भारत नेपाल बार्डर का जिला बहराइच स्मैक तस्करों का सबसे बड़ा बाजार बनता जा रहा है।आपको बता दें कि यहां का थाना रुपईडीहा, कोतवाली नानपारा, थाना दरगाह व रामगांव सहित कई थाना क्षेत्र स्मैक के कारोबारियों का सबसे बड़ा ठिकाना बना हुआ है। जिसकी गवाही आएदिन हो रही मादक पदार्थों की भारी बरामदगी स्वयं दे रही है।
इसी कड़ी में थानाध्यक्ष रिसिया हेमन्त गौड़ ने पुलिस और SOG टीम के साथ ज्वॉइंट ऑपरेशन के दौरान अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करों के गैंग से जुड़े 03 सदस्यों को ₹05 करोड़ की स्मैक की खेप के साथ रँगेहाँथ गिरफ्तार किया गया है।
आरोपी लक्जरी XUV300 UP40 AR7009 में सवार होकर स्मैक की खेप ले जा रहे थे, तभी सुरागरसी के आधार पर थाना रिसिया पुलिस ने SOG टीम के साथ घेराबंदी कर श्रावस्ती जिले के बॉर्डर पर कदियापुर के पास से आरोपियों को धर दबोचा।
गिरफ्त में आये आरोपियों की पहचान रुपईडीहा बार्डर के चकिया रोड निवासी अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्कर रिजवान अली पुत्र रमजान अली, मो0मुस्ताक अहमद उर्फ चांदसी पुत्र याकूब और कमालू पुत्र अब्दुल राउफ निवासी चकिया रोड थाना रुपईडीहा के रूप में हुई है। आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
कैसे चलता था रैकेट
रुपईडीहा थाने के चकिया रोड निवासी ड्रग कारोबारी रियाज़ साईं का छोटा भाई रिजवान है। रियाज़ साईं के जेल जाने के बाद बाराबंकी से स्मैक की खेप को सरहद तक लाने का जिम्मा चांदसी,कमालु व रिजवान ने उठाया रखा था। ये लोग बड़े पैमाने पर स्मैक,चरस,हीरोइन का कारोबार करते थे। ड्रग के कारोबार से चंद दिनों में ही ये लोग करोड़ों के मालिक बन गये थे। कई महंगी लग्जरी गाड़िया,लाखो कीमत के मोबाइल फोन,महंगी महंगी दो पहिया व 4 पहिया वाहन व रुपईडीहा से लेकर मुम्बई तक आलीशान मकानों के मालिक बन गये थे। सूत्रों की माने तो इन लोगों का एक बड़ा नेटवर्क रुपईडीहा बार्डर से लगे सरहदी इलाको में मकड़जाल की तर्ज पर फैला है। जिस नेक्सेस को क्रैक करने के लिये पुलिस टीम का राडार पर अभी भी कई ड्रग तस्करों के ऊपर घूम रहा है।
SP सिटी कुंवर ज्ञानेन्जय सिंह ने बताया की गिरफ्त में आये शातिर ड्रग तस्कर रिजवान अली व मुस्ताक उर्फ चांदसी ड्रग तस्करी में नेपाल में भी जेल जा चुका है, जिसे आज 03 सदस्यों संग गिरफ्तार किया गया है।
टीम स्टेट टुडे
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