अगर आप अपना बचाव नहीं करेंगे तो कोरोना की कोई दवा अब तक दुनिया में बनी नहीं है। राजधानी लखनऊ समेत कोरोना का कहर पूरे प्रदेश में भारी पड़ रहा है। लखनऊ में बीते दस दिन से कोरोना के मामले पांच सौ से ऊपर निकल रहे हैं। सात अगस्त को 700 से ज्यादा मरीज सामने आए। आठ अगस्त को लखनऊ में कोरोना के 663 केस सामने आए हैं।
बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच ये बात भी आंकड़ों से सामने आ रही है कि जवानी का जोश और लापरवाही समाज पर भारी पड़ रही है।
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना मरीजों की उम्र सम्बन्धी डाटा तैयार किया है। लखनऊ में सबसे ज्यादा 21 से 40 वर्ष तक के लोग कोरोना के शिकार बन रहे हैं। 80 से 85 प्रतिशत मरीजों में कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं। ऐसे मरीज परेशानी न होने पर सभी जगह घूम घूम कर संक्रमण फैला रहे हैं। ये जानकारी कोई नहीं बल्कि सीएमओ की तरफ से आई है। ऐसिम्प्टोमैटिक लोगों के कारण गम्भीर बीमारियों से जूझ रहे मरीज भी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं।
अब तक जन्म से 10 साल तक के 375 बच्चे कोरोना वायरस की चपेट में आए हैं। बच्चों के संक्रमण से बुजुर्गों में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ा है। 21 से 40 साल तक के 4996 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं। 41 से 60 वर्ष के 2980 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं। 60 वर्ष से अधिक आयु के 962 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। 11 से 20 वर्ष के 767 युवाओं में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है।
टीम स्टेट टुडे
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