कोरोना संक्रमण के गिरते ग्राफ के बीच प्रदेश की योगी सरकार लोगों को संबल देने में जुट गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा एलान करते हुए कहा है कि कोविड संक्रमण के कारण ड्यूटी के दौरान जिन राज्य कर्मचारियों की मृत्यु हुई है उनके परिजनों को पूरा सहयोग किया जाएगा। इस संबंध में उन्होंने आदेश भी जारी कर दिए हैं।
संबंधित परिवार के प्रति पूरी संवेदनशीलता और सहानुभूति के साथ सहयोग किया जाएगा। उन्होंने अफसरों को आदेश देते हुए कहा है कि अनुग्रह राशि, मृतक आश्रित की नियुक्ति सहित अन्य प्रक्रियाएं तत्काल पूरी की जाएं। इससे जुड़ी कोई भी फाइल लंबित न हो। उन्होंने निर्देश दिया कि मुख्य सचिव द्वारा इस सम्बंध में तत्काल आदेश जारी किए जाएं।
इस बीच राज्य के शिक्षक व कर्मचारी संघों ने अफसरों पर मृत हुए शिक्षकों व कर्मचारियों की संख्या में गड़बड़ी करने के आरोप लगाए हैं और अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को कोरोना वायरस की समीक्षा बैठक में आम लोगों से जुड़े आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी वरिष्ठ अधिकारी अपने कार्यालयों में बैठना शुरू करें। वहीं से सारे काम निपटाएं। मांगे जाने पर सही और स्पष्ट सूचनाएं दें। निर्देशों का पालन न करने वाले अफसरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा विभाग के शीर्ष अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्राइवेट शिक्षण संस्थान के भी शिक्षकों की ओर ध्यान दें। अगर किसी भी शिक्षण संस्थान ने यदि विद्यार्थियों से शुल्क लिया है तो शिक्षकों के वेतन में कटौती न की जाए। वेतन का भुगतान समय पर किया जाए।
मुख्यमंत्री ने युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की निश्शुल्क कोचिंग की सुविधा देने के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत युवाओं को टैबलेट देने की कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष के बजट में युवाओं को टैबलेट देने की व्यवस्था की गई है।
गांव में संक्रमण के मामलों की निरंतर जांच होगी।
आवश्यक चिकित्सा सुविधा तत्काल मुहैया कराई जाएगी।
नए संक्रमित केस कम होने के बाद भी सरकार अपने अभियान को बरकरार रखेगी रखी है।
कोरोना कर्फ्यू के दौरान भी सख्ती जारी रहेगी।
सार्वजनिक कार्यक्रम या फिर वैवाहिक समारोह के लिए एक स्थान पर 25 से अधिक लोगों को एकत्र होने पर भी रोक लगा दी है।
गांवों में भी सख्ती बढ़ाने का निर्देश दिया।
स्वास्थ्य केन्द्रों पर मेडिकल उपकरणों को कार्यशील स्थिति में रखा जाए तथा साफ-सफाई की व्यवस्था को प्रभावी बनाया जाए।
स्वास्थ्य केन्द्रों की पेंटिंग भी करायी जाए।
आवश्यक मैनपॉवर, पेयजल, शौचालय, बिजली आदि की व्यवस्था को भी दुरुस्त रखा जाए। यह कार्य आगामी एक सप्ताह में पूर्ण कर लिया जाए।
मेडिकल कार्य में यथासंभव आयुष चिकित्सकों का भी सहयोग लिया जाए।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत खाद्यान्न वितरण आज से प्रारंभ हो रहा है। राशन की दुकानों पर एक नोडल अधिकारी तैनात करें।
यह सुनिश्चित किया जाए कि पात्र व्यक्तियों को अनुमन्य मात्रा में खाद्यान्न प्राप्त हो।
खाद्यान्न वितरण के दौरान राशन की दुकानों पर सैनीटाइजर की उपलब्धता रहे।
राज्य सरकार ने जून से पात्र व्यक्तियों को नि:शुल्क तीन माह तक खाद्यान्न वितरण का निर्णय लिया गया है।
कोविड टीकाकरण की प्रक्रिया प्रदेश में सुचारु रूप से चल रही है।
45 वर्ष से अधिक और 18-44 आयु वर्ग के लोगों को कोविड सुरक्षा कवर प्रदान करने में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है।
सभी नागरिकों का वैक्सीनेशन नि:शुल्क है।
कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित हो, इसके लिए ऑनलाइन पंजीयन की व्यवस्था लागू की गई है।
निरक्षर, दिव्यांग, निराश्रित, श्रमिक अथवा अन्य जरूरतमंद लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित कराने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर पर टीकाकरण पंजीयन की सुविधा प्रदान कराई गई है।
प्रदेश के सभी जनपदों में ब्लैक फंगस के उपचार की दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहनी चाहिए।
गांवों और शहरी वार्डों में गठित निगरानी समितियों की प्रदर्शन सराहनीय है।
घर-घर स्क्रीनिंग से लेकर मरीजों को मेडिकल किट उपलब्ध कराने, उनकी टेस्टिंग सुनिश्चित कराने सहित सभी जरूरी कार्य यह कुशलता पूर्वक कर रही हैं।
मेडिकल ऑक्सीजन की मांग, आपूर्ति और खर्च में संतुलन बनाने के लिए कराए जा रहे ऑक्सीजन ऑडिट के अच्छे परिणाम मिले हैं।
बीते 24 घंटों में 886 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का वितरण किया गया है।
24 अप्रैल को एक दिन में 38055 नए संक्रमण के मामले मिले थे, लेकिन लगातार प्रयासों से संक्रमण की तीव्रता मंद हुई है। इनमें बीते 24 घंटों में 6725 नए केस आये हैं जो कि 24 अप्रैल के सापेक्ष 31330 कम हैं। 24 घंटे में 13590 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज भी हुए हैं। एग्रेसिव टेस्टिंग की नीति के अनुरूप विगत 24 घंटों में प्रदेश में 02 लाख 91 हजार 156 टेस्ट किए गए। प्रदेश में वर्तमान में 82,801 लोग होम आइसोलेशन में उपचाराधीन हैं। इनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए अब टेलीकन्सल्टेशन के माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श की व्यवस्था को और बेहतर किया जाए।
टीम स्टेट टुडे
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