महाकुम्भ में श्रद्धालुओं के स्वागत में महकेगी प्रयाग की गली गली
26225 गमलों में सजाए जाएंगे मौसमी फूल, बड़े पैमाने पर तैयार हो रहे फ्लावर बेड
मेला क्षेत्र में गंगा किनारे बड़े पैमाने पर लगाए जा रहे विशेष सजावटी पौधे
प्रयागराज, 29 नवम्बर : महाकुम्भ शुरू होने से पहले ही प्रयागराज आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की सुविधाओं के मद्देनजर योगी सरकार ने जमीनी स्तर पर इंतजाम शुरू कर दिए हैं। इसके लिए यहां 24 घंटे काम जारी है। इसी क्रम में यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पहली बार एक खास इंतजाम किया जा रहा है, जिसको देख पर्यटक खासे रोमांचित नजर आएंगे। महाकुम्भ में श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए इस बार पूरे प्रयागराज को फूलों की खुशबू से महकाने की योजना है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस बार महाकुम्भ में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके अंतर्गत पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बड़े पैमाने पर पुष्प वाटिकाएं और रंग बिरंगे पौधे क्यारियों और गमलों में लगाए जाने हैं। इसके लिए बाकायदा 07 करोड़ 55 लाख 18 हजार रुपए का बजट रखा गया है।
इसके अंतर्गत 26225 गमलों में मौसमी फूल सजाए जाएंगे। इसके अलावा बड़े पैमाने पर फ्लावर बेड तैयार कर उनकी प्रदर्शनी लगाई जाने की योजना है। मेला क्षेत्र में गंगा किनारे विशेष सजावटी पौधे लगाए जाने का काम शुरू हो गया है।
अयोध्या और काशी के फूलों से महकेगा प्रयागराज
प्रयागराज में महाकुम्भ की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। यहां फूलों के पौधों की बड़ी मांग है। महाकुम्भ को लेकर पूरे प्रयागराज को सुंदर और सुगंधित बनाने के लिए अयोध्या और काशी की नर्सरियों को बड़े पैमाने पर फूलों और सजावटी पौधों के ऑर्डर दिए गए हैं। इस समय मेला के अलावा शहर के प्रमुख स्थलों, पार्कों, सड़कों, चौराहों, एयरपोर्ट और हाईकोर्ट की सजावट में इन पौधों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके साथ ही महाकुम्भ में देश विदेश से आने वाले सैलानियों के आकर्षण के लिए प्रयागराज की गली-गली में सजावट के लिए फूलों के गमले रखने का काम भी शुरू हो गया है।
गेंदा, गुलाब, जूही करेंगी आकर्षित
इस वर्ष महाकुम्भ के लिए खासतौर पर गुलाब, डहेलिया, जूही, मेरीगोल्ड, कामिनी, चांदनी, गुलदावरी, नेरियम और गेंदा के विभिन्न किस्मों की मांग है। साथ ही, सजावटी पौधों में एरिका पॉम, स्पाइंडल लिली, पीस लिली, बम्बू, धन लक्ष्मी, विष्णु कमल, और रेड मंचीरा शामिल हैं।
महाकुम्भ-2025
महाकुम्भ को सफल बनाने के लिए ग्राउंड जीरो पर उतारी गई अधिकारियों की टीम
महाकुम्भ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए अधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारी
मेला क्षेत्र के साथ ही प्रयागराज के अन्य प्रमुख स्थलों मैं आवश्यक व्यवस्थाओं हेतु दी गई जिम्मेदारी
रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और होल्डिंग एरिया के लिए भी नोडल, सहायक नोडल और सेक्टर अधिकारियों की तैनाती
प्रयागराज, 29 नवंबर। महाकुम्भ-2025 के दिव्य और भव्य आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को विशेष क्षेत्रों में तैनात किया जा रहा है। इन अधिकारियों पर विभिन्न गतिविधियों की देखरेख और प्रबंधन का दायित्व होगा। इसी क्रम में जिलाधिकारी प्रयागराज के द्वारा अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारियों के अनुसार कार्यक्षेत्र सौंप दिए हैं। मेला आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के उद्देश्य से यह आदेश जारी किया गया है।
