जम्मू कश्मीर में चुन चुन कर हिंदुओं को मारने वाले और हिंसक गतिविधियो में शामिल रहे आतंकी अब उत्तर प्रदेश की जेलों में शिफ्ट किए जा रहे हैं। हाल ही में घाटी में आतंकी घटनाएं बढ़ी हैं।
ऐसे में वहां की जेलों में बंद हार्डकोर आतंकियों को दूसरे राज्यों की जेलों में शिफ्ट किए जाने का सिलसिला भी शुरू किया गया है। कश्मीर घाटी की अलग-अलग जेलों में बंद 26 आतंकियों का पहला ग्रुप शुक्रवार को उत्तर प्रदेश की आगरा सेंट्रल जेल भेजा गया है। आशंका है कि इन आतंकियों का कश्मीर में हो रहे हमलों में हाथ हो सकता है।
कुछ दिनों में कश्मीर घाटी के अंदर आतंकी हमलों में तेजी आई है। आतंकी घाटी में गैर-कश्मीरियों को निशाना बना रहे हैं। ऐसे में सुरक्षाबल पूरी सतर्कता के साथ काम कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ जारी अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई की गई है।
खुफिया एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर की जेलों में बंद 100 आतंकियों की लिस्ट तैयार की है, जो सुरक्षा बलों की तरफ से तैयार की गई ए और बी कैटेगरी के आतंकियों की लिस्ट में शामिल हैं। 30 आतंकी ए कैटेगरी में जबकि 70 आतंकी बी कैटेगरी में रखे गए हैं। ये आतंकी जेल में रहकर भी बाहर अपने स्लीपर सेल के साथ लिंक जोड़े हैं। यह जानकारी मिली है कि हाल ही में आतंकी घटनाओं को जेल में बंद ऐसे ही आतंकियों ने अपरोक्ष तरीके से स्लीपर सेल के जरिए अंजाम दिया है या घटना को अंजाम देने वाले आतंकियों की मदद अपने स्लीपर सेल से कराई है।
जम्मू-कश्मीर की जेलों से पांच दिन पहले ही 15 बंदियों आगरा केंद्रीय कारागार दाखिल किया गया है। जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग के चलते वहां सख्ती बढ़ा दी गई है। राज्य विरोधी ताकतों को जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा लोक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत गिरफ्तार किया जा रहा है। इन बंदियों को दूसरे राज्यों की जेलों में स्थानांतरित किया जा रहा है।
आगरा केंद्रीय कारागार की हाई सिक्योरिटी सेल में पहले से ही बंदी निरुद्ध हैं। जिसके चलते 17 अक्टूबर को यहां भेजे गए बंदियों को विशेष बैरक में रखा गया है।
आतंकी गतिविधियों में एक माह के दौरान आई तेजी से उपजे हालात का जायजा लेने गृहमंत्री अमित शाह 23 अक्टूबर को श्रीनगर पहुंच रहे हैं। तीन दिवसीय दौरे के दौरान वह प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के अलावा पंचायत प्रतिनिधियों व जन प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात करेंगे। इस दौरान कई इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवा को अगले आदेश तक बंद रखने के अलावा विभिन्न दोपहिया वाहन भी जब्त किए जा रहे हैं।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही कह दिया था कि गुंडे, माफिया, आतंकियों के लिए उत्तर प्रदेश की जेलें भी अब सुरक्षित ठिकाना नहीं है। इसलिए या तो अपराध छोड़ दें या फिर उत्तर प्रदेश। ऐसे में जम्मू कश्मीर के आतंकियों को यूपी की जेल में शिफ्टिंग हो रही है। लगता है इन आतंकियों को जल्द ही उनके किए की सजा मिलेगी।
टीम स्टेट टुडे
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