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कोरोना वायरस से संक्रमित जो होम आइसोलेट हैं उन्हें क्या क्या ध्यान रखना है – जानिए



कई लोगों ऐसे भी हैं जिन्हें कोरोना संक्रमण के हल्के लक्षण दिख रहे हैं। ऐसे लोगों को एसिप्म्प्टोमैटिक कहा जाता है। अगर ऐसा है तो आप सचेत हो जाइये। आपको हम बताने जा रहे हैं कोरोना संक्रमण के लक्षण, उपचार, होम आइसोलेशन के दौरान क्या क्या करना आवश्यक है।


कैसे पहचानेंगे लक्षण

  • कोरोना संक्रमण के लक्षणों को पहचाने अगर बुखार 99 -100 के बीच आ रहा , जा रहा है।

  • लगातार खांसी, मुंह का स्वाद और सूंघने की शक्ति खत्म होना, सांस लेने में तकलीफ, थकावट, सिरदर्द, गले में खराश और बदन दर्द कोरोना के बेहद सामान्य लक्षण हैं।

  • बुखार, मुंह का स्वाद और सूंघने की शक्ति खत्म होना, लगातार खांसी जैसे लक्षण नजर आने पर तुरंत सेल्फ आइसोलेट हो जाएं। कोरोना टेस्ट बुक करवाएं।


कैसे रहें सेल्फ आइसोलेशन में


  • कोरोना के लक्षण दिखने पर सेल्फ आइसोलेशन में रहना ही बेहतर विकल्प है।

  • घर में सुरक्षित रहें और जब तक मेडिकल एडवाइस की जरूरत न हो तब तक किसी भी कारण से बाहर न निकलें।

  • किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद भी ऐसा ही करें।

  • आपको आइसोलेशन पीरियड कम से कम 14 दिनों के लिए होना चाहिए. इस बीच घर के तमाम स्वस्थ सदस्यों से दूर रहें और सोशल नेटवर्क के जरिए उनसे संपर्क करें।

  • आइसोलेशन के लिए घर की कोई ऐसी जगह या कमरा चुनें जहां वेंटिलेशन के लिए खुली खिड़कियां हों।

  • दवाई, खाना या ग्रॉसरी आइटम्स की डिलीवरी के वक्त लोगों के साथ फेस टू फेस संपर्क में आने से बचें।

  • घर के सदस्यों के साथ बर्तन, बिस्तर या तौलिये जैसा कोई भी जरूर सामान साझा न करें।

  • खांसते या छींकते वक्त मुंह पर रुमाल रखें. नाक या मुंह पर हाथ लगाने के बाद हाथों को अच्छे से सैनिटाइज करना बिल्कुल न भूलें।

  • घर में भी मास्क पहनकर रहें।

  • सेल्फ आइसोलेशन की स्थिति में अलग बाथरूम का इस्तेमाल बेहतर है।

  • अगर अलग बाथरुम संभव नहीं है तो अपना तौलिया, टूथब्रश और गंदे कपड़े बिल्कुल अलग रखें। बाथरूम का इस्तेमाल करने के बाद उसे हर बार अच्छे से साफ करें।

  • प्रयास होना चाहिए कि घर में संक्रमित व्यक्ति सबसे आखिर में बाथरूम का इस्तेमाल करे।

  • यदि संक्रमण है तो किचन में किसी अन्य व्यक्ति के होने पर मत जाएं।

  • संक्रमित व्यक्ति के कमरे में ही खाने की व्यवस्था की जाए।

  • अपने बर्तन आइसोलेशन स्पेस में ही रखें।

  • बर्तनों को गर्म पानी के साथ साधारण डिटर्जेंट के साथ मांजें।

  • अगर आप किचन में जा रहे हैं तो इस्तेमाल के बाद सरफेस को अच्छी तरह से साफ करें।



कैसे रखना है अपना ख्याल

  • कोल्ड या फ्लू जैसे वायरस की तरह कोरोना में भी अपना ख्याल रखें।

  • ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। करीब 5 से 6 लीटर पानी पी जाइये।

  • पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से पेशाब का रंग पीलापन नजर नहीं आएगा।

  • धूम्रपान ना करें, एल्कोहल का बिल्कुल सेवन न करें। इससे आपकी बॉडी डिहाइड्रेट होगी। ऐसा कोई काम न करें जिससे आपके लिवर पर बुरा असर पड़े।



कब जाना है डाक्टर के पास

  • कोरोना वायरस के लक्षण कुछ लोगों में ज्यादा गंभीर दिखाई देते हैं।

  • अगर ये लक्षण किसी व्यक्ति के शरीर को ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं या तकलीफ दे रहे हैं तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

  • किसी भी दवा का इस्तेमाल करने से पहले भी डॉक्टर्स से परामर्श लें।


कब तक रहना है आइसोलेट


  • इसोलेशन और क्वारनटीन पीरियड खत्म होने से पहले डॉक्टर से बात करें। अगर आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है।

  • सीडीसी द्वारा जारी गाइडलाइंस के आधार पर आप सेल्फ आइसोलेशन छोड़ने का फैसला कर सकते हैं।

  • यदि आपने कोई टेस्ट नहीं कराया और आप फिर भी संक्रमित महसूस कर रहे हैं तो आप लक्षण दिखने के कम से कम 10 दिन बाद सेल्फ आइसोलेशन से बाहर आ सकते हैं। अगर बीते 24 घंटे में बुखार या दूसरे किसी लक्षण में बिना दवा लिए सुधार जरूर आया हो।

  • रिकवरी के एक सप्ताह या महीने बाद भी लॉस ऑफ टेस्ट या स्मैल की दिक्कत हो सकती है। लेकिन इसके बावजूद आप निर्धारित समय के बाद आइसोलेशन से बाहर आ सकते हैं।

  • कोरोना संक्रमण की जांच के आधार पर ही डॉक्टर्स आपको बताएंगे कि आप कब तक लोगों के नजदीक जा सकते हैं। हालांकि ये सुनिश्चित करने के लिए अधिकांश लोगों को टेस्ट कराने की आवश्यक्ता नहीं है।

टीम स्टेट टुडे


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