google.com, pub-3470501544538190, DIRECT, f08c47fec0942fa0
top of page
chandrapratapsingh

'बालाकोट स्ट्राइक के बाद परमाणु युद्ध की कगार पर थे भारत-पाक'


वाशिंगटन, 24 जनवरी 2023 : अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने दावा किया है कि फरवरी 2019 में बालाकोट स्ट्राइक के बाद भारत-पाकिस्तान परमाणु युद्ध की कगार पर थे। उन्होंने बताया कि तत्कालीन भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उनसे कहा था कि पाकिस्तान स्ट्राइक के बाद परमाणु हमले की तैयारी कर रहा था और भारत भी इसकी आक्रामक प्रतिक्रिया की तैयारी कर रहा है।

पोंपियो की टीम ने रात भर की भारत-पाक से बातचीत

मंगलवार को बाजार में आई अपनी नई किताब 'नेवर गिव एन इंच: फाइटिंग फॉर द अमेरिका आई लव' में इस मामले का जिक्र करते हुए पोंपियो ने बताया कि इस घटना के समय 27-28 फरवरी को वह अमेरिका-उत्तर कोरिया शिखर सम्मेलन के लिए हनोई में थे और दोनों देशों में परमाणु टकराव टालने के लिए उनकी टीम ने रात भर भारत और पाकिस्तान से बातचीत की।

भारत-पाकिस्तान में परमाणु युद्ध टालने में जुटे थे पोंपियो

पूर्व विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने कहा कि फरवरी 2019 में भारत-पाकिस्तान की दुश्मनी परमाणु युद्ध में बदल सकती थी। बता दें कि भारत ने पुलवामा आतंकी हमले के जवाब में फरवरी 2019 में पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी। अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री ने किताब में जिक्र किया है कि वह उस रात को कभी भूल नहीं सकते। पहले उन्होंने परमाणु हथियारों पर उत्तरी कोरिया के नेताओं से बातचीत की, फिर रात भर भारत-पाकिस्तान में परमाणु युद्ध टालने में जुटे रहे।

भारत से मजबूत संबंध बनाना उनके कार्यकाल की प्राथमिकता

पोंपियो बताते हैं कि हनोई में भारतीय विदेश मंत्री से बात करने के लिए वह नींद से जागे। भारतीय विदेश मंत्री को पाकिस्तान द्वारा परमाणु युद्ध की तैयारी करने की आशंका थी। हालांकि, किताब में सुषमा स्वराज को गलती से ‘शी’ के बजाय ‘ही’ लिखा गया है। फिर पोंपियो ने इस बारे में पाकिस्तान में सत्ता के असली केंद्र वहां के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से बातचीत की।

भारत के विदेश मंत्रालय ने नहीं की कोई टिप्पणी

बाजवा को लगता था कि शायद भारत परमाणु युद्ध की तैयारी कर रहा था। आखिरकार दोनों देशों के बीच गलतफहमी सुलझ गई। पोंपियों के दावों पर भारत के विदेश मंत्रालय ने कोई टिप्पणी नहीं की। पोंपियो ने यह भी उल्लेख किया कि भारत से मजबूत संबंध बनाना उनके कार्यकाल की प्राथमिकता थी।

8 views0 comments

Comments


bottom of page
google.com, pub-3470501544538190, DIRECT, f08c47fec0942fa0