स्टेट टुडे टीवी लगातार ऐसे रामभक्तों की कहानी कहता आया है जो नब्बे के दशक में राममंदिर आंदोलन में शामिल रहे। आंदोलन में महिला शक्ति दुर्गावाहिनी की अग्रणी भूमिका रही।
दुर्गावाहिनी की लखनऊ महानगर संयोजिका पूनम त्रिवेदी ने आंदोलन के समय साध्वी ऋतांभरा जी, अशोक सिंघल जी सहित उस नेतृत्व के ऐसे किस्से साझा किये जिनसे अब तक लोग अनजान रहे। आप भी देखिए आंदोलन की कहानी - पूनम त्रिवेदी की जुबानी -
इसमें कोई दोमत नहीं कि पांच सौ साल की अनवरत तपस्या के बाद अयोध्या में जो भव्य राममंदिर बना और जिस प्रकार रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई उसे भी स्वयं प्रभु राम ने ही रच रखा था। परंतु, अपनी आंखों से इस अविस्मरणीय घटना को देखने का ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व है। इस कालखंड में जो इस पूर्णाहुति के नायक बने उन्हें भी प्रभु राम की प्रेरणा थी। कैसे ? जानिए कारसेविका पूनम त्रिवेदी से -
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