क्षेत्र की व्यवस्था देखेंगे अधिकारी
जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार महाकुम्भ-2025 के किसी भी कार्य के लिए अधोहस्ताक्षरी के आदेशानुसार सभी आवश्यक कार्यवाही के प्रभारी होंगे। वहीं, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) विनय कुमार सिंह झूसी और आस-पास के क्षेत्र का सम्पूर्ण प्रबंधन देखेंगे। अपर जिलाधिकारी (भूलेख) कुँवर पंकज नैनी और उसके आस-पास के क्षेत्र का कार्य देखेंगे, जबकि अपर जिलाधिकारी (नजूल) प्रदीप कुमार के पास फाफामऊ और आस-पास के क्षेत्र की जिम्मेदारी होगी। अपर जिलाधिकारी (नगर) मदन कुमार को नगर क्षेत्र की सम्पूर्ण देखरेख का जिम्मा दिया गया है तो अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) पूजा मिश्रा को आईसीसीसी (प्रयागराज मेला प्राधिकरण) में स्थित कंट्रोल रूम का प्रभार सौंपा गया है।
रेलवे स्टेशन और होल्डिंग एरिया की व्यवस्था का होगा जिम्मा
इसके अतिरिक्त महाकुम्भ-2025 के प्रमुख स्नान पर्व को सकुशल एवं निर्विघ्न सम्पन्न कराने हेतु रेलवे स्टेशनों पर श्रद्धालुओं/स्नानार्थियों एवं भक्तजनों की भीड़ के दृष्टिगत नोडल/सहायक नोडल अधिकारी, सेक्टरवार अधिकारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। पीडीए वीसी अमित पाल शर्मा को प्रयागराज जंक्शन का नोडल अधिकारी बनाया गया है, जबकि अपर नगर मजिस्ट्रेट (तृतीय) सुदामा वर्मा को सूबेदारगंज और अपार नगर आयुक्त दीपेंद्र यादव रामबाग रेलवे स्टेशन के नोडल होंगे। इसी तरह, अपर नगर मजिस्ट्रेट (प्रथम) संदीप तिवारी प्रयाग रेलवे स्टेशन, ओएसडी पीडीए संजीव कुमार उपाध्याय फाफामऊ रेलवे स्टेशन, उप जिलाधिकारी (न्यायिक) प्रेरणा गौतम प्रयाग संगम, अपर नगर आयुक्त अरविंद कुमार राय दारागंज रेलवे स्टेशन के नोडल होंगे। अपर उप जिलाधिकारी सदर गणेश कनौजिया को झूसी रेलवे स्टेशन, उप जिलाधिकारी (न्यायिक) करछना, जूही प्रसाद को नैनी रेलवे स्टेशन और उप जिलाधिकारी जयजीत कौर को छिंवकी-नैनी रेलवे स्टेशन का नोडल बनाया गया है। ये सभी नोडल, सहायक नोडल अधिकारियों और सेक्टर अधिकारियों के साथ मिलकर व्यवस्था देखेंगे। इसके साथ ही समस्त होल्डिंग एरिया की व्यवस्था हेतु भी नोडल, सहायक नोडल और सेक्टर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है।
स्वस्थ महाकुम्भ
महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की देखभाल करेंगे एम्स और आर्मी के स्पेशलिस्ट डॉक्टर
24 घंटे तैनात रहेंगे डॉक्टर, अनलिमिटेड ओपीडी की होगी क्षमता
मेल, फीमेल और चिल्ड्रन वार्ड अलग-अलग किए जा रहे तैयार
100 बेड का अस्पताल परेड ग्राउंड में और 25-25 बेड के अस्पताल झूंसी और अरैल में हो रहे तैयार
20-20 बेड के आठ छोटे अस्पताल भी करेंगे श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की देखभाल
10-10 बेड के दो आईसीयू बनाएगा आर्मी हॉस्पिटल और 10 बेड का आईसीयू बनाएगा एम्स रायबरेली
13 दिसंबर को पीएम मोदी के आने से पहले जरूरी इंतजाम पूरे करने के लिए युद्धस्तर पर हो रही तैयारी
