इशारों में कही गई बात राजनीति में बहुत मायने रखती है। फिर वही बात अगर मुंह खोल कर सार्वजनिक रुप से कह दी जाए तो मतलब पानी गले से ऊपर जा चुका है।
चुनावी मुहाने पर खड़े उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी जिस दम-खम के साथ डेढ़ दशक बाद सत्ता में लौटी थी उसने बड़े बड़ों के होश फाख्ता कर दिए।
योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री का पद देकर भारतीय जनता पार्टी ने जो प्रयोग किया सीएम योगी उस पर शत-प्रतिशत खरे उतरे। एक सन्यासी जिसने जनसेवा का ही योगव्रत लिया हो उनकी लोकप्रियता किसी से छिपी नहीं।
सिर्फ सीएम योगी ही नहीं उनके दाएं-बाएं उनके दोनों उपमुख्यमंत्रियो डा.दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य ने भी सरकार के काम काज की लोकप्रिय छवि के लिए दिन-रात एक कर दिया। पूरे साढ़े चार साल तक सीएम योगी ने अपने किसी भी मंत्री को पथभ्रष्ट नहीं होने दिया।
दूसरी तरफ प्रदेश संगठन की बागडोर मिलने के बाद योगी सरकार में परिवहन मंत्री रहे स्वतंत्र देव सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के भीतरी ढांचे को मजबूती से संभाले रखा। खुद प्रदेश पार्टी अध्यक्ष स्वतंत्र देव भी ये जानते हैं कि वो वर्तमान में जिस विरासत को संभालें हैं उसे खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे और वर्तमान में भारत के गृहमंत्री भाई अमित शाह ने यूपी के प्रभारी रहते 2012-13 में खड़ा किया है।
यूपी सरकार के कामकाम पर भले कोई सवाल ना उठे और पार्टी संगठन भी मूल्यों के अनुकूल दिखे बावजूद इसके उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह बखूबी समझ रहे हैं कि पार्टी के नेताओं से कहां चूक हो रही है।
सरकार बनने के बाद बीजेपी के नेता काम नहीं करा पाते ये जनधारणा पार्टी की बड़ी समस्या है। सिर्फ इतना ही नहीं पार्टी के नेता और यहां तक कि कई बार मंत्री भी जनता के बीच से ऐसे गायब होते हैं जैसे वहां पार्टी का वजूद ही नहीं हो। फिर भी वर्तमान योगी सरकार में पारदर्शी व्यवस्थाओं के चलते व्यक्तिगत प्रयास से भी जनता के कई छोटे-बड़े काम सिस्टम के अधीन ही हो गए। लेकिन ये तो सब जानते हैं कि शानदार सरकार बेहद शानदार सिस्टम बनाने के बावजूद उस सिस्टम के दम पर चुनाव नहीं जीत सकती। इसलिए मुख्यमंत्री के साथ साथ पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने अपने नेताओं को आगाह किया है कि वो समय रहते स्थानीय समीकरण सहीं कर लें वर्ना पार्टी समय आने पर बड़े फैसलों से हिचकेगी नहीं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सांसदों और विधायकों को सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के घर-घर जाने का लक्ष्य दिया है। सीएम योगी ने कहा है कि बीते साढ़े चार वर्षों में वंचित तबका सरकार की नीतियों के केंद्र में रहा है। बाढ़ हो या कोरोना, लोगों को लगा कि भाजपा सरकार और पार्टी कार्यकर्ता उनके परिवार का हिस्सा है। लोगों के मन में शासन के प्रति एक विश्वास का सृजन हुआ है। हर तबका उत्साहित है। यही उत्साह और विश्वास हमारी पूंजी है। सरकार की कोशिशों से करोड़ों लोगों के जीवन में बदलाव आया है। हमें उन तक अपनी पहुंच बनानी होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को गोरक्ष व काशी प्रांत के भाजपा सांसदों, विधायकों और जिलाध्यक्षों के साथ विकास परियोजनाओं के संबंध में विमर्श कर रहे थे। मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित इस कार्यक्रम में भाजपा के यूपी चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल और दोनों उपमुख्यमंत्री भी मौजूद रहे।
केंद्रीय मंत्री और भाजपा के यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने जनप्रतिनिधियों को तथ्य और तर्क के साथ जनता के बीच जाने का मंत्र दिया।
2022 विधानसभा चुनाव की चर्चा करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि भाजपा विचारधारा आधारित पार्टी है। कुछ समाजविरोधी ताकतें हमें तोड़ने और बदनाम करने में लगे हैं। पूरे देश की निगाह उत्तर प्रदेश पर है। लोग प्रदेश को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं। हमारी छोटी-छोटी बातों को भी लोग बड़ा बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इसलिए हमें एकजुटता बनाए रखनी होगी। उन्होंने कहा कि सांसद विधायकों के अभिभावक की भूमिका में रहें। जिलाध्यक्ष और विधायकों का मार्गदर्शन करते रहें। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि यदि आंकड़ों में देखा जाए तो लगभग हर योजना के लाभार्थियों में से 30 से 40 फीसद अल्पसंख्यक समाज से हैं।
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में किसानों को जीप और एसयूवी से कुचलने जाने को लेकर मचे हंगामे के बीच भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को नसीहत दी है। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि नेतागीरी का मतलब किसी को फॉर्च्यूनर से कुचलना नहीं है। वह रविवार को लखनऊ में अल्पसंख्यक मोर्चे की कार्यसमिति को संबोधित कर रहे थे।
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कार्यकर्ताओं को कामकाज और व्यवहार को लेकर कई तरह की नसीहतें दीं। उन्होंने कहा कि नेतागीरी का मतलब जान लें कि आप किसी को लूटने नहीं आए हैं, फार्च्यूनर से किसी को कुचलने नहीं आए हैं। आपके व्यवहार की वजह से ही आपको वोट मिलेगा। जिस मोहल्ले में आप रहते हैं, वहां 10 लोग आपकी तारीफ करते हैं, तो मेरा सीना चौड़ा हो जाएगा। यह न हो कि आपके मोहल्ले के लोग ही आपकी शक्ल न देख पाएं।
भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने सांसदों-विधायकों को एक-एक कार्यकर्ता और मतदाता तक सीधा संपर्क करने को कहा। उन्होंने बताया कि दिसंबर तक डेढ़ करोड़ नए लोगों को भाजपा परिवार का हिस्सा बनाने का लक्ष्य है। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में सभी सांसदों, विधायकों, मोर्चा, प्रकोष्ठों की सहभागिता होनी जरूरी है। पार्टी के 'पन्ना प्रमुख' अभियान की चर्चा करते हुए सुनील बंसल ने बूथ समितियों की सूची अपडेट हो रही है।
टीम स्टेट टुडे
Comments