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फरीदाबाद, 17 जनवरी 2024, “भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव 2023 कई अन्य प्रयोजनों के साथ-साथ तीन प्रमुख कारणों से मनाया जा रहा है और ये तीन कारण हैं – पहला, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर भारत के चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग; दूसरा भारत द्वारा कोविड वैक्सीन का विकास और तीसरा, अरोमा मिशन।” उक्त उद्बोधन केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह ने ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (टीएचएसटीआई)-रीजनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी (आरसीबी) संयुक्त परिसर, फरीदाबाद में आयोजित आईआईएसएफ 2023 के उद्घाटन समारोह के दौरान व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत कम समय में सफल डीएनए वैक्सीन बनाने वाला पहला देश है। अब हम दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में पांचवें स्थान पर पहुंच गये हैं। भारत विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के बल पर वैश्विक प्रतिष्ठा प्राप्त करने वाला देश बन गया है। माननीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कुछ वर्षों में भारत सरकार द्वारा किए गए पांच क्रांतिकारी निर्णयों पर ध्यान केंद्रित किया, जैसे कि सार्वजनिक-निजी भागीदारी के माध्यम से अंतरिक्ष सुधार, राष्ट्रीय क्वांटम मिशन, अनुसंधान-नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (एनआरएफ), राष्ट्रीय भू-स्थानिक नीति और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)। डॉ. सिंह ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से राष्ट्रीय विकास के लिए, अब हम भारतीय समस्याओं के भारतीय समाधान, भारतीय अनुसंधान के लिए भारतीय डेटा, भारतीय लोगों के लिए भारतीय चिकित्सक और सार्वजनिक-निजी भागीदारी पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
17 जनवरी 2024 बहुप्रतीक्षित मेगा साइंस फेस्टिवल यानी आईआईएसएफ 2023 का पहला दिन है। 2015 के बाद से, इस विज्ञान महोत्सव के आठ संस्करणों के बाद, नौवां संस्करण अधिक दिलचस्प है। हर कोई उद्घाटन सत्र के बाद आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को लेकर उत्साहित है। आईआईएसएफ आयोजन के मूल उद्देश्य के अनुसार पूरा आयोजन स्थल समाज के हर आयुऔर विभिन्न वर्गों के लोगों से भरा हुआ था। यह "सभी लोगों द्वारा विज्ञान के उत्सवकी भावना" को दर्शाता है। इस वर्ष के IISF की थीम है- "अमृतकाल में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की सार्वजनिक पहुँच।"
उद्घाटन समारोह के अन्य गणमान्य अतिथियों में श्री मूलचंद शर्मा, कैबिनेट मंत्री, उच्च शिक्षा, परिवहन, खान और भूविज्ञान, और चुनाव, हरियाणा सरकार; प्रो. अजय कुमार सूद, भारत सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार; प्रो. अभय करंदीकर, सचिव, डीएसटी; डॉ. एम. रविचंद्रन, सचिव, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय; डॉ. एन. कलैसेल्वी, सचिव, डीएसआईआर एवं महानिदेशक, सीएसआईआर; डॉ. राजेश एस. गोखले, सचिव, डीबीटी; सुश्री ए. धनलक्ष्मी, संयुक्त सचिव, डीएसटी; श्री शिवकुमार शर्मा, राष्ट्रीय संगठन सचिव, विज्ञान भारती (विभा) ने सहभागिता की।
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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, डीएसटी सचिव, प्रो. अभय करंदीकर ने भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) 2023 में 23 देशों से आने वाले सभी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव देश भर की वैज्ञानिक उपलब्धियों का एक प्रकाशस्तंभ बन गया है। उन्होंने 17-20 जनवरी 2024 तक चार दिनों में होने वाले कार्यक्रमों के संक्षिप्त परिचय के साथ-साथ आईआईएसएफ 2023 के महत्व पर भी चर्चा की। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे युवा विद्यार्थी और शोधकर्ता हमारे देश द्वारा की गई वैज्ञानिक प्रगति से प्रेरित और उत्साहित होते हैं और भारत को वैश्विक रूप से अग्रणी बनाने में योगदान देते हैं।
उद्घाटन सत्र के दौरान, गणमान्य अतिथियों द्वारा आईआईएसएफ प्रोग्राम गाइड और आईआईएसएफ न्यूज़ बुलेटिन के क्षेत्रीय भाषाओं के विशेष संस्करण विमोचित किए गए। ये भाषा संस्करण सात भारतीय भाषाओं (मलयालम, बांग्ला, हरियाणवी, भोजपुरी, हिंदी, मराठी और उर्दू) में प्रकाशित किये गए। सीएसआईआर-राष्ट्रीय विज्ञान संचार एवं नीति अनुसन्धान संस्थान (निस्पर) के साइंस मीडिया कम्युनिकेशन सेल (एसएमसीसी) ने आईआईएसएफ न्यूज़ बुलेटिन के इन भाषा संस्करणों को डिजाइन और प्रकाशित किया है।
