कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले माफिया विकास दुबे की तलाश में एसटीएफ के साथ इंटेलिजेंस ब्यूरो को भी लगाया गया है राजस्थान और मध्यप्रदेश समेत एनसीआर व दिल्ली समेत कई राज्यों की सीमाओं की घेराबंदी करके विकास दुबे को पकड़ने के प्रयासों फिलहाल एजेंसियों के हाथ खाली हैं। योगी सरकार ने विकास दुबे पर घोषित इनाम 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख कर दिया है यही नहीं पूरे हत्याकांड में नामजद 18 अन्य आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम रखा गया है औरैया दिबियापुर के पास लखनऊ नंबर की एक चाबी लगी कार और संदिग्ध दस्तावेज भी लावारिस हालत में पुलिस को मिलें है जो किसी अमित दुबे के नाम रजिस्टर्ड है लेकिन अंदेशा है ये कार आरोपियों ने इस्तेमाल की है।
सोशल मीडिया पर माफिया विकास दुबे को हीरो बताने वाले कानपुर में कोचिंग चलाने वाले किलकिल सचान को काकादेव थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस जांच में एक बड़ा खुलासा ये भी हुआ है कि थाना चौबेपुर के पुलिस कर्मियों ने ही दबिश से पहले ही बिकरु गांव की बिजली लाइनमैन को फोन करके कटवाई गई थी।
इस बीच पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है पुलिस ने मुठभेड़ में विकास दुबे के सहयोगी दयाशंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार कर लिया है कानपुर के कल्याणपुर थाना क्षेत्र में पुलिस से मुठभेड़ के दौरान उसके पैर में गोली लग गई घायल दयाशंकर पर भी 25 हजार का इनाम घोषित है दयाशंकर विकास के साथ घर पर ही रहता था पूछताछ में दयाशंकर से कई खुलासे किये हैं। दयाशंकर ने कहा कि विकास दुबे को पुलिस स्टेशन से फोन आया था फिलहाल पुलिस अफसरों के मुताबिक़ पूरा चौबेपुर थाना ही जांच के राडार पर है।
विकास दुबे बेहद दुर्दांत अपराधी है वो पुलिसकर्मियों के शवों को बीच गाँव में बीच चौराहे फूंकने के प्रयास में था। पुलिस वालों की हत्या की खबर मिलने के बाद जब दूसरी पुलिस टीम वहां पहुंची तो पुलिस वालों के शव एक के ऊपर एक पड़े हुए थे सभी शवों को जलाने के लिए घर में मौजूद ट्रैक्टर से तेल निकाला जा रहा था इन सब में विकास दुबे की मदद कर रहे थे डरे हुए गांव के लोग।
कानपुर आईजी मोहित अग्रवाल के मुताबिक अब तक कुल 21 लोगों की पहचान कर ली गई है। लेकिन लाख प्रयासों के बावजूद अभी तक यूपी पुलिस अपने ही आठ जवानों को बेरहमी से मारने वाले अपराधी का कोई सुराग नहीं लगा पाई है।
टीम स्टेट टुडे
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