जनपद रायबरेली के महराजगंज विकासखंड में लगी भीषण आग की तबाही हर किसी के दिल को झकझोरने वाली है। पूरे भैय्या मजरे हिलहा के एक छोर से लगी आग इतनी भयावह थी कि देखते ही देखते खड़ी फसलों को तबाह करते हुए, पूरे शेरऊ मजरे कोटवा मोहम्दाबाद तक पहुंच गई।
आग की लपटों ने एक जिंदगी और करीब दर्जन भर घरों को तबाह कर दिया। कुछ बेजुबानों के भी झुलसने की खबर है। गेंहू की फसल खेतों में ही खाक हो गई। तबाही का आलम ये है कि इन घरों को ना तो आशियाना कहा जा सकता है और ना ही अब इसमें ज़िन्दगी की जरूरतों के कोई नमोनिशां है। भूख से बिलखते नौनिहालों,बुजुर्गों, महिलाओं की उम्मीदें अब शासन प्रशासन और अपनों से ही हैं। पेट भरने के लिए जो संजोया था और जिसकी उम्मीदें थी दोनों जलकर खाक हो गई।
खैर, बेबस लोगों में उम्मीद अभी बाकी है मायूसी से एक कदम आगे बढ़कर बिगड़ी हुई गृहस्थी को जुगाड़ने की कोशिश जारी है। रविवार को लगी आग सोमवार को एक बार फिर दहक उठी हालांकि समय रहते दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंच गई। एक और भीषण तबाही होने से बचा लिया करीब दो घंटों की जद्दोजहद के बार गांव वालों की मदद से दमकल कर्मियों ने आग पर दोबारा काबू कर लिया। बड़ी हानि होने से बच गई।
इससे पहले रविवार को अग्यात कारणों से लगी आग ने विकराल रूप ले लिया था जिसमें आग पर काबू पाने की जद्दोजहद में हिलहा निवासी गंगाराम के पुत्र की जान चली गई। लोग जतन करते इससे पहले आग ने सैकड़ों बीघा गेंहू की फसल तबाह कर दी।
आग की लपटें खेतों से होते हुए पूरे शेरऊ मजरे कोटवा मोहम्दाबाद निवासी गुरूप्रसाद, माताफेर, बसंत, सुशील, रामबहादुर, कल्लू, सुखई, रामआसरे और जगदेव के घरों तक पहुंच गई। दर्जन भर घरों को चपेट में ले लिया। आसपास के लोगों ने आग काबू में करने का भरपूर प्रयास किया। मौके पर पहुंची दमकल की दो गाड़ियों ने गांव वालों की मदद से आग को तो काबू में कर लिया लेकिन सैकड़ों बीघा गेंहू की फसल आग की चपेट में आ गई।
मौके पर पहुंचे एसडीएम महराजगंज और राजस्व टीम ने नुकसान का आंकलन कर राहत पहुंचाने का आश्वासन दिया है।
रिपोर्ट - माधवानंद त्रिपाठी (रायबरेली)
टीम स्टेट टुडे
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