इस अवसर पर हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री श्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि ज्ञान और नवीन विचारों के आदान-प्रदान से देश की प्रगति होती है। भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी आधारित ज्ञान साझा करने का एक उपयुक्त मंच है।
भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. अजय सूद ने कहा कि आईआईएसएफ 2023 का दृष्टिकोण विज्ञान को न केवल किताबों में, बल्कि कई रोचक और बौद्धिक तरीकों से जनता के लिए सुलभ बनाना है। उन्होंने कहा कि आईआईएसएफ विज्ञान और प्रौद्योगिकी के कई क्षेत्रों के साथ अपने आयोजनों और कार्यक्रमों के माध्यम से वैज्ञानिक विषयों की गहरी समझ प्राप्त करने के व्यापक अवसर प्रदान करता है।
विज्ञान भारती के राष्ट्रीय आयोजन सचिव डॉ. शिवकुमार शर्मा ने दर्शकों और उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। उन्होंने हमारी भारतीय परंपरा और उन मूल्यों पर जोर दिया जिनमें विज्ञान अंतर्निहित है और कहा कि विज्ञान एक उत्सव है। उन्होंने आगे कहा कि विज्ञान महोत्सव का आयोजन इस बात पर विचार करने और लागू करने के उद्देश्य से किया जाता है कि प्रयोगशालाओं से विज्ञान कैसे समाज तक पहुंचे या उपलब्ध हो और आम जनता के लिए उपयोगी हो।
मंच पर उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों को डॉ. पी.एस. गोयल, अध्यक्ष, कार्यक्रम समिति, आईआईएसएफ 2023, के द्वारा उपहार भेंट की गयी, इसे एक बुनियादी स्तर के नवप्रवर्तक द्वारा गाय के गोबर के बर्तन और मिट्टी के ठंडे पानी की बोतल के रूप में आविष्कृत किया गया, जो विज्ञान के जमीनी स्तर के नवाचारों को समाज तक ले जाने के मेगा विज्ञान कार्यक्रम के एक उद्देश्य को सही ठहराता है।
उद्घाटन समारोह नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन (एनआईएफ) भारत के निदेशक और आईआईएसएफ 2023 के मुख्य समन्वयक डॉ. अरविंद सी. रानडे के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ संपन्न हुआ। एनआईएफ-इंडिया, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) भारत सरकार का एक स्वायत्त संगठन है, जो IISF 2023 का समन्वय और कार्यान्वयन संगठन भी है।
आईआईएसएफ 2023 के पहले दिन के लिए निर्धारित कार्यक्रमों में स्टूडेंट साइंस विलेज, फेस टू फेस विथ न्यू फ्रंटियर्स ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, साइंस थ्रू गेम्स एंड टॉयज, स्टूडेंट्स इनोवेशन फेस्टिवल – स्पेस हैकाथॉन 2023, स्टेट एस एंड टी मिनिस्टर्स एंड सेंटर एंड स्टेट एस एंड टी सेक्रेटरीज एंड ऑफिसियल कॉन्क्लेव, एजुकेशन फॉर एस्पायरिंग इंडिया – नेशनल साइंस टीचर्स वर्कशॉप, यंग साइंटिस्ट्स कांफ्रेंस, न्यू एज टेक्नोलॉजी शो, नेशनल सोशल आर्गेनाईजेशन एंड इंस्टिट्यूशंस मीट (एनएसओआईएम), साइंस, टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन एक्जीबिशन विज्ञान और भारत अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को दर्शाता हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे आयोजन शामिल थे।
आईआईएसएफ 2023 दस दूसरे दिन (18 जनवरी 2024) को स्टूडेंट साइंस विलेज, साइंस थ्रू गेम्स एंड टॉयज, स्टूडेंट्स इनोवेशन फेस्टिवल – स्पेस हैकाथॉन 2023, विज्ञानिका, स्टेट एस एंड टी मिनिस्टर्स एंड सेंटर एंड स्टेट एस एंड टी सेक्रेटरीज एंड ऑफिसियल कॉन्क्लेव, एजुकेशन फॉर एस्पायरिंग इंडिया – नेशनल साइंस टीचर्स वर्कशॉप, यंग साइंटिस्ट्स कांफ्रेंस, न्यू एज टेक्नोलॉजी शो, नेशनल सोशल आर्गेनाईजेशन एंड इंस्टिट्यूशंस मीट (एनएसओआईएम) शीर्षक इवेंट आयोजित किये जायेंगे।
विशाल विज्ञान महोत्सव 17-20 जनवरी 2024 तक जैवप्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी)-रीजनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी (आरसीबी) और ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (टीएचएसटीआई), फरीदाबाद (हरियाणा) के संयुक्त परिसर में संचालित हो रहा है।
विज्ञान के इस भव्य उत्सव का उद्देश्य विज्ञान को समाज से जोड़ने के प्राथमिक उद्देश्य के साथ देश द्वारा विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार में वैज्ञानिक उपलब्धियों का सम्मान करना और उन्हें उजागर करना है।
सीएसआईआर- राष्ट्रीय विज्ञान संचार एवं नीति अनुसन्धान संस्थान (निस्पर) के साइंस मीडिया कम्युनिकेशन सेल (एसएमसीसी) भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) 2023 के मीडिया प्रचार का समन्वयक है और मीडिया प्रचार की सुविधा प्रदान कर रहा है। एसएमसीसी का मुख्य उद्देश्य मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर भारत की अनुसंधान एवं विकास सफलताओं और वैज्ञानिक उपलब्धियों को प्रदर्शित तथा प्रसारित करना है।
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