वाराणसी, 3 मार्च 2022 : उत्तर प्रदेश में सरकार बनी तो योगी आदित्यनाथ को उनके मठ भेजेंगे। जो उनके लिए सही जगह है। यह बातें बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने गुरुवार को चिरईगांव ब्लाक के संदहा में आयोजित जनसभा में कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार में दलितों व पिछड़ों का उत्पीड़न हुआ है। ब्राह्ममणों व मुस्लिमों का का हित भी सुरक्षित नहीं रहा। इस सरकार में विशेष जाति धर्म के लोगों को गलत मामलों में फंसाकर जेल में भेज दिया है। इस दौरान उन्होंने भदोही जिले का नाम संत रविदास करने और पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की बात कही।
हेलीकाप्टर से सभा स्थल पहुंचीं मायावती दोपहर में दो बजे विशाल मैदान में बने मंच पर पहुंचीं। अपने भाषण में उन्होंने सभी पार्टियों पर निशाना साधा। कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आजादी के बाद देश में 70 सालों तक कांग्रेस की सरकार रही है। इस दौरान उसने दलितों व पिछड़ों के विकास को नजरअंदाज किया। उसकी गलत नीतियों की वजह से ही आज सत्ता से बाहर है। संविधान निर्माता बाबा साहब को भारत रत्न नहीं दिया। कांशीराम के देहांत पर उनके सम्मान में एक दिन का अवकास नहीं रखा। पिछड़ों के आरक्षण के लिए मंडल रिपोर्ट भी नहीं लागू किया था। इस वक्त दलित-पिछड़ों का वोट लेने के लिए तरह-तरह का नाटक कर रही है।
सपा को निशाने पर लेते हुए कहा कि सपा की सरकार में गुंडों, माफियाओं, दंगा कराने वालों का राज रहा। विकास कार्य विशेष समुदाय के लोगों के क्षेत्र में हुआ। दलितों व पिछड़ों के लिए बसपा के शासन में चलायी गयी विकास योजनाओं को खत्म कर दिया। यही नहीं दलितों व पिछड़ों के सम्मानित गुरुओं, संतों के नाम पर चल रही योजनाओं, महाविद्यालयों आदि का नाम बदल दिया। सपा के बाद भाजपा का भी हाल कुछ ऐसा ही रहा है। शासन के दौरान आरएसएस का एजेंडा लागू किया है। इस समय धर्म के नाम पर तनाव का वातावरण है। दलितों व महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ा है। दलितों व पिछड़ों के लिए बनायी गयी योजनाओं का लाभ उन्हें नहीं मिल रहा है। प्राइवेट सेक्टर को बढ़ावा देने से आरक्षण खत्म हो रहा है।
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