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Deepotsav 2024: विशेष दीपकों से जगमगाएगा Shri Ramlalla Temple, डिजिटल पथ के रूप में दिखेगा धर्मपथ व लता मंगेशकर चौक



दीपोत्सव 2024 - दाग-धब्बे और कालिख से मन्दिर भवन को बचाने के लिए की गई है विशेष दीपकों की व्यवस्था


- ज्यादा देर तक जगमग रहेंगे ये विशेष दीपक, कार्बन उत्सर्जन भी होगा कम


- 29 अक्टूबर से 1 नवंबर तक रात बारह बजे तक श्रद्धालु निहार सकेंगे श्रीराम मंदिर की भव्य सजावट



अयोध्या, 27अक्टूबर। योगी सरकार इस वर्ष अयोध्या में आठवें दीपोत्सव का भव्य आयोजन कर रही है। इस अवसर पर अयोध्या नगरी को दीपों से रोशन करने और श्रीराम जन्मभूमि पर बने नव्य और भव्य मंदिर में पहली दीपावली को अविस्मरणीय बनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। इस वर्ष सरयू तट पर जहां 25 से 28 लाख दीपक प्रज्वलित कर विश्व रिकॉर्ड बनाने की योजना है, वहीं श्रीराम मंदिर में विशेष प्रकार के दीपक जलाए जाएंगे। मंदिर भवन को दाग-धब्बों और कालिख से सुरक्षित रखने के लिए विशिष्ट दीपकों की व्यवस्था की है, जो लंबे समय तक प्रकाशमान रहेंगे।


मनोहारी फूलों से सजेगा मन्दिर परिसर

श्रीराम जन्मभूमि मंदिर को आकर्षक फूलों से सजाने की भी विशेष योजना है। मंदिर परिसर को कई खंडों और उपखंडों में विभाजित कर सजावट का दायित्व सौंपा गया है। बिहार कैडर से स्वैच्छिक सेवानिवृत्त आईजी आशु शुक्ला को मंदिर के प्रत्येक कोने को व्यवस्थित रूप से रोशन करने, सभी प्रवेश द्वारों को तोरण से सजाने, साफ-सफाई और सजावट की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे श्रद्धालु मनोहारी फूलों और दीपों से सजे मंदिर का दिव्य दर्शन कर सकेंगे।


पर्यावरण संरक्षण का भी रखा गया ध्यान

इस दीपोत्सव में पर्यावरण संरक्षण का भी विशेष ध्यान रखा गया है। मंदिर भवन के ढांचे को धुएं की कालिख से बचाने के लिए परिसर में विशेष मोम के दीपक जलाए जाएंगे, जिनसे कार्बन उत्सर्जन न्यूनतम होगा। मंदिर ट्रस्ट का प्रयास है कि इस दीपावली में अयोध्या न केवल धर्म और आस्था का केंद्र बने, बल्कि स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दे।


रात 12 बजे तक हो सकेंगे बाहर से भवन दर्शन

दीपोत्सव की भव्यता को श्रद्धालुओं के लिए अविस्मरणीय बनाने के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने मंदिर को 29 अक्टूबर से 1 नवम्बर तक रात 12 बजे तक बाहर से भवन दर्शन के लिए खुला रखने का निर्णय लिया है। गेट संख्या चार बी (लगेज स्कैनर प्वाइंट) से श्रद्धालु आधी रात तक मंदिर की भव्य सजावट का आनंद ले सकेंगे। यह दीपोत्सव न केवल आस्था बल्कि पर्यावरण और सौंदर्य का संदेश भी देगा, जिससे अयोध्या की दीपावली विश्वभर में विशेष स्थान बनाएगी।


 


दीपोत्सव 2024- 80 हजार दीपों से बना स्वास्तिक पूरे विश्व को देगा शुभता का संदेश


- दीपोत्सव में विश्व कीर्तिमान बनाने के लिए योगी सरकार के 30 हजार वालेंटियर्स दीया सजाने सरयू घाटों पर जुटे


