योगी सरकार के प्रोत्साहन से प्रदेश के विभिन्न जिलों में धरातल पर उतर रहे प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क
13 सबसे बड़े इंडस्ट्रियल पार्क के तहत प्रदेश में हो रहा 14,634 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश
कानपुर नगर में स्थापित हो रहे इंडस्ट्रियल पार्क से सर्वाधिक 2.5 लाख रोजगार का हो रहा सृजन
बागपत, बाराबंकी, बरेली, चंदौली, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, सहारनपुर और शाहजहांपुर में भी स्थापित हो रहे इंडस्ट्रियल पार्क
लखनऊ, 9 मार्च। सीएम योगी के नेतृत्व में औद्योगिक प्रदेश बनने की ओर अग्रसर उत्तर प्रदेश रोजगार का भी नया केंद्र बनकर उभर रहा है। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी 4.0) के तहत उत्तर प्रदेश में जो निवेश धरातल पर उतरे हैं, उनमें एक बड़ा योगदान प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क्स को लेकर भी है। प्रदेश के कई जनपदों में निवेशकों ने प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क में निवेश किया है। इनमें जो सबसे बड़े 13 पार्क स्थापित हो रहे हैं, उनके माध्यम से प्रदेश में 14,634 करोड़ रुपए के निवेश के साथ ही 2.70 लाख लोगों के लिए रोजगार का भी सृजन होने जा रहा है। इनमें 2.5 लाख रोजगार तो अकेले कानपुर नगर में स्थापित हो रहे इंडस्ट्रियल पार्क से मिलने जा रहे हैं। वहीं, बागपत, बाराबंकी, बरेली, चंदौली, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, सहारनपुर और शाहजहांपुर में भी इंडस्ट्रियल पार्क स्थापित किए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि बीती फरवरी में ही योगी सरकार ने जीबीसी 4.0 के माध्यम से 10 लाख करोड़ से अधिक की 14 हजार से ज्यादा परियोजनाओं को प्रदेश भर में धरातल पर उतारा है, जिससे 34 लाख रोजगार मिलने की संभावना है।
कानपुर में बंपर नौकरियों का सृजन
प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क के मामले में कानपुर नगर सबसे बड़ी उपलब्धि दर्ज करते हुए सबसे ज्यादा रोजगार प्रदान करने को तैयार है। यहां पर मेगा लेदर क्लस्टर डेवलपमेंट (यूपी) लि. 5850 करोड़ रुपए की लागत से प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क स्थापित कर रही है। यह इंडस्ट्रियल पार्क रिकॉर्ड 2.5 लाख लोगों को रोजगार प्रदान करेगा। इंडस्ट्रियल पार्क के माध्यम से सृजित हो रहे रोजगार की संख्या में यह सबसे बड़ा नंबर है। इसकी शुरुआत से कानपुर नगर की इंडस्ट्रियल पहचान और मजबूत हो जाएगी और साथ ही यह रोजगार का हब भी बनने की ओर अग्रसर होगा। इसके साथ ही अयोध्या में क्रेसेंडो इंटीरियर्स 500 करोड़ की लागत से प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना कर रहा हैं जिससे 100 लोगों को रोजगार प्राप्त होगा तो वहीं, बाराबंकी में लखनऊ एच एम ग्रीन सिटी प्रा. लि. 150 करोड़ रुपए से प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क स्थापित कर रहा है। इसकी स्थापना के बाद यहां पर 200 लोगों को रोजगार हासिल होगा। शाहजहांपुर में भी लेटेस्टप्लस अपैरल प्रा. लि. 5000 करोड़ के निवेश से इंडस्ट्रियल पार्क बना रहा है। यह पार्क 1000 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराएगा। इसके अतिरिक्त बरेली में रियलप्लाई प्लाइवुड्स एलएलपी 408 करोड़ की लागत से शुरू कर रहे प्रोजेक्ट के जरिए 1000 लोगों को, जबकि चंदौली में डीआरएस डेवलपर्स 50 करोड़ के निवेश से प्लेज स्कीम के अंतर्गत 150 लोगों के रोजगार का प्रबंध कर रहा है।
