लखनऊ, 13 सितंबर 2022 : आग लगी हैतो धुंआ भीउठना तय है।यह धुआं भीनवंबर व दिसंबरमें होने वालेपार्षद चुनाव में उठतादिखेगा। विधानसभा चुनाव सेपहले ही अपनेही विधायकों कीविरोध करने वालेकई पार्षदों केटिकट पर आरीचल सकती है, लेकिन इससे भाजपाखेमे में द्वंदभी मंच सकताहै। टिकट वितरणको लेकर अभीसे सबकी प्रतिष्ठाजुड़ी दिख रहीहै। अगर विरोधकरने वाले किसीपार्षद का टिकटकटा तो कईअन्य प्रभावशाली नेताओंकी प्रतिष्ठा परसवाल खड़ा होजाएगा तो वहींअगर टिकट मिलातो विधायकी कापरचम फैलाने वालेनेताओं को बैकफुटपर आना पड़सकता है।
टिकट पानेको लेकर चरणवंदना लखनऊ सेलेकर दिल्ली दरबारतक हो रहीहै तो संघके खेमे मेंभी वर्तमान औरपूर्व पार्षद समेतपदाधिकारी अपनी सक्रियतादिखाने में जुटेहैं। पूर्वी विधानसभासीट से विधायकव तत्कालीन नगरविकास मंत्री आशुतोषटंडन का खुलकरविरोध करने वालेमैथिलीशरण गुप्त वार्ड सेभाजपा पार्षद दिलीपश्रीवास्तव को पिछलेपार्षद चुनाव में पूर्वविधानसभा अध्यक्ष ह्दय नारायणदीक्षित की कृपापात्र से टिकटमिल गया था।
बीते विधानसभाचुनाव से पहलेही पार्षद दिलीपआशुतोष टंडन केखिलाफ फिर सेमुखर हो गएथे और सोशलमीडिया से लेकरभाजपा के राष्ट्रीयअध्यक्ष से शिकायतकरने के साथही टंडन कोटिकट न दिएजाने की मांगकरने लगे थे।अब दिलीप कोउम्मीद है किराजनाथ सिंह हीउनकी ''रक्षा' करेंगे औरदावा कर रहेहैं रक्षा मंत्रीका आशीर्वाद भीउन्हें मिल गयाहै।
इसी तरहबाबू जगजीवन रामवार्ड से पार्षदभृगुनाथ शुक्ला ने भीखुले मंच सेआशुतोष टंडन काविरोध किया गयाहालांकि तमाम विरोधोंके बाद भीआशुतोष टंडन हरबार जीत कापरचम का फहरातेरहे लेकिन बदलेकी आग उनकेचेहरे पर साफझलकती है। दबीजुबान से वहबहुत कुछ कहजाते हैं। उत्तरीविधानसभा सीट सेपहली बार भीपरचम फहराने केसाथ ही दूसरीबार मैदान मेंउतरे भाजपा विधायकडा. नीरज बोराको भी अपनेही पार्षदों काविरोध झेलना पड़ाथा।
त्रिवेणीनगर वार्ड सेकई बार सेपार्षद देव शर्मामिश्र ''मुन्ना मिश्र' औरजय शंकर प्रसादवार्ड से पूर्वपार्षद (वर्तमान में गीताअवस्थी महिला सीट होनेसे पार्षद) औरकार्यवाहक महापौर की जिम्मेदारीनिभा चुके सुरेशअवस्थी कई कार्यकर्ताओंऔर पूर्व पार्षदोंके साथ नीरजबोरा को टिकटदेने का विरोधकरने लगे थे।विरोध इस कदरबढ़ा कि नीरजबोरा को समर्थकोंसंग सांसद वरक्षा मंत्री राजनाथसिंह से मिलनेदिल्ली दरबार जाना पड़ाथा। इतना हीनहीं तत्कालीन उपमुख्यमंत्री डा.दिनेशशर्मा को रूठोंको मनाने केलिए मैदान मेंउतरना पड़ा था।
डा.शर्मामुन्ना मिश्र के त्रिवेणीनगरआवास पर पहुंचगए थे, जहांपर नीरज बोराके साथ हीउन सभी कोबुलाया गया, जोउनका विरोध कररहे थे। यहीकारण है किअपनों का विरोधहोने से डा. नीरज बोरा कोसपा उम्मीदवार पूजाशुक्ला से कड़ीटक्कर के बादजीत मिल पाईथी। उप मुख्यमंत्रीब्रजेश पाठक नेमध्य सीट छोड़करकैंट से जीतहासिल की थी।कैंट सीट इसलिएभी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां परकई प्रभावशाली चेहरेहैं, जो अपनेको टिकट दिलानेमें जोर अजमाइशकरेंगे।
वैसे तोब्रजेश पाठक अपनोंको टिकट दिलानेमें कोई कोरकसर नहीं छोड़ेंगे, लेकिन कैंट क्षेत्रके सिंगार नगरमें रहने वालींमहापौर संयुक्ता भाटिया औरसंघ से जुड़ेउनके पुत्र प्रशांतभाटिया भी अपनेको टिकट दिलानेमें अहम रोलअदा करेंगे तोप्रयागराज से सांसदव पूर्व मेंकैंट से विधायकरहीं डा. रीताबहुगुणा जोशी भीअपने को टिकटदिलाने में परदेके पीछे सेभूमिका निभाएंगी।
विधायक चुनाव मेंभी वह अपनेबेटे मंयक जोशीको टिकट दिलानेको लेकर चर्चामें आ गईंथीं, लेकिन सफलनहीं हो पाईथीं। वैसे कैंटसीट से सपाके टिकट सेविधायकी का चुनावलड़ीं मुलायम सिंहयादव की छोटीबहू अर्पणा विष्टयादव अब भाजपामें हैं औरउनके पास भीपार्षदी का टिकटमांगने वाले दरबारीकर रहे हैं, जबकि पूर्व विधायकसुरेश तिवारी भीसक्रिय भूमिका में दिखरहे हैं। ऐसेमें इस सीटपर दावेदारों सेअधिक चेहरे उनकेहैं जो टिकटदेने में निर्णायकभूमिका निभा सकतेहैं और आपसीटकराव भी सामनेदिखाई देगा। वैसेतो मध्य क्षेत्रके कार्यकर्ता भीपार्षद का टिकटपाने के लिएब्रजेश पाठक सेउम्मीदें लगाए हुएहैं।
टिकट वितरणमें विधायकों काअहम रोलः भाजपामें पार्षदी उम्मीदवारका टिकट देनेमें विधायकों कामुख्य भूमिका होतीहै लेकिन संगठनके साथ हीसांसद की भीचलती है। वैसेरक्षा मंत्री केबेटे और भाजपाके युवा नेतानीरज सिंह सेभी टिकट पानेवाले संपर्क बनाएहुए हैं कुछसमय में नीरजसिंह ने लखनऊमें भाजपा खेमेमें खासी पहचानबनाई है। इसीतरह कुछ टिकटोंमें पूर्व उपमुख्यमंत्री डा. दिनेशशर्मा भी अहमरोल अदा करेंगे।बस्ती के सांसदहरीश द्विवेदी नेलेकर बलिया सेविधायक व परिवहनमंत्री दया शंकरसिंह भी अपनोंको टिकट दिलानेमें सक्रिय दिखेंगे।
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