महाकुम्भ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखभाल के लिए इस बार विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप स्वस्थ महाकुम्भ की योजना को साकार करने के लिए मेला क्षेत्र में युद्ध स्तर की तैयारी की जा रही है। इस बार के महाकुंभ में श्रद्धालुओं से लेकर महात्माओं तक के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की बड़े पैमाने पर तैनाती की जा रही है। इसी क्रम में यहां प्रयागराज के परेड ग्राउंड में 100 बेड का अस्पताल तैयार किया जा रहा। वहीं, इस बार महाकुम्भ में श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए एम्स रायबरेली और आर्मी अस्पताल के स्पेशलिस्ट डॉक्टर तैनात किए जा रहे हैं।
24 घंटे काम करेगा अस्पताल
परेड क्षेत्र में बन रहे 100 बेड वाले अस्पताल की जिम्मेदारी देख रहे वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर गौरव दुबे कहते हैं कि महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई समस्या न आने पाए इसके लिए हमारी तैयारी पुख्ता है। परेड ग्राउंड में 100 बेड का अस्पताल लगभग 70 फीसदी बनकर तैयार है। 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित कार्यक्रम से पहले जरूरी इंतजाम पूरे करने के लिए 24 घंटे काम चल रहा है। मेला के दौरान यहां 24 घंटे डॉक्टरों की तैनाती रहेगी, जहां अनलिमिटेड ओपीडी की क्षमता के हिसाब से सुविधाएं मौजूद रहेंगी।
डिलीवरी रूम और इमरजेंसी वार्ड की भी मिलेगी सुविधा
उन्होंने बताया कि महाकुम्भ में मेल, फीमेल और चिल्ड्रन वार्ड अलग-अलग तैयार किए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त डिलीवरी रूम, इमरजेंसी वार्ड और डॉक्टर्स रूम भी रहेंगे। जांचों की भी विशेष व्यवस्था होगी। जिससे यहां आने वाले किसी एक भी व्यक्ति को किसी प्रकार की असुविधा न होने पाए। विशेष तौर पर सामान्य जांच के बाद मरीज को तत्काल दवा उपलब्ध कराने का भी पूरा इंतजाम रहेगा।
श्रद्धालुओं को हर प्रकार की सुविधा मुहैया कराई जाएंगी
इसके साथ ही विशेष सुविधाओं वाले 20-20 बेड के आठ छोटे अस्पताल भी श्रद्धालुओं की देखभाल के लिए तैयार किया जा रहे हैं। मेला क्षेत्र और अरैल में 10-10 बेड के दो आईसीयू, आर्मी हॉस्पिटल की ओर से बनाए जा रहे हैं, जहां श्रद्धालुओं को हर प्रकार की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। वहीं, झूंसी के 25 बेड वाले अस्पताल में 10 बेड का आईसीयू एम्स रायबरेली बनाएगा, जहां 24 घंटे मरीजों के स्वास्थ्य की देखभाल की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए दो अस्पतालों में तैनात रहेंगे विशेषज्ञ
दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक समागम में 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अंदाजा है। जिसके मद्देनजर सभी को बेहतर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का लक्ष्य है। इसी उद्देश्य के तहत देश-विदेश से महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की जा रही है। इसमें सामान्य अस्पतालों के अलावा संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए भी दो अस्पतालों का इंतजाम किया गया है, जहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की जाएगी।
महाकुम्भ 2025
प्लास्टिक फ्री महाकुम्भ को लेकर मिशन मोड में हो रहा काम
स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेकर अभियान चला रही योगी सरकार
एसीएम योगी के निर्देश पर विभागीय समन्वय से उठाए जा रहे अनेक कदम
दोना-पत्तल विक्रेताओं को दुकान आवंटन कर, पर्यावरण अनुकूल विकल्पों को दिया जा रहा बढ़ावा
400 स्कूलों के प्राचार्यों के साथ स्वच्छता पर विशेष बैठक आयोजित की गई
छात्रों को स्वच्छता का संदेशवाहक बनाकर प्लास्टिक मुक्त महाकुम्भ जागरूकता का चलाया जा रहा अभियान
