रक्षाबंधन के लिए इस बार बाज़ार में कोरोना राखी आई है। ये राखी खास तौर से इस बार बच्चों के लिए आई है। चूंकि कोरोनाकाल में लोगों को जागरुक करना भी एक बड़ी मुहिम बन चुका है इस लिहाज से ये राखी काफी डिमांड में भी है। बच्चे इस राखी को पहनकर कोरोना के प्रति और सावधान होंगे।
राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस का संक्रमण के शुरुआती दौर में ही ढाई साल का एक बच्चे में कोरोना वायरस के पाए जाने की पुष्टि हुई थी। उसकी रिपार्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे केजीएमयू में इलाज के लिए भेजा गया था। कनाडा से लखनऊ के गोमती नगर लौटी महिला डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाई गई थीं। इन्हीं की रिश्तेदार बुजुर्ग महिला को सांस लेने में दिक्कत के शिकायत के बाद जांच कराया गया। जिसमें वो कोरोना पॉजिटिव मिलीं। 48 घंटे के भीतर उनके पति में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। जिसके बाद उनका पोता भी कोरोना पॉजिटिव हो गया था।
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। हालांकि इन सभी मामलों में बच्चों की संख्या काफी कम है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि शायद कम और अच्छा इम्यून होने की वजह से बच्चे इसका कम शिकार हो रहे हों। हालांकि बच्चों में भी इस बीमारी के लक्षण काफी देरी से सामने आ रहे हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना वायरस से संक्रमित बच्चों में कई तरह के लक्षण देखे गए हैं। कोविड-19 के चपेट में आने के बाद बच्चों को उल्टी, डायरिया और पेट में दर्द की समस्या हो सकती है। इसके अलावा बच्चों को तेज बुखार और सिरदर्द की भी समस्या होती है, जो कि कोरोना का सबसे खास लक्षण है।
हेल्थ एक्सपर्ट की राय है कि कोरोना से बचने के लिए बच्चों को डाइट में हेल्दी चीजें खाने को दें। उनकी डाइट में हरी सब्जियां, फल, दूध, अंडा और वेजिटेबल सूप जैसी चीजों को शामिल करें। घर में बच्चों की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें और उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, और हैंड वॉश जैसी महत्वपूर्ण बातों की जानकारी दें।
टीम स्टेट टुडे
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