अयोध्या में चारों तरफ बस रामलला के दर्शन की आस लिए लोग
अयोध्या में आज से आम लोगों के लिए राम मंदिर में दर्शन शुरू कर दिए गए। चारों तरफ दर्शन की आस लिए लोग ही लोग नजर आ रहे हैं। व्यवस्था न चरमराए, इसके लिए प्रशासन को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।
प्रमुख सचिव गृह और डीजी लॉ एंड ऑर्डर पहुंचे
अयोध्या में रामलला के दर्शन करने के लिए उमड़ी भारी भीड़ उमड़ी है। व्यवस्थाओं को देखने के लिए यूपी सरकार के प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद और डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार राम नगरी पहुंचे।
मुख्यमंत्री योगी कीअपील
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंचे हैं। इस बीच, जिला प्रशासन ने अपील की कि भक्त हड़बड़ाहट में अयोध्या न आएं। 10-15 दिन बाद अयोध्या आएं और आराम से दर्शन करें।
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंगलवार 23 जनवरी को मंदिर में आम लोगों का दर्शन शुरू हो चुका है। रात 3 बजे से ही दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। रामलला के दर्शन के लिए कई राज्यों से लोग आए हुए हैं। जैसे ही मंदिर के गेट खुले तो लोगों में अंदर जाने के लिए होड़ सी मच गई।
दर्शन के लिए उमड़े हुजूम का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दोपहर में शयन के लिए बंद किए गए भगवान रामलला के कपाट एक घंटे पहले ही खोल दिए गए। रामलला के शयन के लिए पट दोपहर 12.30 बजे से 2 बजे तक बंद रहने थे, लेकिन भीड़ के चलते 1 बजे ही खोल दिए गए। लोगों को दर्शन के लिए छोटे-छोटे ग्रुपों में भेजा जा रहा है। एक बार तो लोग सिक्योरिटी तोड़कर ही भाग निकले।
जानकारी के मुताबिक, सुबह 7 बजे से 12.30 तक करीब डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन कर लिए। भीड़ को काबू करने के लिए 8 मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं।
अयोध्या में भव्य मंदिर के कपाट मंगलवार से भक्तों के लिए दर्शश खोल दिए गए हैं। रामलला की एक झलक पाने के लिए बेकरार भक्त भी लाखों की तादाद में अयोध्या पहुंच गए। 8 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात होने के बाद भी हालात ऐसे हो गए कि भक्तों के लिए राम मंदिर में एंट्री बंद करनी पड़ी। दोपहर तक करीब 3 लाख भक्त रामलला के दर्शन कर चुके हैं।
समझिए दर्शन - आरती में शामिल होने की व्यवस्था
रामलला की छह बार आरती होगी, सभी में शामिल नहीं हो पाएंगे भक्त
भक्तों के आरती में शामिल होने के लिए राम मंदिर ट्रस्ट जारी करेगा पास
ट्रस्ट की वेबसाइट पर भक्त बनवा सकते हैं निशुल्क पास, मिलेग प्रवेश
रामलला के नए मंदिर में आरती का आयोजन छह बार होगा। हालांकि, आम भक्तों को इसमें से तीन आरती में भाग लेने का मौका मिलेगा। भक्तों के आरती में शामिल होने के लिए मंदिर ट्रस्ट की ओर से पास जारी किए जाएंगे।
भागवान श्रीराम को जगाने के लिए जागरण आरती का आयोजन होगा। वहीं, सुलाने के लिए शयन आरती होगी। प्रभु श्रीराम के बाल स्वरूप की विशिष्ट पूजा के लिए विशेष रूप से पूजा होगी।
आरती के लिए जारी होंगे पास
रामलला की आरती के लिए पास जारी किए जाएंगे। इसके लिए व्यवस्था को बेहतर बनाया जाएगा। सामान्य रामभक्तों के लिए सुबह 8 बजे से लेकर रात 10 बजे के बीच रामलला दर्शन देंगे। इसके लिए सुबह 7:30 बजे से रामभक्तों को मंदिर में प्रवेश मिलना शुरू होगा। सुबह की पाली में 11:30 बजे तक भक्तों का प्रवेश राम मंदिर में संभव होगा। ट्रस्ट की वेबसाइट के अनुसार, राम भक्तों को राम मंदिर में दर्शन के लिए दो स्लॉट बनाए गए हैं। पहला स्लॉट सुबह 7 बजे से साढ़े 11:30 बजे तक का है। वहीं दूसरा स्लॉट दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक है।
आरती का यह समय
आरती को लेकर समय सारणी की जानकारी मिली है। सुबह 4 बजे रामलला को जगाया जाएगा। इसके लिए विशेष आरती होगी। वहीं, सुबह 4:30 बजे रामलला विग्रह की मंगला आरती का आयोजन होगा। इन दोनों आरती में भक्तों की एंट्री नहीं होगी। वहीं, रामलला के जागरण और श्रृंगार के बाद सुबह 6:30 बजे मुख्य आरती का आयोजन होगा। इस आरती में भक्तों को प्रवेश मिलेगा। इसमें शामिल होने के लिए भक्त एक दिन पहले बुकिंग करवा सकते हैं। संध्या आरती का आयोजन शाम 7 बजे किया जाएगा। इसके लिए बुकिंग दर्शन के दिन ही कराई जा सकती है। दोपहर एक बजे भोग आरती और रात 9:30 बजे शयन आरती का आयोजन होगा।
वेबसाइट से ले सकते हैं पास
रामलला की आरती में शामिल होने के लिए भक्त ऑनलाइन और ऑफलाइन पास की व्यवस्था की है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की वेबसाइट www.srjbtkshetra.org से ऑनलाइन पास बनवाया जा सकता है। ऑफलाइन मोड में भी पास बनवाए जा सकते हैं। राम मंदिर परिसर के कैंप कार्यालय में ही रामलला की आरती के लिए पास लिए जा सकते हैं। ट्रस्ट ने आरती के लिए पास को मुफ्त रखा है। इसके लिए भक्तों को कोई भी शुल्क नहीं देना होगा। पास लेने वाले भक्त ही राम मंदिर में भगवान रामलला की किसी एक आरती में शामिल होकर उनके दर्शन-पूजन कर सकेंगे।
दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी नहीं
राम मंदिर ट्रस्ट ने साफ किया है रामलला की प्रतिमा के दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी नहीं होंगे। इसके लिए किसी प्रकार के ऑनलाइन या ऑफलाइन पास की व्यवस्था नहीं की गई है। अगर कोई इस प्रकार की सुविधा दिलाने की बात करता है, वह आपके साथ फॉड कर सकता है। इसलिए, लोगों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। सोमवार को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद उनके दर्शन के लिए मंगलवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ अयोध्या में उमड़ी।
अयोध्या राम मंदिर के पूर्वी सिंहद्वार से श्रद्धालुओं को प्रवेश और दक्षिणी द्वार से निकालने की व्यवस्था है। गर्भगृह तक पहुंचने के लिए सीढ़ियां बनाई गई हैं। बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए रैंप भी बनाए गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर प्राण प्रतिष्ठा का वीडियो शेयर किया। पीएम ने लिखा- हमने कल यानी 22 जनवरी को अयोध्या में जो देखा, वह आने वाले कई सालों तक हमारी यादों में बना रहेगा। मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने कहा कि अयोध्या इस समय त्रेतायुग जैसी लग रही है।
कल पीएम का उपवास खुलवाने वाले गोविंद देव गिरि ने कहा कि मुझे ऐसा लगा कि मैं अपने बेटे की मदद कर रहा हूं, जो देश का हीरो है।
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