कोरोना की दूसरी लहर काबू में आने के साथ ही केंद्र सरकार ने ताबड़तोड़ फैसले शुरु कर दिए हैं। मोदी कैबिनेट ने किसानों के हित से जुड़े महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं।
सरकार ने बाजार सत्र 2021-22 के लिए खरीफ की फसलों पर एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य को मंजूरी दी। सरकार ने पिछले साल के मुकाबले एमएसपी में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी तिल की फसल पर की है। जो 452 रुपये प्रति कुंतल बढ़ाई गई है। इसके बाद तुअर और उड़द दोनों की एमएसपी 300 रुपये प्रति कुंतल बढ़ाई गई हैं।
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में बुधवार को मंत्रिपरिषद की बैठक में खरीफ की फसलों का MSP घोषित करने का निर्णय हुआ है। धान जो सामान्य स्तर का है उसका भाव 1868 रुपये प्रति क्विंटल था, 2021-22 में ये 1940 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। बाजरा जो 2020-21 में 2150 रुपये प्रति क्विंटल था, वो अब 2250 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने ट्वीट कर कहा कि मोदी सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रतिबद्ध है। खरीफ विपणन मौसम 2021-22 के लिए सभी खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने मंजूरी दी है।
कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों को देश के साथ धोखा बताते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि MSP है और MSP आगे भी रहेगी। लगातार रबी और खरीफ की एमएसपी घोषित भी की जा रही है। एमएसपी चल रही है, MSP बढ़ रही है और MSP पर खरीद भी बढ़ रही है।
सरकार ने फास्फेटिक उर्वरकों की अंतर्राष्ट्रीय कीमतों में वृद्धि से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने इन उर्वरकों पर सब्सिडी बढ़ाकर एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। अंतर्राष्ट्रीय मूल्यों में बढ़ोतरी के बावजूद किसानों को डीएपी खाद का एक बैग 2400 रु की जगह 1200 रु में ही मिलेगा।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि रेलवे यातायात ज्यादा सुरक्षित करने के लिए 4G स्पेक्ट्रम का रेलवे को ज्यादा आवंटन किया गया है। अब तक रेलवे 2G स्पेक्ट्रम का उपयोग करती थी। ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन की व्यवस्था अब रेलवे में बहुत ज्यादा मजबूत की जा रही है। दो गाड़ियों का टकराव न हो, इसके लिए जो व्यवस्था बनी है, उसे 4 भारतीय कंपनियों ने बनाया है।
टीम स्टेट टुडे
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