बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती के निर्देशानुसार बसपा राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्र के नेतृत्व में एक दिवसीय कार्यकर्त्ता सम्मलेन का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस सम्मलेन में बिल्हौर, सफीपुर एवं मोहान विधानसभा चुनाव की आरक्षित सीटों पर कार्यकर्ताओं,पदाधिकारियों के साथ विचार विमर्श किया गया। सतीश चंद्र मिश्रा ने जनता को सम्बोधित किया। उनके साथ बिल्लौर से बसपा प्रत्याशी मधु गौतम, मोहान विधानसभा प्रभारी एवं प्रत्याशी विनय चौधरी, विधानसभा सफीपुर प्रभारी प्रत्याशी राजेंद्र गौतम ,पूर्व मंत्री नकुल दुबे ,देवी प्रसाद तिवारी (नगर अध्यक्ष) ,विनय कश्यप सेक्टर संयोजक लखनऊ, मंडलअध्यक्ष राकेश कुमार गौतम, सेक्टर संयोजक लखनऊ मंडल डॉ विनोद भारती, मुख्य सेक्टर प्रभारी लखनऊ मंडल मिथिलेश पंकज,जिलाध्यक्ष उन्नाव अन्य पदाधिकारी मंच पर मौजद रहे।
सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि NSA जैसे गंभीर कानून को मजाक बना दिया गया है। जिसपर चाहे रहे उसपर लगा दे रहे हैं।
परीक्षा के नाम पर फॉर्म बेचते हैं करोड़ों रुपए इकट्ठा करते हैं पेपर रद्द करते हैं और वहीं पैसा अपने चुनाव में इस्तेमाल करते हैं।
पेपर लीक की खबर बाहर आ गई अन्यथा सत्ता में बैठे मठाधीशों ने अपने लोगों को नौकरियां देने का पूरी तैयार कर ली थी और मेहनतकश और योग्य युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का भाजपा सरकार ने पुरा मन बना लिया था।
सतीश मिश्र ने कहा कि मथुरा का समग्र विकास बहन जी के शासनकाल में किया गया था। इन्ही के एक सांसद ने मुझसे कहा था कि मिश्राजी आपकी सरकार में तो मथुरा चमक गया है। इनकी आदत हो गई है बहन जी द्वारा किये गए विकास कार्यों पर मोहर लगाने की।
हमको मथुरा आते देखे हमारे पीछे-पीछे ये भी आने लगे। 5 सालों से भगवान श्री कृष्ण की याद नहीं आई।
भगवान के नाम पर ही राजनीति करना जानती है भाजपा सरकार। पहले राम मंदिर मुद्दा बनाया अब मथुरा मुद्दा बना रहे।
राम मंदिर निर्माण के लिए इनके पास पैसे नहीं है लेकिन अपने लोगों के लिए संसद भवन,बंगले और उसमें दी जाने वाली सारी सुख- सुविधाओं के लिए पैसे हैं।
भाजपा वाले जनता को डराते हैं,धमकाते हैं, प्रताड़ित करते हैं और बुलडोजर चलवाते हैं। ये विकास नही बस विनाश करना जानते हैं।
तीन काले कानून के जरिए सरकार किसानों की जमीन हड़पने चाहती थी।
700 किसान मर गए उस पर कोई बात नहीं हुई। सभी पर मुकदमे लादे गए उसको वापस लेने की कोई बात नहीं हो रही। एमएसपी पर कोई बात नहीं हो रही।
डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग कंपनी को बेच दिया।रेलवे को बेच दिया। तेल बनाने वाली कंपनी को बेच दिया।
कोरोना काल में महिलाएं,बच्चे भूखे पेट पैदल चलते रहे लेकिन यह सरकार उनके लिए बस गाड़ी और ट्रेन की सुविधा नहीं कर पाई।
जनता की परेशानियों के लिए इनके पास पैसे नहीं लेकिन अपने विज्ञापन छपवाने के लिए इनके पास अरबों रुपए है।
बच्चों को सड़ा खाना खिलाया जा रहा है सरकारी विद्यालयों में शौचालय की व्यवस्था एकदम जर्जर है।
कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता को गोरखपुर में पुलिस वालों ने होटल में घुसकर मार दिया आईपीएस अधिकारी व्यापारियों से फिरौती लेते हैं। पुलिस अधिकारी व्यापारी मनीष गुप्ता की विधवा को धमका रहे थे की केस वापस ले लो।
वित्तविहीन शिक्षकों का वोट लेकर उनको धोखा दिया फिर जब वह अपनी मांग मांगने लगे तो उनके ऊपर लाठियां चलवाकर उनका सिर्फ फोड़वाने का काम किया।
आज उत्तर प्रदेश में जिस तरह का माहौल है वह समाजवादी शासन काल की याद दिलाता है। सपा में भी दंगे,फसाद,मारपीट,अपराध ,लूट-बलात्कार आए दिन होते थे।
बहन मायावती जी के शासनकाल की नक़ल करना चाहती है भाजपा और सपा लेकिन वो इस जन्म में बहन जी के शासनकाल की तरह अपना शासन नहीं चला पाएंगे । बहन जी के कार्यकाल में एक भी दंगे-फसाद नहीं हुए।अपराधी प्रदेश छोड़कर चुपचाप जा चुके थे।
दलित,शोषित,वंचित,अल्पसंख्यक और ब्राह्मण समाज बहन जी के कार्यकाल में अपने आप को सुरक्षित महसूस करता है।
टीम स्टेट टुडे
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