- सरयू के 55 घाटों पर दूसरे दिन वालंटियर्स द्वारा 10 लाख से अधिक दीये सजाये गए


- सोमवार तक पूरा हो जाएगा घाटों पर 28 लाख दीये बिछाने का काम


अयोध्या, 27 अक्टूबर। दीपोत्सव 2024 को लेकर एक ओर जहां योगी सरकार की तैयारियां अंतिम चरण में हैं, वहीं डाॅ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो प्रतिभा गोयल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंशानुरूप दीपोत्सव-2024 को ऐतिहासिक बनाने के लिए सरयू के 55 घाटों पर भारी भरकम टीम उतार दी है। दो हजार से अधिक पर्यवेक्षक, समन्वयक, घाट प्रभारी, दीप गणना व अन्य सदस्यों की देखरेख में 30 हजार से अधिक वालंटियर घाटों पर 28 लाख दीपों को सजाने का कार्य कर रहे हैं। इसके साथ ही 80 हजार दीपों से वालंटियर द्वारा राम की पैड़ी के घाट नम्बर 10 पर प्रतीक के रूप में स्वास्तिक बना रहे हैं। यह दीपोत्सव आकर्षण का केन्द्र होने के साथ पूरे विश्व को शुभता का संदेश देगा। इसके लिए 150 से अधिक वालंटियर लगाये गए है।


गूंज रहा जय श्रीराम का जयघोष

दीपोत्सव में विश्व कीर्तिमान बनाने के लिए दूसरे दिन विश्वविद्यालय परिसर एवं अन्य संस्थानों के वालंटियर जय श्रीराम के जयघोष के साथ राम की पैड़ी रवाना किए गए। सभी वालंटियर ने गले में क्यूआर कोड से लैस आईकार्ड, टी-शर्ट व कैप में घाटों पर दीपों को सजाना शुरू किया गया। बीच-बीच में वालंटियर द्वारा जय श्रीराम के नारे गूंजते रहे और 16 गुणे 16 का दीयों का ब्लाक बना रहे है जिनमें 256 दीए सजा रहे है।


वालेंटियर्स के लिए समुचित व्यवस्था

छोटी दीपावली के दिन 30 अक्टूबर को 28 लाख दीयों में तेल, बाती लगाकर देर शाम प्रज्ज्वलित करने के साथ एक नया विश्व रिकार्ड कायम करेंगे। दूसरी ओर घाटों पर घाट प्रभारी व समन्वयक द्वारा समय-समय पर वालंटियर को दिशा-निर्देश प्रदान किए जा रहे है। बहुत ही सावधानी से वालंटियर गत्तों से दीए निकालकर घाटों पर बिछाने का कार्य कर रहे है। इन वालंटियर को घाटों पर स्वच्छ पानी पीने की व्यवस्था सामग्री संयोजक प्रो सिद्धार्थ शुक्ला व प्रो गंगाराम मिश्र की देखरेख में की गई है। सभी को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके अतिरिक्त वांलटियर के लिए भोजन की व्यवस्था भी की गई। भोजन समिति के संयोजक प्रो चयन कुमार मिश्र व उनके सहयोगियों द्वारा भजन संध्या स्थल पर वालंटियर को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। दूसरी ओर विवि के उपकुलसचिव दिनेश कुमार मौर्य द्वारा नगर निगम की मदद से घाटों की स्वच्छता के लिए भारी भरकम टीम उतार दी गई है। इनके द्वारा घाटों की साफ-सफाई कराई जा रही है।


28 अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा 28 लाख दीये सजाने के काम

दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो संत शरण मिश्र ने बताया कि दीपोत्सव के विश्व कीर्तिमान के लिए विवि परिसर सहित 14 महाविद्यालय, 37 इण्टर कालेज, 40 एनजीओ के 30 हजार वालंटियर लगाये गए है। सरयू के 55 घाटों पर 30 एमएल दीए के 16 गुणे 16 का एक ब्लाक वालंटियर द्वारा बनाया जा रहा है। जिनमें 256 दीए बिछाये जा रहे है। दीपोत्सव के दिन 30 एमएल दीए में 30 एमएल सरसों को इस्तेमाल किया जायेगा। घाट प्रभारी व समन्वयक की देखरेख में बड़ी सावधानी से दीए में तेल डालने का काम करेंगे। दीए बिछाने का कार्य 28 अक्टूबर तक पूरा कर लिया जायेगा। 29 से घाटो पर लगे दीए की गणना की जायेगी। वही 30 अक्टूबर को घाटों पर लगे दीयों में बाती, तेल डालकर व प्रज्ज्वलन करके विश्व रिकार्ड बनायेंगे। दीपोत्सव की सफलता के लिए विश्वविद्यालय, सम्बद्ध महाविद्यालयों, इण्टर कालेज व स्वयंसेवी संस्थाओं की भारी भरकम टीम उतार दी गई है। सभी दीपोत्सव में विश्व कीर्तिमान बनाने के लिए युद्धस्तर पर कार्य को अंजाम दे रहे हैं।



 



दीपोत्सव 2024 - डिजिटल पथ के रूप में दिखेगा धर्मपथ व लता मंगेशकर चौक


- सीएम योगी के नेतृत्व में भव्य होने जा रहा अयोध्या में आठवां दीपोत्सव


- धर्मपथ पर लगेंगे डिजिटल पिलर, इनमें रामायण के विभिन्न प्रसंगों को लिया जाएगा प्रदर्शित


- धर्मपथ पर दो किलोमीटर तक 15-15 फीट के लगाए जाएंगे 24 पिलर


- लता चौक पर भी डिजिटल डिस्प्ले सिस्टम से श्री राम के अयोध्या आगमन प्रसंग का दर्शन कर सकेंगे लोग


- नेशनल हाईवे से अयोध्या में प्रवेश का मार्ग है धर्मपथ, जिसे भव्य साज सज्जा से किया जा रहा युक्त


- आस्था और प्रकाश का दीपोत्सव में ऐसा संगम दिखने वाला है कि हर कोई निहारता ही रह जायेगा


- गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की 30 सदस्यीय टीम पहुंची अयोध्या


अयोध्या, 27 अक्टूबर। आठवें दीपोत्सव के दौरान अयोध्या डिजिटल नगरी के रूप में नजर आने वाली है। आस्था और प्रकाश का दीपोत्सव में ऐसा संगम दिखने वाला है कि हर कोई निहारता ही रह जायेगा। खास तौर से अयोध्या का धर्मपथ और लता चौक। इनकी आभा देखते ही बनेगी क्योंकि यहां डिजिटल पिलर लगाए जा रहे हैं। भव्य मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद पहली बार दीपोत्सव का आयोजन होना है। इसे देखते हुए श्रद्धालुओं को त्रेता युग वाला अनुभव कराने की कोशिश की जा रही है। राम की पैड़ी समेत अन्य घाटों पर 25 लाख दीपों के प्रज्ज्वलन का रिकार्ड बनना है। इसके अलावा रामकथा पार्क व प्रमुख पथों को सजाने की कवायद जोर शोर से चल रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आठवें दीपोत्सव को भव्य बनाने की तैयारी चल रही है।


अभी तीन दिन जगमग करने की योजना

इंटेलिजेंट लाइटिंग के मीम प्रोडक्शन के असद बताते हैं कि प्रकाश की व्यवस्था के लिए उन्हें चयनित किया गया है। नेशनल हाईवे से अयोध्या में प्रवेश मार्ग धर्मपथ पर 15-15 फीट के 24 पिलर लगाए जा रहे हैं। डिजिटल पिलर पर रामायण के प्रसंग चलेंगे व स्वागतम् द्वार तक 28 से 30 अक्टूबर तक इन्हें चलाया जाना है। पिलर के ऊपर आकर्षक लाइटिंग की भी व्यवस्था रहेगी।