1500 से अधिक गंगा सेवादूतों की ट्रेनिंग प्रारंभ, संख्या में वृद्धि किए जाने की भी योजना
सुविधा पर्चियों में प्लास्टिक फ्री महाकुम्भ का दिया जा रहा है संदेश
संस्थाओं और विक्रेताओं को प्लास्टिक मुक्त महाकुम्भ के नियमों का पालन करने के सख्त निर्देश
प्रयागराज में आयोजित होने जा रहा महाकुम्भ 2025 केवल आध्यात्मिकता और आस्था का पर्व नहीं है, बल्कि यह लाखों श्रद्धालुओं के लिए एक सांस्कृतिक और सामाजिक अनुभव भी है। इस बार महाकुम्भ को स्वच्छ और पर्यावरण अनुकूल बनाने की अनूठी पहल की जा रही है, जिसके तहत प्लास्टिक फ्री महाकुम्भ का संकल्प लिया गया है। इस अभियान का उद्देश्य श्रद्धालुओं को स्वच्छ वातावरण प्रदान करना और प्लास्टिक के उपयोग को पूर्णतः प्रतिबंधित करना है। इसके लिए सीएम योगी के निर्देश पर विभागीय समन्वय के साथ ही अनेक कदम उठाए जा रहे हैं।
श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ वातावरण
महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को स्वच्छ और प्लास्टिक मुक्त वातावरण देने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए विभिन्न दोना-पत्तल विक्रेताओं को दुकान आवंटन कर, पर्यावरण अनुकूल विकल्पों को बढ़ावा दिया जा रहा है। जल्द ही आवंटन की प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी, जिसके बाद मेला क्षेत्र पूरी तरह प्लास्टिक मुक्त होगा और यहां सिर्फ दोना और पत्तल की ही बिक्री हो सकेगी।
400 स्कूल प्राचार्यों के साथ बैठक
400 स्कूलों के प्राचार्यों के साथ स्वच्छता पर विशेष बैठक आयोजित की गई है। छात्रों को स्वच्छता का संदेशवाहक बनाकर प्लास्टिक मुक्त महाकुम्भ की जागरूकता बढ़ाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त 4 लाख बच्चों और प्रयागराज के पांच गुना नागरिकों तक स्वच्छ और पर्यावरण अनुकूल महाकुम्भ की पहल को पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
गंगा सेवादूतों की तैनाती
1500 से अधिक गंगा सेवादूतों को तैनात किया जा रहा है, जो मेले में स्वच्छता अभियान चलाएंगे और श्रद्धालुओं को प्लास्टिक के उपयोग से बचने के लिए प्रेरित करेंगे। इनकी ट्रेनिंग की शुरुआत हो चुकी है और आवश्यकता का अनुसार इनकी संख्या में वृद्धि किए जाने की भी योजना है।
हर घर दस्तक अभियान
प्लास्टिक मुक्त महाकुम्भ के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए ‘हर घर दस्तक’ अभियान चलाया जा रहा है, ताकि हर व्यक्ति इस पहल में सहभागी बन सके। इसके साथ ही, सभी सुविधा पर्चियों में प्लास्टिक फ्री महाकुम्भ का संदेश दिया जा रहा है, ताकि श्रद्धालु जागरूक रहें और प्लास्टिक का उपयोग न करें।
सख्त निर्देश
महाकुम्भ में तैनात सभी संस्थाओं और विक्रेताओं को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे प्लास्टिक मुक्त कुम्भ के नियमों का पालन करें। उल्लंघन करने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की भी चेतावनी दी गई है। दूसरी तरफ, तमाम संस्थाओं ने भी प्लास्टिक मुक्त महाकुम्भ का संकल्प लिया है और वो भी मेला क्षेत्र में इस अभियान में मददगार की भूमिका निभा रहे हैं। इस पहल के माध्यम से महाकुम्भ को न केवल स्वच्छ बनाया जाएगा, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण का एक आदर्श उदाहरण भी बनेगा। श्रद्धालु इस महाकुम्भ में स्वच्छता और आस्था के साथ पर्यावरण को बचाने के अभियान में भी सहभागी बनेंगे।
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