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देश के अधिकांश जिलों में कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप रहा। उत्तर प्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र जैसे राज्य और लखनऊ जैसे जिले तो त्रासदी का भयंकर शिकार हुए। ये ऐसे क्षेत्र हैं जहां कोई घर कोई गली नहीं छूटी जहां संक्रमण ना फैला हो।
अप्रैल और मई महीने में कोरोना संक्रमण चरम पर पहुंचने के बाद अब स्थितियां काफी हद तक काबू में हैं। लोग कोरोना के संक्रमण से तो उबर गए लेकिन रह रह कर थकान आज भी उन्हें चढ़ जाती है।
यूं तो कोरोना से ठीक होने के बाद भी कई लोगों में कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं देखने को मिल रही हैं। लेकिन थकान की शिकायत करने वालों की संख्या काफी ज्यादा है। ऐसे में एक्सपर्ट डाक्टरों इसके उपाय भी बता रहे हैं।
थकान से कैसे निपटे
अगर लगातार थकान या सांस फूलने, कमजोरी, खांसी जैसी समस्या ज्यादा आ रही है तो ऐसे में सबसे जरूरी है कि करीब 9 घंटे की नींद लें। इसके अलावा अश्वगंधा को दूध के साथ रात में ले सकते हैं। अगस्त्य रसायन या च्यवनप्राश भी ले सकते हैं। प्राणायाम करना भी काफी फायदेमंद होता है। प्रोटीन डाइट ज्यादा लें, गरम पानी पिएं।
सर्दी जुकाम हो तो क्या करें
अगर वैक्सीन नहीं लगवाई है तो तुरंत लगवाएं। वैक्सीन लगवाने के बाद भी मास्क वैसे ही लगाना है, जैसे पहले की तरह लगाते थे। इसके अलावा गरम पानी का सेवन करें, ताजा खाना खाएं। आयुर्वेदिक दवा आयुष-64, का सेवन कर सकते हैं। आयुष हेल्पलाइन नंबर 14443 है, इस नंबर पर कॉल करके कोई भी जानकारी ले सकते हैं। सुबह छह बजे से रात 12 बजे तक इस पर कोई भी सलाह ले सकता है।
काढ़ा है फायदेमंद
आयुष मंत्रालय की ओर से आयुष काढ़ा पीने के लिए बताया गया है। इसमें तुलसी, काली मिर्च, दालचीनी, सौंठ को मिलाकर 150 एमएल पानी में उबाल कर पी सकते हैं। दिन में एक बार या दो बार इसे पी सकते हैं। कुछ लोगों को पेट में गर्मी जैसी समस्या आ रही थी, जिसके बाद आयुष मंत्रालय ने बताया कि गुडूची, गिलोय, मुलेठी मिलाकर ले सकते हैं। इससे कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। अगर किसी को 150 एमएल से समस्या है तो कम ले सकते हैं।
तीसरी लहर से निपटने के लिए बच्चों को करें तैयार
ऐसा कहा जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर काफी घातक होगी। बच्चों को ये अपनी चपेट में लेगी। ऐसे में आयुष मंत्रालय ने इसके लिए गाइडलाइन जारी की है। 12 साल से ऊपर के बच्चों को कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर सिखाएं। बच्चों को च्यवनप्राश दें। उनके बुखार या किसी भी लक्षण पर ध्यान दें। साफ-सफाई सिखाएं। इसके अलावा, घर में जो भी 18 साल से ऊपर के हैं, उन्हें वैक्सीन लगवाना जरूरी है।
ये ऐसे उपाय हैं जिन्हें आप घर बैठे सामान्य रुप से कर सकते हैं। किसी भी गंभीर स्थिति या मन में जरा भी शंका होने पर अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य लीजिए।
वैक्सीनेशन के लिए किसी तरह का तनाव लेने की जरुरत नहीं है। अफवाहों पर ध्यान बिलकुल मत दीजिए। ये सुरक्षित है जरुर वैक्सीन लगवाइए।
टीम स्टेट टुडे
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