आगामी चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने एड़ी चोट का ज़ोर लगाना शुरू कर दिया है, जिसके चलते बसपा सुप्रीमों व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रिजर्व सीटों के पदाधिकारियों संग बैठक की। जिसमें खास तौर पर मुस्लिम व जाट समाज के पदाधिकारियों को आगामी विधानसभा चुनाव में बहजन समाज पार्टी को 2007 की तर्ज पर पूर्ण बहुमत से सत्ता में लाने के विषय पर बैठक की साथ ही आगामी चुनाव को लेकर पदाधिकारियों को निर्देश भी जारी किये गए। प्रदेश की भाजपा सरकार से मुस्लिम समाज भी काफी दुखी नजर आ रहा है। क्योंकि मुस्लिम समाज को फ़र्ज़ी मुकदमों में फसाकर उत्पीड़न किया जा रहा है।
साथ ही नए-नए कानूनों के तहत दहशत पैदा की जा रही है,मुस्लिमों के प्रति भाजपा का सौतेला रवैया साफ़ नजर आता है,वहीँ जबकि बसपा की सरकार में मुस्लिम समाज की तरक्की के साथ-साथ इनकी जान माल की हिफाजत की गई है। साथ ही जाट समाज के लोगों की तरक्की का भी बसपा सरकार में पूरा ध्यान रखा गया है।
बसपा की सरकार उत्तर प्रदेश में बनने पर मुस्लिम व जाट सभी वर्ग का ध्यान रखा जायेगा।
इस बार उत्तर प्रदेश में अगर बीएसपी की सरकार आती है तो मुस्लिम,जाट,ओबीसी सभी समाज के लोगों का पूर्ण ध्यान रखा जाएगा जैसे पहले बीएसपी सरकार में रखा गया था।
आज खास तौर पर जाट समाज और मुस्लिम समाज के जो पदाधिकारी हैं उनकी मीटिंग बुलाई गई है क्योंकि ब्राह्मण समाज की मीटिंग हम पहले ही कर चुके हैं। बैठक में रिजर्व सीट के पदाधिकारियों को बुलाया गया है।
बसपा सुप्रीमों मायावती ने कहा मैं पहले भी कई बार कह चुकी हूं आज फिर इस बात को दोहराती हूं कि बहुजन समाज पार्टी उत्तर प्रदेश की 403 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी और हमें पूरा भरोसा है कि हमारी पार्टी सन 2007 की तरह पूर्ण बहुमत से सत्ता में आएगी। क्योंकि हमारा गठबंधन प्रदेश की जनता के साथ हो चुका है। राजसभा के जो 12 सांसदों को निलंबित किया गया है वह पिछले सत्र में किया गया था। यह शीतकालीन सत्र चल रहा है और मुझे लगता है कि सरकार को उन 12 सांसदों से बात करके समस्या का हल निकालना चाहिए ताकि राजसभा आराम से सुचारु रुप से चल सके।
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