कांग्रेस पार्टी 2014 से विपक्ष में है। मोदी सरकार ने राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले चंदे के धन में पारदर्शिता लाने के लिए कई प्रावधान किए।
2019-20 के लिए कांग्रेस को चंदे की रिपोर्ट को चुनाव आयोग ने सार्वजनिक कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार आइटीसी और इससे जुड़ी कंपनियों ने कांग्रेस को 19 करोड़ रुपये से अधिक चंदा दिया था जबकि प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने 31 करोड़ रुपये का योगदान दिया।
कांग्रेस को 2019-20 में चंदे के रूप में 139 करोड़ रुपये मिले। वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल पार्टी फंड में तीन करोड़ रुपये का योगदान देकर कांग्रेस सदस्यों में सबसे बड़ा व्यक्तिगत दानकर्ता बन गए।
चुनाव कानून के प्रविधानों के अनुसार, राजनीतिक दलों को व्यक्तियों, कंपनियों, चुनावी ट्रस्टों और संगठनों द्वारा किए गए 20,000 रुपये से अधिक के योगदान की रिपोर्ट देनी होती है।
एक अप्रैल, 2019 से 31 मार्च, 2020 के बीच पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जहां 1,08,000 रुपये का दान दिया, वहीं पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी ने 54,000 रुपये और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 50,000 रुपये का दान दिया।
कांग्रेस में बड़े पैमाने पर संगठनात्मक सुधार की मांग करने वाले कपिल सिब्बल पार्टी के सबसे बड़े व्यक्तिगत दान दाता हैं। उन्होंने अन्य नेताओं के साथ मिलकर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पिछले साल अगस्त में इसको लेकर पत्र भी लिखा था। सिब्बल के अलावा पत्र लिखने वालों में शामिल आनंद शर्मा ने 54,000, गुलाम नबी आजाद ने 54,000, मिलिंद देवड़ा ने एक लाख और राज बब्बर ने 1,08,000 रुपये दिए।
राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाला चंदा हमेशा सवालों के घेरे में रहा है। आमतौर पर उसी पार्टी को ज्यादा चंदा मिलता है, जो सत्ता में होती है। सरकारी संगठन एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2018-19 में भाजपा ने 1,612.04 करोड़ रुपये अज्ञात स्रोत से मिलने की घोषणा की थी। दान की राशि 20,000 से कम है, तो इसका स्रोत बताने के लिए राजनीति बाध्य नहीं हैं।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी बेहतरीन फंड रेज़र के रुप में जाने जाते हैं। चंदे की रकम जुटा कर वो पार्टी को नंबर वन भी बना चुके हैं। बहुजन समाज पार्टी के पास आने वाले धन का स्रोत हमेशा विवादों में रहा है। सैकड़ों करोड़ का चंदा पाने वाली पार्टी अध्यक्ष मायावती का कहना है कि दो रुपए पांच रुपए और दस रुपए का भी दान देकर पार्टी कैडर करोड़ों रुपए का चंदा एकत्र कर लेता है।
टीम स्टेट टुडे
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