प्रयागराज, 19 जनवरी 2022 इलाहाबाद हाई कोर्ट ने वाराणसी, ज्ञानवापी परिसर स्थित कथित शिवलिंग की कार्बन डेटिंग मामले में भारतीय पुरातत्व विभाग को जवाबी हलफनामा दाखिल करने के लिए आठ हफ्ते का समय दिया है। याचिका की अगली सुनवाई 20 मार्च को होगी। यह आदेश न्यायमूर्ति जेजे मुनीर ने लक्ष्मी देवी व अन्य की पुनरीक्षण याचिका पर दिया है।
याची अधिवक्ता ने भी सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई के प्रभाव की जानकारी के लिए समय मांगा है। कोर्ट ने पिछली सुनवाई में आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया से कथित शिवलिंग में बिना किसी छेड़छाड़ के कार्बन डेटिंग जांच की जानकारी मांगी थी। साथ ही कहा था कि सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन केस के इस याचिका पर पड़ने वाले प्रभाव पर सुप्रीम कोर्ट से स्पष्टीकरण लेने का समय दिया था।
कोर्ट ने पूछा था कि क्या ऐसी कोई विधि है, जिससे कथित शिवलिंग को बिना नुकसान पहुंचाए उसकी कार्बन डेटिंग जांच की जा सके। इस पर आर्कोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया ने जवाब दाखिल कर कहा कि उसके पास ऐसी विधियां है जो शिवलिंग को नुकसान पहुंचाए बिना कार्बन डेटिंग जांच कर सकती हैं।
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