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भारत ने अंतरिक्ष में रचा नया इतिहास, अपने लक्ष्य तक पहुंचा आदित्य एल-1; PM मोदी ने दी बधाई, स्पेस एक्सप्लोरेशन में ग्लोबल स्टेज पर नई ऊंचाइयों को छू रहा है भारत: सीएम योगी

Writer: statetodaytvstatetodaytv

Updated: Jan 7, 2024




भारत ने शनिवार को अंतरिक्ष में नया इतिहास रचा है। भारत का सूर्य मिशन- आदित्य एल-1 अपने लक्ष्य तक पहुंच गया है। इसरो की इस कामयाबी पर प्रधानमंत्री मोदी ने बधाई दी है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने एक और उपलब्धि हासिल की। भारत की पहली सौर वेधशाला आदित्य-एल1 अपने गंतव्य तक पहुंची। उन्होंने कहा कि यह हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है।

 

पीएम मोदी ने कहा, मैं इस असाधारण उपलब्धि की सराहना करने में राष्ट्र के साथ शामिल हूं। उन्होंने कहा कि हम मानवता के लाभ के लिए विज्ञान की नई सीमाओं को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे।

 

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसरो की सफलता पर बधाई देते हुए कहा कि चांद से लेकर सूर्य तक हम। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत के लिए यह साल कितना शानदार रहा। हमारी इसरो टीम ने एक और सफलता की कहानी लिखी है। आदित्य एल-1 सूर्य के रहस्यों से पर्दा उठाने के लिए अपनी अंतिम कक्षा में पहुंच गया है।


 

आदित्य-L1 स्पेसक्राफ्ट के डेस्टिनेशन तक पहुंचने की उपलब्धि पर सीएम योगी ने दी टीम इसरो को बधाई

 

लखनऊ, 6 जनवरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदित्य-L1 स्पेसक्राफ्ट के सन-अर्थ लैग्रेंज पॉइंट 1 (L1) पर पहुंचने की ऐतिहासिक उपलब्धि पर इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाइजेशन (इसरो) को बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर अपने आधिकारिक हैंडल से किए गए पोस्ट में कहा, "भारत की पहली सोलर ऑब्जरवेटरी #AdityaL1 के अपने गंतव्य पर पहुंचने की इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए टीम इसरो को बधाई। उनका डेडीकेशन और एक्सपर्टीज निस्संदेह महत्वपूर्ण सोलर इनसाइट्स को उजागर करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की वैज्ञानिक प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता ने भारत के स्पेस एक्सप्लोरेशन के प्रयासों को प्रेरित किया है और हमारा देश ग्लोबल स्टेज पर नई ऊंचाइयों को छू रहा है। उल्लेखनीय है कि इसरो का आदित्य-L1 स्पेसक्राफ्ट 126 दिनों में 15 लाख किमी की दूरी तय करने के बाद शनिवार को सन-अर्थ लैग्रेंज पॉइंट 1 (L1) पर पहुंच गया है। L1 अंतरिक्ष में ऐसा स्थान है, जहां पृथ्वी और सूर्य की गुरुत्वाकर्षण शक्तियां संतुलित होती हैं। आदित्य L1 को 2 सितंबर को सुबह 11.50 बजे PSLV-C57 के XL वर्जन रॉकेट के जरिए श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था।

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