उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विधानसभा के सामने आत्मदाह के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। ये पूरा मामला आपराधिक षडयंत्र का है। आत्मदाह के लिए उकसाने के मामले में चार लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है।
लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने बताया कि जिन दो महिलाओं ने बीते दिन विधानसभा के सामने आत्मदाह का प्रयास किया उन्हें आसमा और सुल्तान नाम के दो लोग अमेठी से लखनऊ लेकर आए थे। इन्होंने ही लोक भवन के सामने दोनों को आत्मदाह के लिए प्रेरित किया था। इस मामले में असद्दुदीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के जिला अध्यक्ष कबीर खान और कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता अनूप पटेल को भी नामजद किया गया है।
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता अनूप पटेल और कबीर खान ने अमेठी में आत्मदाह करने वाली दोनों महिलाओं का ब्रेनवाश किया था।
इस मामले में आसमा को लखनऊ से और अमेठी अमेठी में एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष कबीर खान को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
आत्मदाह के प्रयास के बाद गुड़िया और उसकी मां साफिया को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां जिस महिला ने मीडिया के सामने आकर पूरे मामले पर रौशनी डाली उसने कैमरे के सामने आने की जल्दबाजी में बुर्का पहना जो उसके शरीर पर पूरी तरह गिरा तक नहीं।
सिर्फ इतना ही नहीं जिस तरह से इस पूरे मामले की वीडियोग्राफी हुई उससे पुलिस को ये भी संदेह है लोकभवन और आसपास मौजूद रहने वाले पत्रकारों को इस मामले में कोई पूर्व सूचना दी गई। ऐसी जानकारी मिल रही है कि आत्मदाह करने वालों को रोकने और घटना के बाद उनकी जान बचाने का प्रयास ना कर कैमरों में फुटेज उतारने का काम चलता रहा। इस दौरान आग में जलती महिला इधर से उधर भागती रही और कैमरे चलते रहे।
आपको बता दें कि बीते दिन लोकभवन और विधानसभा के बीच अमेठी में दबंगों से तंग आकर मां बेटी ने आत्मदाह का प्रयास किया था। इस मामले में 2 माह पहले 9 मई को अमेठी में 2 एफआईआर दर्ज हुई थी। गुड़िया ने अर्जुन और तीन अन्य के खिलाफ एफआईआर कराई थी जिसके जवाब जामो थाने में ही दूसरे पक्ष ने क्रास एफआईआर दर्ज कराई थी।
अमेठी के जामो थाने पर कार्रवाई के बाद लखनऊ में भी ड्यूटी में लापरवाही करने वाले 4 पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए हैं। जिसमें चौकी इंचार्ज समेत 1 हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल शामिल हैं।
अब इस मामले पर सियासत भी शुरु हो गई है। अमेठी की मां-बेटी के आत्मदाह के प्रयास के मामले में स्थानीय सांसद स्मृति ईरानी ने आक्रामक तेवर आख्तियार किया है। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा जो जनता का पैसा लूट रहे थे अब वे अपने राजनीतिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए महिलाओं को जिंदा जलाने के स्तर तक पहुंच गए हैं, क्योंकि अमेठी हार गए हैं, क्योंकि वे बीजेपी के साथ खड़े नहीं हो सकते। स्मृति ने प्रियंका गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि राजकुमारी अब सिंहासन पर एक शॉट चाहती है।
जवाब में कांग्रेस ने भी बीजेपी पर पलटवार किया है। कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने स्मृति ईरानी से जबाब मांगा है कि, अमेठी की पीड़ित महिलाएं आत्मदाह को मजबूर क्यों हुईं। कांग्रेस का आरोप है कि योगीराज में पुलिस-आपराधिक गठजोड़ से मजबूर पीड़िता आत्मदाह को मजबूर हुई। ध्वस्त कानून व्यवस्था को छुपाने के लिए कांग्रेस प्रवक्ता को साजिश में फंसाने की सरकार कोशिश कर रही है।
इस मामले में बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी योगी सरकार और बीजेपी पर तीखे प्रहार किए हैं।
टीम स्टेट टुडे
Comments