
डेढ़ दशक से कुछ ज्यादा पुरानी बात है...,पुराने लखनऊ से गुजरती गोमती नदी पर लाल वाले पक्के पुल के एक बुर्ज पर हरिजीवन रस्तोगी से उनके एक वरिष्ठ ने पूछा - क्या होगा अगर एक शीशी स्याही गोमती नदी में डाल दी जाए ?
जवाब मिला – स्याही नदी में बह जाएगी।
वरिष्ठ ने हरिजीवन जी से फिर पूछा कि अगर यही स्याही एक बाल्टी में डाल दी जाए तो क्या होगा
जवाब मिला- पानी नीला हो जाएगा।
उसी बुर्ज पर वापस स्कूटर स्टार्ट करने का इशारा करते हुए वही वरिष्ठ हरिजीवन जी से बोले - हरिजीवन जी अब तक आप समुन्दर में तैरते रहे हैं इसलिए नदी, पोखर और बाल्टी की कीमत भूल गए। अब वक्त आ गया है जब आपको अपने समाज को एक डोरी में पिरोने का काम करना है। बाल्टी का किनारा वह बंधन है जहां स्याही का रंग दिखेगा भी और उपयोगी भी होगा।

चौबीस साल तक विश्व हिंदू परिषद का झंडा उठाकर देश-समाज के एक-एक हिंदू को जोड़ते हुए जिस व्यक्ति ने अयोध्या में गुलामी के ढांचे को गिराने में बड़ा किरदार निभाया वो बीते सत्रह साल से अपने वरिष्ठ की आज्ञा मानते हुए सत्यवादी हरिश्चन्द्र वंशीय समाज को एकजुट करने के साथ साथ समाज को स्वस्थ रखने का बीड़ा भी उठाए हैं। हरिजीवन रस्तोगी उम्र के सत्तर से ज्यादा बसंत देख चुके हैं लेकिन जज्बा ऐसा है कि युवाओं को चुनौती मिल जाए।
सत्यवादी हरिश्चन्द्र स्वास्थ्य परीक्षण समिति के संस्थापक सदस्य हरिजीवन रस्तोगी ने डेढ़ दशक पहले जो बीज बोया था आज वो फलदार पेड़ बन गया है।

रस्तोगी स्वास्थ्य परामर्श केंद्र खालाबाजर में होली मिलन एवं विशिष्ट विभूतियों के सम्मान का कार्यक्रम बहुत ही भव्यता एवं आमोद प्रमोद के वातावरण में सम्पन्न हुआ। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक भी मौजूद रहे।
सत्यवादी महाराज हरिश्चंद्र जी की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्जवलन से कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। होली उत्सव के अनुकूल अनेक हास्य व्यंग की रचनाओं ने श्रोताओं को दुदगुदा दिया।
इस मौके पर समाजिक और साहित्यिक क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए काशी नाथ रस्तोगी, डॉ. स्वतंत्र रस्तोगी, डॉ. संजीव रस्तोगी, चार्टर्ड एकाउंटेंट कृष्ण रतन रस्तोगी, धर्मेंद्र नाथ रस्तोगी और अलंकार रस्तोगी को उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने सम्मानित किया।
इस अवसर पर समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रस्तोगी, लखनऊ समाज के महामंत्री प्रदीप रस्तोगी, रस्तोगी स्वास्थ्य परामर्श केंद्र के मार्ग दर्शन डॉ. विनोद रस्तोगी पूर्व सीएमओ कानपुर, प्रेम किशोर रस्तोगी, केंद्र के अध्यक्ष दीपक रस्तोगी, क्षेत्रीय पार्षद राजीव बाजपेई भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट रितेश रस्तोगी और प्रकाश चंद्र ने किया। होली मिलन के कार्यक्रम में रस्तोगी समाज से बड़े-बुजुर्गों के साथ साथ बड़ी संख्या में महिलाओं और बच्चों ने चाट, गुझिया, ठंडाई और कुल्फी का भी जमकर लुत्फ उठाया।

सामाजिक उत्थान के क्रम में लखनऊ हिश्चंद्र वंशीय समाज ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। युवा पीढ़ी के सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए योग्य और जरुरतमंद छात्र-छात्राओं के विकास हेतु छात्रवृत्ति, ऑनलाइन मार्गदर्शन, भविष्य निर्माण और स्टार्टअप योजना के कार्यक्रम भी संचालित किए जा रहे हैं। जिसमें प्रारंभिक स्तर पर कक्षा नौ से बारह तक के छात्र-छात्राओं को और व्यवसायिक स्तर पर स्नातक और परास्नातक के अलावा प्रोफेशनल कोर्सेज के लिए आर्थिक मदद भी दी जा रही है। इस योजना का उद्देश्य "समाज से प्राप्त - समाज को अर्पित" करना है।
सुहासिनी के नाम से लखनऊ हरिश्चन्द्रवंशीय महिला समिति स्व-परिचय का विशेष अभियान भी चला रही है। जिससे समाज की महिलाओं को भी मंच मिल रहा है। आगामी 13 अप्रैल 2025 को रस्तोगी परामर्श केंद्र में स्व-परिचय सम्मेलन होगा।
Comments