लखनऊ, 02 जनवरी 2023 : निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण पर छिड़ी बहस थम नहीं रही है। रविवार को नव वर्ष के पहले दिन बसपा प्रमुख मायावती ने एक बार फिर आरक्षण को लेकर सत्ताधारी दल भाजपा के साथ ही कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा है। मायावती ने कहा है कि संविधान बनने से लेकर आज तक आरक्षण को सही तरीके से लागू करने की चुनौती आज तक बनीं हुई है। कांग्रेस, भाजपा और समाजवादी पार्टी इस संवैधानिक उत्तरदायित्व के प्रति ईमानदार नहीं रही हैं।
मायावती ने कहा कि एससी व एसटी आरक्षण को लागू करने के मामले में ही नहीं बल्कि ओबीसी के आरक्षण को लेकर भी इन पार्टियों का रवैया जातिवादी व क्रूर देखने काे मिला है। उत्तर प्रदेश में सपा सरकार ने भी अति पिछड़ों को पूरा हक नहीं देकर इनके साथ हमेशा छल किया है। कहा, सपा ने ओबीसी की 17 अति पिछड़ी जातियों को ओबीसी वर्ग की सूची से हटाकर एससी वर्ग में शामिल करने का गैर संवैधानिक कार्य करके इन वर्गों के हजारों परिवारों को ओबीसी आरक्षण से वंचित कर दिया।
मायावती ने सभी को नव वर्ष की बधाई देते हुए बसपा की स्थापना के उद्देश्य को भी साझा किया है। उन्होंने कहा कि बसपा का उद्देश्य टूटे, बिखरे, उपेक्षित, शोषितों, वंचितों को बहुजन समाज की शक्ति से जोड़ना है। ताकि इनके वोट की संवैधानिक ताकत से देश में सामाजिक व आर्थिक लोकतंत्र की स्थापना हो सके।
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