पश्चिमांचल में भी इंडस्ट्रियल पार्क देंगे हजारों रोजगार
प्रदेश के पश्चिमांचल में भी बड़े पैमाने पर इंडस्ट्रियल पार्क स्थापित किए जा रहे हैं। इसमें बीएमआर बिल्डकॉन प्रोजेक्ट्स प्रा. लि. बागपत में 200 करोड़ से 30 एकड़ इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना कर रहा है जो 1200 लोगों के लिए नौकरियां सृजित करेगा, जबकि बागपत में ही कालिंदी एस्टेट प्रा. लि. भी 200 करोड़ से 25 एकड़ इंडस्ट्रियल पार्क स्थापित कर रहे हैं, जिसके तैयार होने के बाद 1430 लोग रोजगार हेतु समायोजित हो सकेंगे। इसी तरह गाजियाबाद में मल्टीविंग्स इलेक्ट्रिक एलएलपी 500 करोड़ से लॉजिस्टिक पार्क का निर्माण कर रहा है। यह 800 लोगों के लिए नौकरियां प्रदान करने में सक्षम होगा। जबकि हापुड़ में शिव शंकर इंडस्ट्रीज 350 करोड़ रुपए का निवेश कर रहा है, जो 500 लोगों के लिए रोजगार के द्वार खोलेगा। मेरठ में विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एस्टेट 626 करोड़ की लागत से इंडस्ट्रियल पार्क बना रहा है, जिससे 6570 लोगों को रोजगार मिल सकेगा। मेरठ में ही पसवारा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा. लि. भी इंडस्ट्रियल पार्क में 300 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट में निवेश कर रहा है जो 500 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराएगा। सहारनपुर में पुलस्तया इंडस्ट्रियल पार्क लि. भी 500 करोड़ रुपए से इंडस्ट्रियल पार्क निर्मित कर रहा है। इससे 5000 लोगों की रोजी रोटी के प्रबंध किए जाने की उम्मीद है।
हर सुविधा से लैस होंगे इंडस्ट्रियल पार्क
उत्तर प्रदेश में स्थापित किए जा रहे इन प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क में औद्योगिक इकाइयों के लिए सभी सुविधाएं एक ही परिसर में उपलब्ध होंगी। पार्क के मैन्युफैक्चरिंग जोन में फ्लैटनुमा कारखाने और फैक्ट्री शेड होंगे। सामान्य सुविधाओं के तहत बिजनेस व शॉपिंग सेंटर, इन्क्यूबेशन सेंटर, होटल व रेस्टोरेंट, हॉस्टल, ऑफिस ब्लॉक, स्वास्थ्य व संचार सुविधाएं, पुलिस व फायर स्टेशन आदि होंगे। इन इंडस्ट्रियल पार्क में बिजली, पानी, सड़क की सुविधा के अलावा कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट, टेस्टिंग व सर्टिफिकेशन लैब भी होंगे। लॉजिस्टिक्स के तहत वेयरहाउस, कंटेनर व ट्रक टर्मिनल, रेलवे साइडिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, फ्यूल स्टेशन आदि सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। इसके अलावा हरियाली से भरा ग्रीन जोन भी होगा। यही नहीं, सुरक्षा की दृष्टि से भी यहां सिक्योरिटी गार्ड व पुलिस थाना जैसी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
टॉप 5 निवेश प्रोजेक्ट में मीरजापुर मंडल यूपी में नंबर वन
- मीरजापुर मंडल के तीन जिलों में टॉप फाइव प्रोजेक्ट के जरिए हुआ ₹86 हजार करोड़ से अधिक का निवेश
