पाकिस्तान में फिर सर्जिकल स्ट्राइक हुई है। इस बार ईरान ने पाकिस्तान में घुस कर आतंकियों के साथ साथ पाकिस्तानी सेना के जवानों के बीच कोहराम मचा दिया।
ईरानी सुरक्षा बल रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने पाकिस्तान में घुसकर अपने दो सैनिकों को आतंकियों के कब्जे से छुड़ा लिया है। ये दोनों उन 12 सैनिकों में शामिल थे, जिन्हें 2018 में अगवा कर लिया गया था। एनाडोलू एजेंसी ने बताया कि रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने इन्हें छुड़ाने के लिए पाकिस्तानी सरजमीं पर खुफिया ऑपरेशन चलाया। रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि दो सैनिकों को जैश उल-अदल के कब्जे से छुड़ाने के लिए मंगलवार रात सफलतापूर्वक अभियान चलाया गया।
ईरान की सर्जिकल स्ट्राइक में कई पाकिस्तानी सैनिक भी मारे गए हैं, जो आतंकियों कवर फायर दे रहे थे। खुफिया जानकारी के आधार पर ईरान की रेवोल्यूशनरी गार्ड्स (IRGC) ने पाकिस्तान के अंदर जाकर ऑपरेशन को अंजाम दिया है।
कौन है जैश उल-अदल
जैश उल-अदल या जैश अल-अदल एक सलाफी जिहादी आतंकवादी संगठन है, जो दक्षिणी-पूर्वी ईरान में मुख्यतौर पर सक्रिय है। ईरान में यह आतंकवादी संगठन नागरिक और सैन्य ठिकानों पर कई हमले कर चुका है। इस आतंकवादी संगठन को बलूचिस्तान में निर्दोष लोगों के नरसंहार के लिए पाकिस्तानी सेना से पूरा समर्थन मिलता है।
IRGC के सूत्रों अनुसार,2018 में मुक्त कराए गए ईरानी बॉर्डर गार्ड्स के जवानों को अगवा किया गया था और पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूह ने पाक में तब से बंधक बना रखा था। अब सर्जिकल स्ट्राइक से उन्हें छुड़ा लिया गया है।
क्या था पूरा मामला
16 अक्टूबर, 2018 को जैश उल-अदल ने सिस्तान प्रांत के मरकावा शहर और बलूचिस्तान प्रांत की सीमा पर रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के 12 सैनिकों का अपहरण कर लिया था। इन अपहृत सैनिकों को छुड़ाने के लिए पाकिस्तान और ईरान के सैन्य अधिकारियों ने एक संयुक्त टीम का गठन किया था।
इनमें से पांच सैनिकों को उसी साल नवंबर में रिहा करा लिया गया था। इसके बाद 21 मार्च, 2019 को पाकिस्तानी सेना ने चार सैनिकों को छुड़ाने में सफलता हासिल की। जैश उल-अदल को ईरान सरकार ने आतंकी संगठन घोषित कर रखा है। इस संगठन ने ईरानी प्रशासन के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष छेड़ रखा है। इसका कहना है कि वह ईरान में बलूच सुन्नियों के अधिकार की रक्षा कर रहा है।
इस एक्शन के साथ ही ईरान तीसरा देश बन गया है जिसने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकियों को मार गिराया है। ईरान से पहले भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर ऐसी ही कार्रवाई को अंजाम दिया था। भारत से पहले अमेरिका ने भी रात में एबटाबाद में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी और दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। यही नहीं इस कार्रवाई में अमेरिकी मरीन कमांडो ने आतंकी सरगना लादेन की लाश भी अपने साथ ले गए थे।
टीम स्टेट टुडे
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