वाराणसी, 30 नवंबर 2022 : ज्ञानवापी प्रकरण से जुड़े विभिन्न अदालतों में लंबित सात अलग - अलग दावों (मुकदमों) की जिला जज की अदालत में सुनवाई करने की अपील पर अग्रिम सुनवाई के लिए पांच दिसंबर की तिथि मुकर्रर की गई। जिला जज डा.अजय कृष्ण विश्वेश ने दावों की प्रति प्रतिवादी पक्ष को देने का आदेश दिया है।
ज्ञानवापी प्रकरण में नब्बे के दशक और पूर्व के वाद के साथ ही अब श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन पूजन को लेकर सर्वे के परिणाम आने के बाद विभिन्न संगठनों और व्यक्तियों के द्वारा ज्ञानवापी परिसर को हिंदुओं को सौंपने को लेकर मांग की जा रही है। इस संदर्भ में अदालत में ज्ञानवापी से ही जुड़े आधा दर्जन से अधिक मामले होने की वजह से अब अदालत इन मामलों को एक साथ सुनने की प्रक्रिया को लेकर सुनवाई करने जा रही है। अदालत का आदेश अगर सभी प्रमुख वाद को लेकर सामने आया तो एक ही अदालत में इन सभी मामलों को सुना जाएगा।
वाराणसी ज्ञानवापी से जुड़े मामलों को एक ही अदालत में सुनने की मांग
पूर्व में सुप्रीम कोर्ट में भी इस आशय की चर्चा होने के बाद से ही संभावना जताई जा रही थी कि वाराणसी में ज्ञानवापी प्रकरसा से संबद्ध सभी मामलों को एक साथ सुना जाए। क्योंकि, एक ही प्रकृति और मांग के संदर्भ में कई व्यक्तियों और संस्थाओं की ओर से अदालत से मांग की गई है। ऐसे में अलग अलग अदालतों में प्रकरण की अलग अलग सुनवाई होने से अदालत के सामने भी चुनौती आ गई थी। अब सभी वाद एक साथ मर्ज किए जाने को लेकर आदेश आने के बाद एक ही अदालत आपस में संबंधित सभी मामलों को सुनेगी।
अदालत में एक जैसे मामलों के होने की वजह से अलग अलग अदालतों में केस चुनौती बने हुए थे। अब प्रकरण को एक साथ मर्ज करने के बाद अदालत को भी सहूलियत होगी। हालांकि, हिंदू पक्ष में इस बात पर एकमत न होने से पूर्व में भी आपसी तालमेल में बिखराव सामने आ चुका है। लिहाजा अदालत बुधवार की दोपहर दो बजे के बाद इस मामले में पहली बार सुनवाई करने जा रही है। इसके बाद कोर्ट का आदेश आने के बाद सभी मामलों को मर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
ज्ञानवापी मस्जिद प्रकरण से जुड़े विभिन्न अदालतों में लंबित लगभग सात अलग अलग प्रकार के प्रकरण से संबंधित दावों की सुनवाई जिला जज की अदालत में चलने को लेकर की गई अपील पर आज बुधवार को दोपहर बाद सुनवाई होने जा रही है। पक्षकार अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी की ओर से जिला जज की अदालत में प्रार्थना पत्र दिए जाने के बाद अब अदालत में सुनवाई की प्रक्रिया शुरू हो रही है।
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