अगर आप ने अभी भी कोरोना गाइडलाइंस का ख्याल ना रखा तो कोरोना का लौटना तय है। कम से कम महाराष्ट्र की स्थिति तो यही कह रही है।
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए महाराष्ट्र में एक बार फिर से लॉरडाउन लगने के आसार जताए जा रहे हैं। राज्य के तीन शहर यवतमाल, अमरावती और अकोला जिलों में मामले फिर से बढ़ने के बाद सरकार सतर्क हो गई है और कभी भी लॉकडाउन की घोषणा कर सकती है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने इस मुद्दे पर बैठक की और उसी के आधार पर कदम उठाए जाने की संभावना है।
ये सच है कि पूरे भारत में वैक्सीनेशन का काम तेजी से चल रहा है। ताबड़तोड़ वैक्सीनेशन के मामले में भारत दुनिया का तीसरा देश बन गया है। लेकिन सरकार के तमाम प्रयास कोरोना को हरा नहीं सकते अगर आम जनता सचेत ना रही।
पटरी पर वापस लौटती जिंदगी में अब ना तो दो गज की दूरी रह गई है, ना ही चेहरों पर मास्क है, सेनेटाइजर का इस्तेमाल और बार-बार साबुन से हाथ धुलना तो दूर की बात हो गई है। बाजार, सड़कें, दफ्तर हर जगह लोगों की तादात बढ़ी है और उसी तेजी से कोरोना के लौटने का खतरा भी बढ़ा है।
ऐसा नहीं है कि ये खतरा सिर्फ भारत में है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस का बदला स्वरुप कहर ढा चुका है। रुस और चीन में भी स्थिति सामान्य नहीं है। आपको बता दें कि न्यूजीलैंड एक बार फिर लाकडाउन के दौर में है।
भारत के महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि का सिलसिला जारी है। राज्य में पिछले 24 घंटे में 4,787 नए संक्रमित मिले हैं। पांच दिसंबर के बाद ये यह संख्या सबसे ज्यादा है। राज्य में बीते सात दिनों से 3000 से ज्यादा मामले दर्ज किए जा रहे हैं।
पूरे भारत में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 12,881 नए मामले दर्ज किए गए हैं। बुधवार के मुकाबले गुरुवार को रिपोर्ट किए गए मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। कल संक्रमण के 11,610 नए मामले सामने आए थे। संक्रमणमुक्त मरीजों की संख्या बढ़कर एक करोड़ छह लाख से ज्यादा हो चुकी है।
अब तक देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,09,50,201 हो गई है। इस दौरान 101 लोगों ने संक्रमण के चलते अपनी जान गंवाई है, इसके बाद कोरोना मृतकों की संख्या बढ़कर 1,56,014 हो गई है।
जारी है टीकाकरण
दूसरी तरफ कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान तेजी पकड़ता जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को बताया कि कोविड टीकाकरण के मामले में दुनिया भर में भारत तीसरे स्थान पर है। भारत से आगे केवल अमेरिका और इंग्लैंड ही हैं। मंत्रालय का कहना है कि अब तक देश भर में 94 लाख से ज्यादा लोगों को कोविड-19 वैक्सीन लगाई जा चुकी है। अब तक 1,99,305 सत्रों में टीकाकरण का आयोजन हुआ है। इनमें कुल 94,22,228 लोगों को कोरोना के खिलाफ वैक्सीन लगाई गई है।
पीटीआइ के मुताबिक अब तक 61,96,641 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन की पहली खुराक जबकि 3,69,167 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई है। यही नहीं अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे 28,56,420 कर्मचारियों को पहली खुराक दी गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि टीके की दूसरी खुराक लेने वालों में से 58.20 फीसद लोग अकेले सात राज्यों से हैं। कर्नाटक में 14.74 फीसद लोगों को कोविड वैक्सीन के इंजेक्शन लगाए गए हैं।
देश में 16 जनवरी से कोविड-19 टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था। बीते 13 फरवरी से उन लोगों को वैक्सीन की दूसरी खुराक लगाई जानी शुरू हो गई है जिन्होंने 28 दिन पहले पहली खुराक ली थी। दो फरवरी से अग्रिम मोर्चे पर लड़ रहे कोरोना योद्धाओं का टीकाकरण शुरू किया गया है। टीकाकरण के 33वें दिन 18 फरवरी को 7,932 सत्रों में कोविड वैक्सीन की 4,22,998 खुराक दी गई हैं। इनमें से 3,30,208 लोगों को पहली खुराक जबकि 92,790 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई है।
खतरा अभी टला नहीं है। अभी वैक्सीनेशन चल रहा है। ध्यान रखिए वैक्सीनेशन के बाद कोरोना वायरस का प्रभाव निष्प्रभावी हो जाता है लेकिन यदि वैक्सीनेशन से पहले कोरोना वायरस की चपेट में आए तो इसका इलाज या दवा अभी भी दुनिया में पुख्ता तरीके से नहीं इजाद हुआ है।
टीम स्टेट टुडे
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