google.com, pub-3470501544538190, DIRECT, f08c47fec0942fa0
top of page
Writer's picturestatetodaytv

Bjp Government को खुली चारागाह समझने वाले अधिकारियों ने बढ़ाई CM Yogi Adiyanath की चिंता, अफसरों को निर्देश के साथ कसे गए पेंच



अफसरों को निर्देश

फरियादियों की सुनिये, संवाद और यथोचित कार्रवाई कीजिये

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर किया 'जनता दर्शन'

पुलिस, कब्जा, स्थानांतरण समेत कई मुद्दों को लेकर आए पीड़ित, सीएम ने कार्रवाई का दिया आश्वासन


लखनऊ, 12 जुलाई: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर 'जनता दर्शन' किया। पीड़ितों ने पुलिस, कब्जा, स्थानांतरण आदि मुद्दों को लेकर सीएम से अपनी वेदना रखी, जिस पर सीएम ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि फरियादियों की सुनिये, फिर संवाद कर यथोचित कार्रवाई कीजिये। हर उचित मामलों में पीड़ित की संतुष्टि जरूरी है।


जन-जन की सुरक्षा, समृद्धि एवं खुशहाली की भावना के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर 'जनता दर्शन' कार्यक्रम में विभिन्न जनपदों से आए सैकड़ों लोगों की समस्याएं सुनीं। एक शिक्षक ने अपनी निजी परेशानी को बताते हुए स्थानांतरण का आग्रह किया, जिस पर उनके आवेदन को कार्रवाई के लिए शिक्षा निदेशालय भेज दिया गया। वहीं मृतक आश्रित कोटे से नौकरी का प्रार्थना पत्र लेकर भी एक फरियादी पहुंचे, जिस पर मुख्यमंत्री ने अफसरों को इसे सम्बंधित विभाग में भेजकर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रत्येक पीड़ित के पास पहुंचे। उनकी शिकायत सुनी और प्रार्थना पत्र लेकर अफसरों को आगे की कार्रवाई के लियेबकहा। इस दौरान पुलिस और जमीन कब्जे से जुड़े मामले भी आये, जिस पर मुख्यमंत्री ने सम्बंधित जिलों के अफसरों को इस पर कार्रवाई का निर्देश दिया।


गौरतलब है कि नियम सम्मत काम कराने की आदी बीजेपी सरकार को अधिकारी अक्सर खुली चारागाह समझते हैं और मुख्यमंत्री की ओर से दी गई कार्य करने की स्वतंत्रता की आड़ में जम कर दोहन करते हैं। अपनी ही सरकार से ऊबा बीजेपी संगठन किस कदर निष्क्रिय हुआ है इसका परिणाम लोकसभा चुनाव के नतीजों में भी दिखा है।


भले ही केंद्र और राज्य की खटपट के बीच अधिकारी और सांगठनिक खेमे अपना अपना तराजू लिए हों लेकिन इसका फायदा उत्तर प्रदेश का प्रशासनिक तंत्र उठाने में नहीं चूक रहा। गंभीर मामले तो छोड़िए छोटे छोटे काम भी नहीं हो रहे हैं। ऐसे बढ़ते प्रकरणों से मुख्यमंत्री की चिंता भी बढ़ी है।


Comments


bottom of page
google.com, pub-3470501544538190, DIRECT, f08c47fec0942fa0