उत्तर भारत भूकंप के झटकों से दहल उठा। दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों में भूकंप के तगड़े झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप के ये झटके 10 बजकर 34 मिनट पर महसूस किए गए। भूकंप के झटके पंजाब, जम्मू कश्मीर, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात समेत उत्तर भारत के कई इलाकों में महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी गई है। भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान में जमीन से 80 किलोमीटर नीचे बताया जा रहा है। भूकंप के चलते लोगों में दहशत फैल गई और वे अपने घरों से बाहर निकल आए।
भूकंप के झटके करीब 30 से 35 सेकेंड तक महसूस किए गए।
दिल्ली एनसीआर में ज्यादातर लोग हाईराइज में रहते हैं। भूकंप आते ही बड़ी बड़ी इमारतों में रहने वाले लोग बुरी तरह डर गए। दूसरी तीसरी मंजिल पर रहने वाले भी भूकंप के वाइब्रेशन से हिल गए तो आप कल्पना कीजिए कि जो लोग और ऊपरी मालों पर रहते हैं उनका क्या हाल होगा।
ताजिकिस्तान में 6.3 मापी गई तीव्रता
समाचार एजेंसी रॉयटर की रिपोर्ट के मुताबिक भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान-शिनजियांग सीमा क्षेत्र में था और इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.2 मापी गई। वहीं समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक ताजिकिस्तान में आए इस भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी गई।
अमृतसर में भी भूकंप का केंद्र, 6.1 रही तीव्रता
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) ने बताया है कि पंजाब के अमृतसर में इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.1 मापी गई। समाचार एजेंसी पीटीआइ ने नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के हवाले से बताया है कि भूकंप का केंद्र अमृतसर में था। एनसीएस के मुताबिक अमृतसर में भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर नीचे रहा।
इन राज्यों में हिली धरती
भूकंप के झटके उत्तर प्रदेश, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, समेत उत्तर भारत के कई इलाकों में महसूस किए गए हैं।
भूकंप से कोई नुकसान नहीं
अब तक जान-माल के नुकसान की कोई खबर सामने नहीं आई है। भूगर्भ वैज्ञानिकों के मुताबिक टेक्टोनिक प्लेटों में तेज हलचल के चलते भूकंप आते हैं। इसके अलावा उल्का प्रभाव और ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग भी भूकंप की वजहें होती हैं।
सुबह राजस्थान में आया था भूकंप
इससे पहले आज ही राजस्थान में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक राजस्थान में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर तीन 4.3 मापी गई थी। राजस्थान में सुबह 08:01 मिनट पर आए भूकंप का केंद्र बीकानेर के 420 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में था।
रिक्टर स्केल पर किस तरह के भूकंप कितने खतरनाक होते हैं?
0 से 1.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है.
2 से 2.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है.
3 से 3.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर होता है।
4 से 4.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं. दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं।
5 से 5.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर फर्नीचर हिल सकता है.
6 से 6.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है. ऊपरी मंजिलों को
को नुकसान हो सकता है.
7 से 7.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतें गिर जाती हैं. जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं.
8 से 8.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों सहित बड़े पुल भी गिर जाते हैं.
9 और उससे ज्यादा रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर भयंकर तबाही मचती है। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी. समंदर नजदीक हो तो सुनामी।
भूकंप में रिक्टर पैमाने का हर स्केल पिछले स्केल के मुकाबले 10 गुना ज्यादा ताकतवर
होता है।
टीम स्टेट टुडे
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