बहराइच जिले के जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र घाघरा नदी के तट पर बनें 95 किलोमीटर लंबे बेलहा बेहरौली तटबंध का निरीक्षण कर रहे थे, DM के साथ SDM, तहसीलदार, व सिंचाई विभाग के अफसरों सहित तमाम आलाधिकारियों की टीम भी DM के साथ काफिले में चल रही थी।
इसी दौरान DM का काफिला तटबन्ध के किनारे एक झोपड़ी के पास जाकर अचानक रुक गया, फिर क्या था DM डॉ दिनेश चंद्र अपनी गाड़ी से उतर कर सीधे झोपड़ी पहुंच गए,जहां पर एक महिला कढ़ाई में खोया (औंट रही थी) बना रही थी, महिला के पास जाकर DM ने उसका हाल चाल पूछा और फिर खोये के बारे में जानकारी ली, इसके बाद खोये को चखकर महिला की आत्म निर्भरता का सम्मान करते हुए 1 किलो खोया खरीदकर तटबंध पर रह रही महिला की आत्मनिर्भरता का सम्मान किया।
पहले तो महिला समझी कोई राहगीर होगा जो खोया खरीदने के लिये उसकी झोपड़ी में आया होगा, लेकिन जब खोया बना रही महिला को पता चला कि उसकी झोपड़ी में कोई और नहीं बल्कि जिले के कलेक्टर आये हैं तो पहली बार अपनी झोपड़ी में DM को सामने खड़ा देख महिला की खुशी का कोई मानों कोई ठिकाना नहीं रहा। इस दौरान DM ने अपने काफिले में मौजूद अफसरों और कर्मचारियों से भी खोया लेने की अपील की, फिर क्या था देखते ही देखते महिला का सारा खोया चंद मिनटों में ही बिक गया।
तो इस तरह बहराइच के जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने आत्म निर्भरता की मिशाल पेश कर रही महिला का सम्मान कर, अपनी दरियादिली पेश की।
टीम स्टेट टुडे
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