लखनऊ, 22 फरवरी 2023 : योगी सरकार आज विधानमंडल में वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट पेश करेगी। वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना सुबह 11 बजे विधान सभा में बजट प्रस्तुत करेंगे। गुरुवार सुबह 9.30 बजे मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर होने वाली कैबिनेट बैठक में बजट को मंजूरी मिल गई है। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह दूसरा बजट होगा। वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट का अनुमानित आकार लगभग सात लाख करोड़ रुपये हो सकता है। राज्य सरकार का पिछले वर्ष का मूल बजट 6.15 लाख करोड़ रुपये और अनुपूरक बजट 33,769 करोड़ रुपये का था।
वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में हो सकती है ये घोषणा
बजट में युवाओं के लिए कई घोषणाएं हो सकती हैं। रोजगार की संभावनाएं बढ़ाने के उद्देश्य से डिप्लोमा और स्नातक डिग्रीधारकों के लिए मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना का एलान हो सकता है।
प्रदेश के तीन असेवित मंडलों-मुरादाबाद, देवीपाटन और मीरजापुर में राज्य विश्वविद्यालयों की स्थापना के लिए 50-50 करोड़ रुपये दिए जा सकते हैं।
टाटा टेक्नोलाजीस के सहयोग से प्रदेश के 150 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के उच्चीकरण के लिए 940 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की जा सकती है।
युवाओं को स्मार्टफोन और टैबलेट देने के लिए भी बजट में प्रविधान किया जाएगा।
लोगों को बेहतर रोड कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने पर है। बजट में सड़कों, सेतुओं, उपरिगामी सेतुओं के निर्माण और रखरखाव के लिए सरकार बड़ी धनराशि का इंतजाम कर दरियादिली दिखाएगी।
बुंदेलखंड में लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण की बजट में घोषणा हो सकती है।
प्रदेश में एमबीबीएस और एमडी पाठ्यक्रमों की सीटें बढ़ाने तथा लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सरकार एक जिला-एक मेडिकल कालेज की थीम पर भी काम कर रही है। बजट में इसके लिए भी भरपूर धनराशि की व्यवस्था की जा सकती है।
उप्र को दवाओं के उत्पादन का हब बनाने की कोशिश में जुटी योगी सरकार फार्मास्यूटिकल सेक्टर को आकर्षक बनाने के लिए बजट में नई घोषणा कर सकती है। राज्य सरकार बुंदेलखंड में फार्मा पार्क विकसित करने की योजना बना रही है।
नगरीय इलाकों में पेयजल आपूर्ति, सीवरेज, वाटर बाडीज के पुनरोद्धार के लिए संचालित की जा रही अमृत 2.0 योजना तथा शहरों को कचरामुक्त बनाने के लिए लागू स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0 के लिए भी सरकार मोटी रकम आवंटित करेगी। प्रधानमंत्री आवास योजना और जल जीवन मिशन के लिए भी इंतजाम होगा।
बजट में आजमगढ़ और उसके आसपास लोक कलाओं और लोक संस्कृति को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से भी बजट में घोषणा हो सकती है। आजमगढ़ का हरिहरपुर गांव शास्त्रीय संगीत की विरासत को संजोने के लिए विख्यात है। इस गांव के कायाकल्प और इसे सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए सरकार बजट आवंटन कर सकती है।
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