यहां भी होगी आकर्षक लाइटिंग

रामकथा पार्क, राम की पैड़ी, हनुमान गढ़ी, बिरला मंदिर, भजन संध्या स्थल, तुलसी उद्यान, सरयू ब्रिज इत्यादि स्थलों पर लाइटिंग होगी।


कीर्तिमान बनाने को बिछेंगे 28 लाख दीप, तीन बार होगी गिनती

अयोध्या में आठवें दीपोत्सव में एक बार फिर से कीर्तिमान बनाने की तैयारी चल रही है। 25 लाख दीपों का रिकार्ड बनाने के लिए 28 लाख से अधिक दीये बिछाए जाएंगे। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम के कंसल्टेंट निश्चल बरोट अयोध्या पहुंच चुके हैं। उनका कहना है तीन बार दीपों की काउंटिंग होगी। पहले सूखे दीप, फिर जलने के बाद मैनुअल काउंटिंग होगी। उसके बाद ड्रोन के जरिये वीडियो बनाकर अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले साफ्टवेयर पर अंतिम गिनती कर घोषणा कर दी जाती है। इस बार हमारी 30 लोगों की टीम आई है।


 


रामनगरी में दिखेगा अध्यात्म, परंपरा व संस्कृति का संगम


दीपोत्सव-2024


पहली बार 'रामलला की मौजूदगी' में होंगे समूचे आयोजन


रामकथा पार्क के मुख्य मंच पर होगी छह देशों व उत्तराखंड की रामलीला का मंचन


नृत्यमयी रामायण, हनुमान चालीसा नृत्य नाटिका व रामचरितमानस नारी शक्ति की भी प्रस्तुति मुख्य मंच पर


10 अन्य स्थानों पर भी तीन दिन (28 से 30 अक्टूबर) तक प्रस्तुति देंगे उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों के लोककलाकार


छह देशों, उत्तर प्रदेश की 11 व अन्य राज्यों की मंडली करेगी रामलीला, 30 अक्टूबर को सुबह 9 बजे से ही सांस्कृतिक प्रस्तुति देंगे लोककलाकार


लखनऊ, 27 अक्टूबरः दीपोत्सव-2024 अत्यंत खास होगा, क्योंकि सीएम योगी के नेतृत्व में होने वाला दीपोत्सव पहली बार 'रामलला की मौजूदगी' में होगा। इस बार 25 लाख दीप प्रज्ज्वलित कर नया रिकॉर्ड बनाया जाएगा। योगी सरकार के मार्गदर्शन में इस दीपोत्सव में रामनगरी में अध्यात्म, परंपरा व संस्कृति का संगम दिखेगा। 30 अक्टूबर को रामकथा पार्क स्थित मुख्य मंच पर छह देशों के साथ ही उत्तराखंड की रामलीला का भी मंचन होगा। हनुमान चालीसा नृत्य नाटिका से आध्यात्मिक बयार भी मुख्य मंच पर ही बहेगी।


मुख्य मंच पर छह देशों व उत्तराखंड की होगी रामलीला

30 अक्टूबर को दीपोत्सव के मुख्य मंच रामकथा पार्क में छह देशों की रामलीला होगी। इसमें म्यामार, नेपाल, थाईलैंड, मलेशिया, कंबोडिया व इंडोनेशिया के कलाकार रामलीला का मंचन करेंगे। वहीं उत्तराखंड के कलाकारों की तरफ से रामलीला की प्रस्तुति भी मुख्य मंच पर ही होगी। सहारनपुर की रंजना नेव नृत्यमयी रामायण के जरिए आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार करेंगी। आगरा की प्रीति सिंह (प्रीति के परिंदे) हनुमान चालीसा नृत्य नाटिका से संकटमोचन के चरणों में हाजिरी लगाएंगी। दिल्ली की मैत्रेय पहाड़ी व उनकी टीम श्रीरामचरितमाानस नारी शक्ति पर प्रस्तुति देंगी। लखनऊ की अपर्णा यादव का भजन गायन भी मुख्य मंच पर ही होगा। दीपोत्सव के मुख्य मंच पर यह सांस्कृतिक कार्यक्रम शाम सात बजे से होंगे।


