नई दिल्ली, 21 अक्टूबर 2022 : केंद्रीयगृह मंत्री अमितशाह ने शुक्रवारको पाकिस्तान परपरोक्ष रूप सेहमला बोला। उन्होंने कहा किसीमा पार सेआनलाइन कट्टरता के माध्यमसे आतंकी विचारधाराओंप्रसार हो रहाहै। इससे निपटनेके लिए उन्होंने दुनिया भरके देशों केबीच आम सहमतिहासिल करने कीजरूरत पर जोरदिया। अमित शाहकी यह टिप्पणीराष्ट्रीय राजधानी में आयोजितइंटरपोल की 90वींमहासभा के समापनसत्र को संबोधितकरते हुए आई।गृह मंत्री नेकहा कि उनकादृढ़ विश्वास हैकि आतंकवाद मानवाधिकारोंका सबसे बड़ाउल्लंघन है। सीमापार आतंकवाद सेलड़ने के लिएगृह मंत्री नेइस बात परभी जोर दियाकि सीमा पारसे सहयोग बहुतमहत्वपूर्ण है। इसकेलिए इंटरपोल सबसेअच्छा मंच है।
आतंकवाद के खिलाफहो प्रभावी लड़ाईदीर्घकालिक, व्यापक और टिकाऊ
अमित शाहने कहा किसबसे पहले सभीदेशों को आतंकवादऔर आतंकी कीपरिभाषा पर सहमतहोना चाहिए। आतंकवादसे एक साथलड़ने की प्रतिबद्धताहोनी चाहिए। अच्छाआतंकवाद व बुराआतंकवाद, छोटा औरबड़ा आतंकवादी हमलोंजैसे आख्यान एकसाथ नहीं चलतेहैं। हमें सीमापार से आनलाइनकट्टरता के माध्यमसे आतंकी विचारधाराओंके प्रसार परभी आम सहमतिप्राप्त करने कीजरूरत है। गृहमंत्री ने आगेकहा कि हमइसे राजनीतिक समस्यानहीं मान सकते।शाह ने कहाकि हम सभीको यह सुनिश्चितकरने के लिएप्रतिबद्ध होना चाहिएकि आतंकवाद केखिलाफ एक प्रभावीलड़ाई दीर्घकालिक, व्यापकऔर टिकाऊ होनीचाहिए।
भारत इंटरपोलके साथ कामकरने के लिएप्रतिबद्ध
गृह मंत्रीने सुनिश्चित कियाकि भारत सभीप्रकार के आतंकवादसे लड़ने, तकनीकीसहायता और मानवसंसाधन प्रदान करने केलिए इंटरपोल केसाथ काम करनेके लिए प्रतिबद्धहै। कई देशोंमें इंटरपोल कीनोडल एजेंसी औरआतंकवाद रोधी एजेंसियोंके अलग-अलगहोने का जिक्रकरते हुए अमितशाह ने कहाकि हमें आतंकवादसे लड़ने केलिए दुनिया कीसभी आतंकवाद रोधीएजेंसियों को एकसाथ लाना होगा।
रियल टाइमइंफार्मेशन एक्सचेंज लाइन कास्थायी तंत्रस्थापित करनेकी जरूरत
इस संबंधमें अमित शाहने कहा किमैं इंटरपोल सेसभी सदस्य देशोंकी आतंकवाद रोधीएजेंसियों के बीच 'रियल टाइम इंफार्मेशनएक्सचेंज लाइन' के लिएएक स्थायी तंत्रस्थापित करने कीपहल शुरू करनेका अनुरोध करताहूं। शाह नेकहा कि पिछले 100 वर्षों में इंटरपोलएक बहुत बड़ाऔर प्रभावी मंचबन गया है, जिसमें 195 देश शामिलहैं, जो दुनियाभर में अपराधको नियंत्रित करनेमें बहुत महत्वपूर्णभूमिका निभा रहेहैं।
नशीले पदार्थों पररोक लगाने केलिए सभी देशोंके बीच घनिष्ठसहयोग की जरूरत
उन्होंनेकहा कि आजआतंकवाद एक वैश्विकसमस्या है। यहबहुत उपयुक्त हैकि यह 2020-2025 कीअवधि के लिएइंटरपोल के सातवैश्विक पुलिसिंग लक्ष्यों मेंसे पहला औरसबसे महत्वपूर्ण है।नशीले पदार्थों केवैश्विक व्यापार के उभरतेरुझानों और नार्कोटेरर जैसी चुनौतियोंको देखते हुएअमित शाह नेकहा कि सभीदेशों के बीचघनिष्ठ सहयोग की जरूरतहै।
भारत केनारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो कीतारीफ की
मंत्री ने सूचनाऔर खुफिया जानकारीके आदान-प्रदानके लिए खुफियाआधारित संयुक्त अभियान, क्षेत्रीयसमुद्री सुरक्षा सहयोग, पारस्परिककानूनी सहायता और मनीलॉन्ड्रिंग से लड़नेके लिए एकप्रभावी तंत्र के लिएप्लेटफार्मों पर सहयोगमांगा। उन्होंने यह भीउल्लेख किया किभारत के नारकोटिक्सकंट्रोल ब्यूरो ने कैसेनशीले पदार्थों कोजब्त करने, उन्हेंनष्ट करने औरमामलों को उनकेतार्किक निष्कर्ष तक लेजाने में कईसफलताएं हासिल की हैं।
'आपरेशन लायनफिश' केतहत भारत मेंसबसे बड़ी जब्ती
इस मौकेपर अमित शाहने इंटरपोल के 'आपरेशन लायनफिश' और भारतके 'आपरेशन गरुड़' का जिक्र किया।उन्होंने कहाकि मैं आपकोबताना चाहता हूंकि 'आपरेशन लायनफिश' के तहत भारतमें सबसे बड़ीजब्ती हुई है।शाह ने इंटरपोलसे अनुरोध कियाकि वह सभीसदस्य देशों कीमादक पदार्थ रोधीएजेंसियों के बीचवास्तविक समय मेंसूचना विनिमय नेटवर्कस्थापित करने कीदिशा में पहलकरे, साथ हीएक 'व्यापक नार्कोडेटाबेस' तैयार करें।
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