- दूसरे नंबर पर मेरठ मंडल, यहां 6 जिलों में टॉप 5 प्रोजेक्ट के जरिए हुआ ₹76 हजार करोड़ से अधिक का निवेश
- तीसरे नंबर पर झांसी मंडल के 3 जिलों में हुआ ₹20 हजार करोड़ से अधिक का निवेश
- चौथे नंबर पर लखनऊ और पांचवें पर मुरादाबाद मंडल ने बनाई अपनी जगह
- कभी नक्सल गतिविधियों के लिए देशभर में कुख्यात था मीरजापुर मंडल, योगीराज में उतरा सबसे अधिक निवेश
लखनऊ, 9 मार्च। यूपी को उद्योग प्रदेश बनाने का संकल्प पूर्वांचल की धरती से आगे बढ़ता दिख रहा है। प्रदेश के 18 मंडलों के 75 जिलों में धरातल पर उतरे टॉप 5 निवेश के मामले में पूर्वांचल का मीरजापुर मंडल सबसे ऊपरी पायदान पर अपनी जगह बनाने में कामयाब हुआ है। इसमें भी प्रदेश के सभी 75 जिलों में हुए टॉप 5 निवेश के मामले में सोनभद्र का पलड़ा सबसे भारी है। कभी नक्सल गतिविधियों के लिए देशभर में कुख्यात रहे इस जिले ने गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर (नोएडा/ग्रेटर नोएडा) को भी पछाड़ दिया है। 5 सबसे भारी भरकम प्रोजेक्ट के मामले में मीरजापुर मंडल के सोनभद्र में ₹81 हजार करोड़ से अधिक का निवेश धरातल पर उतर रहा है। वहीं मंडल के तीनों जिलों (मीरजापुर, सोनभद्र और भदोही) में होने वाले निवेश को जोड़ लें तो ये रकम ₹86 हजार करोड़ से भी अधिक है। वहीं टॉप 5 निवेश के मामले में मेरठ, झांसी, लखनऊ और मुरादाबाद मंडल क्रमश: दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें पायदान पर हैं। बता दें कि बीते 19 फरवरी को ही योगी सरकार ने ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के जरिए एक ही दिन में प्रदेश में ₹10 लाख 24 हजार करोड़ के निवेश को धरातल पर उतारकर नया कीर्तिमान रचा है।
सोनभद्र बना स्वर्ण क्षेत्र
अपने नाम के ही अनुरूप सोनभद्र यूपी में निवेश के मामले में स्वर्ण क्षेत्र बनकर उभरा है। मीरजापुर मंडल में शामिल यूपी के पूर्वी छोर पर स्थित इस जनपद की सीमाएं बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश से लगती हैं। खनिज संसाधन की प्रचुरता वाला ये जनपद आजादी के बाद कई दशकों तक नक्सल गतिविधियों के लिए कुख्यात रहा है। आदिवासी और जनजातीय बहुलता वाला ये जनपद अब बड़े उद्योग समूहों की पसंद बनकर उभरा है। योगी सरकार में सुदृढ़ कानून व्यवस्था, बेहतर कनेक्टिविटी, बिजली, सड़क और अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर सुविधाओं के विकसित होने तथा सोनभद्र और मीरजापुर में नक्सलियों के खिलाफ चलाई गई प्रभावी कार्रवाई के बाद मंडल के तीनों जिलों में स्थापित हो रहीं पांच-पांच बड़ी परियोनाओं ने ₹86207 करोड़ रुपए इन्वेस्ट किये हैं। सोनभद्र में निवेश करने वाले टॉप 5 प्रोजेक्ट्स थर्मल पावॅर और पम्प्ड स्टोरेज प्लांट के हैं। खास बात ये है कि सोनभद्र में टॉप 5 निवेशक कंपनियों में कोई भी ऐसी नहीं है जिसने ₹13 हजार करोड़ से कम का निवेश किया हो। वहीं मीरजापुर में सिमेंट, इथेनॉल, खनिज के क्षेत्र में कार्य कर रही कंपनियों ने निवेश किया है। इसी प्रकार भदोही में कालीन उद्योग में सबसे अधिक निवेश किया गया है। मीरजापुर मंडल में टॉप 5 निवेश से ही 16,197 रोजगार सृजित होंगे।