दीपोत्सव पर अन्य राज्यों के कलाकारों की भी होगी प्रस्तुति

30 अक्टूबर को दीपोत्सव पर अन्य राज्यों के कलाकारों की भी प्रस्तुति होगी। इसमें मध्य प्रदेश की निधि चौरसिया टीम बधावा, असम की सनहल देवी बीहू, महाराष्ट्र की श्रद्धा लावनी, तेलंगाना के श्रीधर विश्वकर्मा गुसादी, झारखंड के सृष्टिधर महतो व टीम छाऊ, बिहार की महिमा झिझिंया, राजस्थान की ममता देवी कालवेलिया/घूमर लोकनृत्य, जम्मू के मो. यसीन व टीम रउफ लोकनृत्य पर प्रस्तुति देंगे। हरियाणा के संदीप यादव व टीम घूमर, पंजबा के हरदीप सिंह व टीम भांगड़ा, नागपुर की शिवमुद्रा बहुद्देशीय संस्था की तरफ से ढोलताशा नृत्य होगा। गुजरात के नितिन दवे व टीम डांडिया-गरबा, हिमाचल प्रदेश के देवदत्त व टीम शिरमौर नाटी नृत्य, छत्तीसगढ़ के मिलाप दास बनजारे पंथी, सिक्किम के शरद चंद्र सिंह सिघी छम नृत्य, चंडीगढ़ के गुरपेंदर सिंह लुडी नृत्य, गोवा के महेश समयी लैंप नृत्य व ओडिशा के चित्रसेन व टीम गोटीपुआ नृत्य पर प्रस्तुति देंगे। यह कार्यक्रम सुबह 9 बजे से ही प्रारंभ हो जाएंगे।


शोभायात्रा प्रस्तुति में भी यूपी के कलाकारों की रहेगी रामलीला मंडली, लोककलाकारों का दल भी देगा अनेक प्रस्तुति

संस्कृति विभाग के निर्देशन में 28 से 30 अक्टूबर तक रामलीला दलों के कलाकारों द्वारा शोभायात्रा की प्रस्तुति होगी। इसमें अयोध्या की श्री मारुति नंदन हनुमन आदर्श रामलीला मंडल, श्रीबालाजी सांस्कृतिक विकास सेवा संस्थान, जय हनुमान मानस उत्थान आदर्श रामलीला मंडल, श्रीअवध आदर्श रामलीला समिति, श्रीजनक दुलारी संस्थान समेत 11 दल रहेंगे। लोककलाकार दल भी विजयवीर विक्रम बहादुर, माता प्रसाद वर्मा की तरफ से फरुआही, अयोध्या के पुष्पेंद्र कुमार (बहुरूपिया), सुमिष्ठा मित्रा व टीम बधावा, रमा प्रजापति व टीम अवधी, झांसी के निशांत भदौरिया राई, गोरखपुर की सुगम सिंह शेखावत वनटांगिया नृत्य, मथुरा के माधव आचार्य मयूर नृत्य पर प्रस्तुति देंगे।


10 बड़े मंचों पर भी लोककलाओं का प्रदर्शन करेंगे कलाकार

योगी सरकार द्वारा रामनगरी अयोध्या में सांस्कृतिक प्रस्तुति के लिए 10 बड़े मंच बनाए गए हैं। इनमें गुप्तार घाट, बड़ी देवकाली, रामाघाट, बिड़ला धर्मशाला, भरतकुंड, तुलसी उद्यान, भजन संध्या स्थल, नाका हनुमानगढ़ी साहबगंज, बस अड्डा बाईपास, रामकथा पार्क में लोककलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। यह कार्यक्रम शाम पांच से रात्रि 9 बजे तक होंगे। इसमें रामघाट पर अग्निहोत्री बंधु सरीखे कलाकार भी अपनी प्रस्तुति देंगे। वहीं इसमें यूपी के सभी जनपदों के कलाकार भी रामनगरी में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।

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