लखनऊ, 26 सितंबर 2022 : पापुलर फ्रंट आफ (पीएफआइ) का प्रदेश अध्यक्षमोहम्मद वसीम औरसोशल डेमोक्रेटिक पार्टीआफ इंडिया (एसडीपीआइ) नेता अहमद बेगधर्म नगरी अयोध्याऔर काशी मेंउपद्रव की साजिशरच रहे थे।जांच में लगीएनआइए और एटीएसको दोनों केपास से बरामदमोबाइल और लैपटापमें इसके साक्षयमिले हैं। इसकेअलावा इनकी मेलआइडी को जबडिकोड किया गयातो उसमें कईऔर चौंकाने वालेराज सामने आएहैं। जिसके बादलोकल इंटेलीजेंस कीविंग और खुफियाएजेंसियां अलर्ट हो गईहैं। पीएफआइ औरएसडीपीआइ से जुड़ेसंगठनों के लोगोंकी तलाश औरतेजी से शुरूहो गई है, जिसके बाद इससेजुड़े लोग अंडरग्राउंडहो गए हैं।
एसडीपीआइ प्रमुख नेकहा था राममंदिर को करेंगेविध्वंस
बीते सालअगस्त में अयोध्याराम मंदिर मेंभूमि पूजन केदौरान एसडीपीआइ प्रमुखएमके फैजी नेकहा था किवह अयोध्या राममंदिर का विध्वंसकर वहां परपुन: मस्जिद बनवाएंगे।इसके साक्ष्य एसटीएफद्वारा मक्कागंज से गिरफ्तारकिए गए अहमदबेग के मोबाइलपर मिले हैं।उसने वाट्सएप ग्रुपपर भी यहबात शेयर कीथी।
श्रृंगार गौरी केपूजन पर भीकी थी अभद्रटिप्पणी
उधर, काशीमें ज्ञानवापी मस्जिदमें श्रृंगार गौरीके पूजन कोलेकर भी अभद्रटिप्पणी की थी।पीएफआइ और एसडीपीआइसे जुड़े लोगदोनों धर्म नगरीमें उपद्रव कीसाजिश रच रहेथे। इनके वाट्सएपग्रुप में तमामआपत्तिजनक टिप्पणी और तथ्यखुफिया एजेंसियों के हाथलगे हैं।
अंडरग्राउंड हुए पीएफआइऔर एसडीपीआइ सेजुड़े लोग
खुफिया एजेंसियों केद्वारा की गईताबड़तोड़ कार्रवाई के बादपीएफआइ और एसडीपीआइसे जुड़े लोगअंडरग्राउंड हो गएहैं। दिसंबर 2019 मेंहुए एनआरसी-सीएएको लेकर उपद्रवके दौरान लखनऊपुलिस ने पीएफआइसे जुड़े 150 लोगोंको चिंहित करसूचीबद्ध किया था।अब इनकी संख्याहजारों में होगई है। लगातारहो रही कार्रवाईके बाद तमामलोग गायब होगए हैं।
コメント