मेरठ मंडल में सबसे अधिक रोजगार
मेरठ मंडल के 6 जनपदों में टॉप 5 निवेश से ₹76,204 करोड़ का निवेश किया गया है। इसमें भी गौतमबुद्ध नगर (नोएडा/ग्रेटर नोएडा) में सर्वाधिक ₹56,800 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है। इसके अलावा मंडल के अन्य जिलों में शामिल बागपत में ₹1,558 करोड़, बुलंदशहर में ₹7,553 करोड़, गाजियाबाद में ₹4,900 करोड़, मेरठ में ₹2,777 करोड़ और हापुड़ में ₹2,616 करोड़ का निवेश किया गया है। वहीं रोजगार के दृष्टिकोण से देखें तो मेरठ मंडल इन मामले में प्रदेश में सबसे ऊपर है। यहां के सभी 6 जनपदों में लग रहे 5-5 बड़े निवेश से ही 1,25,047 रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
मुरादाबाद मंडल में 22,520 रोजगार
टॉप 5 निवेश के मामले में झांसी मंडल तीसरे स्थान पर है। मंडल में शामिल तीन जिले झांसी, जालौन और ललितपुर में ₹20,548 करोड़ का निवेश धरातल पर उतर रहा है। तीनों जिलों में हो रहे 5-5 बड़े निवेश से 6,550 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। इसी प्रकार टॉप 5 निवेश के मामले में चौथे पायदान पर लखनऊ मंडल शामिल है। प्रदेश की राजधानी समेत 6 जिले वाले इस मंडल में ₹18,347 करोड़ की टॉप 5 परियोजनाएं धरातल पर उतर रही हैं। मंडल के सभी जिलों में उतरने वाली टॉप 5 परियोजनाओं की बात करें तो हरदोई में ₹2,628 करोड़, लखीमपुर खीरी में ₹719 करोड़, लखनऊ में ₹7,374 करोड़, रायबरेली में ₹539 करोड़, सीतापुर में ₹3,502 करोड़ और उन्नाव में ₹3,585 करोड़ की परियोजनाएं शामिल हैं। लखनऊ मंडल में टॉप 5 निवेश से 21,650 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। इसी प्रकार पांचवें पायदान पर मुरादाबाद मंडल शामिल है। मंडल के पाच जनपदों में हुए टॉप 5 निवेश से ₹16,369 करोड़ के प्रोजेक्ट शुरू हो रहे हैं। पांचों जनपदों में टॉप 5 प्रोजेक्ट की बात करें तो बिजनौर में ₹2,319 करोड़, अमरोहा में ₹3,472 करोड़, मुरादाबाद में ₹6,978 करोड़, रामपुर में ₹2,822 करोड़ और संभल में ₹778 करोड़ का निवेश हुआ है। मुरादाबाद मंडल के सभी जिलों में हो रहे टॉप 5 निवेश से 22,520 रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
प्रदेश के 18 मंडलों की टॉप 5 निवेश के आधार पर रैंकिंग
1 - मिर्जापुर मंडल - 3 जिले - ₹86,607 करोड़
2 - मेरठ मंडल - 6 जिले - ₹76,204 करोड़
3 - झांसी मंडल - 3 जिले - ₹20,548 करोड़
4 - लखनऊ मंडल - 6 जिले - ₹18,347 करोड़
5 - मुरादाबाद मंडल - 5 जिले - ₹16,369 करोड़
6 - कानपुर मंडल - 6 जिले - ₹13,521 करोड़
7 - बरेली मंडल - 4 जिले - ₹13,427 करोड़
8 - वाराणसी मंडल - 4 जिले - ₹13,111 करोड़
9 - अयोध्या मंडल - 5 जिले - ₹10,143 करोड़
10 - आगरा मंडल - 4 जिले - ₹9,257 करोड़
11 - चित्रकूट मंडल - 4 जिले - ₹8,637 करोड़
12 - सहारनपुर मंडल - 3 जिले - ₹5,225 करोड़
13 - देवीपाटन मंडल - 4 जिले - ₹4,317 करोड़
14 - गोरखपुर मंडल - 4 जिले - ₹4,162 करोड़
15 - प्रयागराज मंडल - 4 जिले - ₹3,871 करोड़
16 - अलीगढ़ मंडल - 4 जिले - ₹3,821 करोड़
17 - बस्ती मंडल - 3 जिले - ₹1,763 करोड़
18 - आजमगढ़ मंडल - 3 जिले - ₹1,462 करोड़
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