मनसुख हिरेन नहीं रहे। चौंकिए मत मनसुख हिरेन उस कार के मालिक का नाम है जो बारुद के सामान और धमकी भरे पत्र के साथ अंबानी के घर के बाहर मिली थी। पुलिस ने मनसुख को पूछताछ के लिए बुलाया भी था। कहा जा रहा है कि कार मालिक मनसुख ने कलावा ब्रिज से कूदकर जान दी है।
जानकारी के मुताबिक जिस स्कॉर्पियो में विस्फोटक और धमकी भरा पत्र मिला था उसके मालिक की लाश मुंब्रा इलाके की खाड़ी से बरामद हुआ है। पुलिस के मुताबिक शव को सुबह तकरीबन 10:25 पर खाड़ी से बाहर निकाला गया। स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन के गुमशुदगी की शिकायत नौपाड़ा पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई गई थी।
ठाणे के डीसीपी ने बताया कि मनसुख हिरेन जिनकी कार मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली थी, उसने आत्महत्या कर ली। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की पुलिस छान बीन कर रही है।
इस मामले पर भाजपा नेता व पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने इस घटना को संदिग्ध करार दिया है। उनका कहना है कि वो मनसुख की सुरक्षा को लेकर संदन में मामला उठा चुके थे। मनसुख इस मामले की मुख्य कड़ी थे। देवेंद्र फड़नवीस ने आतंकी साजिश को देखते हुए हम मामले की जांच एनआईए को सौंपने की मांग की है।
पुलिस कमिश्नर तलब
इस मामले की जांच मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच के अलावा एनआईए की टीम भी कर रही थी। फिलहाल विधानसभा में इस मुद्दे पर पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को तलब किया गया है। वहीं आदित्य ठाकरे से जब इस बारे में सवाल पूछा गया कि क्या इस मामले की जांच अब एनआईए को सौंपी जाएगी? तो उनका कहना था कि नियम के मुताबिक यदि एनआईए इस मामले की जांच को अपने पास लेना चाहती है, तो वह ले सकती है। हालांकि इस मामले पर गृह मंत्री का बोलना ही उचित रहेगा।
क्या था मामला
बीते दिनों मुकेश अंबानी के घर के बाहर जो संदिग्ध कार बरामद हुई थी उसमें भारी मात्रा में बारूदी सामान जिलेटिन की छड़ें, एक धमकी भरा पत्र और कई नंबर प्लेट्स भी बरामद हुईं थी। पुलिस की छानबीन के बाद मनसुख हिरेन ने बताया था कि उनकी कार चोरी हो गई थी और उन्होंने इसके लिए एफआईआर भी दर्ज कराई थी।
क्या मिला था कार से
हिरेन की कार से जिलेटिन की 20 छड़ें बरामद हुई थीं, जिससे हड़कंप मच गया था। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों में पुलिस ने उस शख्स की पहचान करने की कोशिश की थी, जिसने उस कार को पार्क किया था। हालांकि उसके मास्क पहने होने के चलते ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई थी।
कहां तक पहुंची पुलिसिया तफ्तीश
इस घटना के बाद अंटीलिया के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी और पुलिस संदिग्ध कार खड़ी करने वाले की तलाश में जुट गई थी। बाद में पुलिस ने कार के असली मालिक की पहचान कर ली थी जिसने बताया कि कुछ दिन पहले ही उसके पास से यह कार चोरी हो गई थी।
गौरतलब है कि मुकेश अंबानी को सरकार की तरफ से जेड कैटेगरी की सुरक्षा मिली हुई है। इसके अलावा उन्होंने अपनी व अपने घर की सुरक्षा के लिए प्राइवेट सुरक्षाकर्मियों की भी एक बड़ी टीम तैनात कर रखी है।
पूरे घटनाक्रम में जितना गंभीर मामला अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से लदी कार मिलने का था उससे भी गंभीर मामला कार मालिक की संदिग्ध मौत का हो गया है। महाराष्ट्र पुलिस की कार्यशैली पर सवाल लगातार उठते रहे हैं। खासतौर से जब मामला वीवीआईपी हो जाता है तो महाराष्ट्र पुलिस के तौर तरीके सबसे पहले सवालों में घिर जाते हैं।
टीम स्टेट टुडे
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