इसमें कोई दोमत नहीं कि बाला साहब ठाकरे के जीवित रहते मुंबई और महाराष्ट्र के साथ साथ शिवसेना ने देशव्यापी जो लोकप्रियता हासिल की थी वो आज बची नहीं है। भारत वर्ष में प्रखर हिंदुत्व की छवि रखने वाली शिवसेना की महाराष्ट्र में सरकार है। सिर्फ सरकार नहीं है बाला साहेब ठाकरे के सुपुत्र उद्धव ठाकरे प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। विडंबना देखिए जो बाला साहेब हिंदुत्व के मुद्दे पर शेर की तरह दहाड़ते थे और भारत विरोधी बिलों में घुस जाते थे उनका बेटे उद्धव अगर हिंदुत्व की बात भर कर देते हैं तो अबू आजमी जैसे नेता भी मुख्यमंत्री को हड़का लेते हैं और घुड़की देते हैं सो अलग।
भले उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हो लेकिन स्थिति ये है कि समाजवादी पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख अबू आजमी ने अयोध्या में 1992 में हुए बाबरी ढांचा विध्वंस को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रति सख्त नाराजगी प्रकट की है। आजमी ने कहा कि ठाकरे यह न भूलें कि वे राज्य के मुखिया हैं।
आजमी ने कहा कि मैं एनसीपी व कांग्रेस से कहना चाहता हूं कि यह महाआघाड़ी सरकार न्यूनतम साझा कार्यक्रम के आधार पर बनी है, लेकिन वह मंदिर व मस्जिद की बात कर रही है। आपको सोचना है कि आगे आप कैसे सरकार चलाएंगे। महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस व एनसीपी की महाआघाड़ी सरकार है जिसके मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे हैं।
बता दें ठाकरे ने महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र में हिंदुत्व को लेकर भाजपा को नसीहत देते हुए कुछ बातें कहीं थीं। इस पर आजमी ने कहा कि उद्धव ठाकरे भूल गए हैं कि वे सिर्फ शिवसेना नेता नहीं हैं, वे राज्य के प्रमुख हैं। उन्हें ऐसी बातें नहीं कहना चाहिए। आजमी ने यह तक कह दिया कि महाआघाड़ी सरकार में शामिल मुस्लिम मंत्रियों को शर्म आना चाहिए और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
क्या कहा था मुख्यमंत्री ठाकरे ने
महाराष्ट्र के विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन ठाकरे ने अपने भाषण में भाजपा पर निशाना साधा। ठाकरे ने राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी के अभिभाषण, हिंदुत्व, कोरोना, अमित शाह के सिंधुदुर्ग दौरे व औरंगाबाद के नामकरण को लेकर भाजपा को घेरा। ठाकरे ने भाजपा को नसीहत देते हुए कहा कि वह उन्हें हिंदुत्व का पाठ न पढ़ाए। वह इतनी काबिल नहीं है कि हम उससे हिंदुत्व सीखें।
ठाकरे ने कहा कि जब बाबरी ढांचा विध्वंस हुआ था उस समय वे सब वहां से भाग खड़े हुए थे। तब शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ने कहा था, अगर इस घटना में शिवसैनिक शामिल हैं, तो उन्हें इस पर गर्व है। आज हिंदुत्व की बात करने वाले बताएं हिंदुत्व उस समय कहां चला गया था जब जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ मिलकर भाजपा ने सरकार बनाई थी?
बस इसके बाद सरकार में शामिल सरकार कांग्रेस और एनसीपी कुछ कहते इससे पहले अबू आजमी ने ही ठाकरे की क्लास लगा दी। आजमी ने सीएम ठाकरे को सिर्फ खरी खोटी सुनाकर नसीहत ही नहीं दी अपनी तुष्टीकरण की राजनीति को भी तुरंत आगे बढ़ा दिया।
महाराष्ट्र के सपा प्रमुख अबू आजमी ने कहा कि ठाकरे ने कहा था कि वह महाराष्ट्र में सीएए-एनआरसी लागू नहीं करेंगे। कांग्रेस-एनसीपी ने कहा था कि राज्य में मुस्लिमों के लिए पांच प्रतिशत आरक्षण लागू करेंगे, अब वे सत्ता में हैं। उन्हें कदम उठाना चाहिए।
टीम स्टेट टुडे
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