लखनऊ, 17 अप्रैल 2022 : बसपा सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को पूर्व मंत्री नकुल दुबे को बाहर का रास्ता दिखा दिया। बसपा सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने यह जानकारी ट्विटर पर साझा करते हुए और कहा कि अनुशासनहीनता अपनाने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण ही नकुल दुबे को पार्टी से निष्काषित किया गया है। उधर, नकुल दुबे ने कहा कि पार्टी में किसे रखना है और किसे नहीं रखना है, यह नेतृत्व का ही निर्णय होता है लेकिन उन्होंने कहा कि शनिवार दोपहर को ही उन्होंने पार्टी को अपना त्याग पत्र भेज दिया था।
वहीं पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने अभी अपने पत्ते तो नहीं खोले हैं कि वह किस दल में जाएंगे, लेकिन इतना जरूर कहा कि वह अपने सभी लोगों के साथ बैठक कर आगे के रणनीति पर चर्चा करेंगे। वह राजनीतिक दल में ही रहेंगे, लेकिन किस दल में यह नहीं बताया। उन्होंने बस इतना ही कहा कि आगे के निर्णय की जानकारी आगे ही मिल पाएगी। नकुल दुबे का कहना था कि वह बहुजन समाजवादी पार्टी में पूरी तरह से सक्रिय थे और विधानसभा चुनाव में गाजियाबाद, नोएडा, गाजीपुर बलिया समेत कई जिलों में बसपा उम्मीदवारों का प्रचार करने भी गए थे।
नकुल दुबे का बसपा में दबदबा था : बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्र के खास नकुल दुबे को बसपा ने 2007 के विधानसभा चुनार में महोना सीट से उतारा था। उस पर बसपा-दलित गठबंधन से मायावती सरकार बनी थी और नकुल दुबे भी अपनी सीट जीत गए थे। उन्हें नगर विकास जैसा बड़ा विभाग भी दिया गया था, लेकिन 2012 और 2017 के चुनाव में वह हार गए थे। तब परिसीमन के बाद उन्हें बक्शी का तालाब सीट से चुनाव लडऩा पड़ा था।
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