दिन एसी में होने वाली खराबी के चलते लोग एसी की मेटीनेंस के खर्च और बिजली के बढते बिल से बेहद परेशान दिखाई देते हैं। इसी को लेकर स्टेट टुडे ने एयर कंडीशनर की रिपेयरिंग के क्षेत्र में पिछले 25 साल से अधिक अनुभव रखने वाले एक्सपर्ट देवव्रत आर्य से बातचीत की।

देवव्रत आर्य का कहना है कि अगर लोग उनके बताए दिशानिर्देशों के अनुसार एसी की मेंटीनेस करें तो न केवल एसी का मेंटीनेंस का खर्च कम होगा बल्कि बिजली के बिल में आश्चर्यजनक रुप से कमी देखने को मिलेगी। स्टेट टुडे की टीम ने कुछ सवालों के माध्यम से उनसे एसी की मेंटीनेंस और बिजली की खपत को कम करने के लिए जो जानकारी ली वो सभी के बेहद काम आने वाली है। समझते है कि कैसे बेहतर तरीके से एसी की मेंटीनेंस करके बिजली की खपत कम करने के साथ ही एसी की लाइफ बढ़ाई जाए-

प्रश्न- एसी का बिल कम आए इसके लिए क्या करना चाहिए ?

देवव्रत आर्य का उत्तर –

कम बिल आने के लिए टेंपरेचर उतना रखे जितना कमफर्टेबल रहे। एसी को 26 या 27 डिग्री रखकर पंखा चलाएं और गर्मी के मौसम में हल्की चादर लें। ऐसा करने पर बिजली के बिल में हर महीने कम से कम 2000 रुपए की बचत होगी।


यदि एसी को 15 से 17 घंटे प्रतिदिन चलाए तो इस कंडीशन में लगभग 6 से 7 यूनिट प्रतिदिन का खर्च आएगा। यदि आप 22 डिग्री चलाते हैं और साथ में पंखा नहीं चलाते तो कम से कम बिल 3500 बिल आएगा। जबकि 26 से 27 डिग्री तापमान में चलाने पर बिल 1700 से 1800 रुपए महीना आएगा। इस कंडीशन में तकरीबन 15 से 20 यूनिट के बीच खर्च प्रतिदिन आएगा।


प्रश्न- एसी की सर्विस कब करानी चाहिए और इसके साथ क्या और उपाय करने चाहिए ?


देवव्रत आर्य का उत्तर –

एसी की मेंटीनेंस के लिए हर 15 दिन में उसके फिल्टर साफ करते रहें और साल में दो बार उसकी सर्विस अवश्य कराएं। अगर महीनों की बात की जाए तो अप्रैल मे जब गर्मी की शुरुआत होती है और इसके बाद जुलाई अगस्त में करानी चाहिए। सर्विस कराने से भी एसी की मेंटीनेंस करने से बिजली का बिल कम रहता है।


प्रश्न- जिन लोगों का घर नाले के पास होता है वहां अक्सर ही एसी से गैस निकलने की बात सामने आती है, इसकी रोकथाम के लिए क्या करें ?


देवव्रत आर्य का उत्तर –

जिन लोगों का घर नाले के पास है वो सर्विसिंग के साथ दोनों क्वायल्स में पालिश कोटिंग कराएं जिससे डैमेश होने के 50 प्रतिशत चांस कम हो जाते हैं। इसके साथ ही अगर आपके घर पर वोल्टेज 190 से 260 वोल्ट के बीच आते हैं तो आपको एसी में किसी स्टेबलाइजर लगाने की कोई आवश्यकता नहीं है। अगर आपके घर में वोल्टेज अगर लो है या अधिक है तो ऐसी स्थिति में ही आपको स्टेबलाइजर की आवश्यकता है। बिना आवश्यकता के स्टेबलाइजर भी अधिक बिजली का खर्चा करता है। इसके साथ ही जिस कमरे में एसी लगा हुआ है उसकी खिड़की दरवाजें बाहर न खोले और दरवाजे में डोर क्लोजर लगाएं।अक्सर घर में छोटे बच्चे होने पर वो दरवाजा बार बार खोलते हैं तो ऐसे में एसी की कूलिंग बाहर निकलने से बिजली की खपत अधिक होती है।


अगर किसी दुकान या आफिस में लगा है तो उसके दरवाजे के शटर के पास प्लास्टिक का पारदर्शी पर्दा लगाएं जिससे कूलिंग खराब न हो और शटर के पास एक एयर कटर लगाएं जो हवा को बाहर नहीं जाने देता। गैस कम होने पर एसी को न चलाएं क्योंकि ऐसी स्थिति में अगर आपको कूलिंग कम मिलेगी और बिजली पूरी खर्च होगी। ऐसे में जब भी एसी की कूलिंग कम हो ये इस बात का अंदेशा है कि एसी की गैस पहले की तुलना में कम हो गई है।


टीम स्टेट टुडे



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