लखनऊ, 23 अप्रैल 2022 : डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (पूर्व डा. राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय) में निश्शुल्क चिकित्सा उपचार सेवा को संस्थान की शुल्क व्यवस्था पहले की तरह ही हो। यह आदेश प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने निदेशक डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान को दिए हैं।
आदेश में कहा गया है कि डा. राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय में जिन दरों पर मरीजों को इलाज चल रहा है, उसी दर एवं शर्तों पर मरीज को प्राथमिक एवं आगे के उपचार चिकित्सा सुविधा आगामी दो वर्ष तक यथावत दी जाती रहे। वहीं इस फैसले से हजारों मरीजों को जहां लाभ मिलेगा, वहीं आर्थिक बोझ सरकार पर बना रहेगा।
प्रमुख सचिव ने पत्र में लिखा है कि इमरजेंसी में आने वाले मरीजों की चिकित्सकीय सुविधा यथावत निश्शुल्क रखते हुए अस्पताल में आने वाले अन्य सभी मरीजों के पंजीकरण एवं यूजर चार्जेज उसी तरह रखे जाएं। बता दें कि लोहिया अस्पताल में हर साल मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। वहीं शासन के इस निर्णय से हजारों मरीजों को लाभ होगा।
वर्तमान में लोहिया में अधिकांश चिकित्सकीय सुविधाएं रियायती दरों पर हैं या फिर मुफ्त हैं। बता दें कि लोहिया अस्पताल और लोहिया आयुर्विज्ञान संस्था का विलय वर्ष 2019 में किया गया था। सामान्य यात्रियों पर इलाज के दौरान कोई आर्थिक बोझ न बढ़े, इसको देखते हुए आज तक रियायती दरों में इलाज किया जा रहा है।
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