मां के नाम पर पेड़ लगाया तो इसे बचाने की जिम्मेदारी भी हमारीः सीएम योगी
पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ जन अभियान-2024
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुकरैल नदी तट पर सौमित्र वन में लगाया हरिशंकरी का पौधा, पौधों को बांधा रक्षासूत्र
सीएम योगी ने एक दिन में उत्तर प्रदेश में 36.50 करोड़ पौधरोपण अभियान का किया शुभारंभ
पीएम नरेंद्र मोदी के आह्वान पर सूबे में लगाए गए 'एक पेड़ मां के नाम'
हर मातृशक्ति के नाम पर एक दिन में लगने जा रहे तीन पेड़ः सीएम
100 वर्ष से अधिक आयु के पेड़ हैं विरासत वृक्ष, बाराबंकी के कल्पवृक्ष ने देखीं कई पीढ़ियांः सीएम
बोले- पीएम आवास योजना के 56 लाख लाभार्थियों को दिए जा रहे सहजन के पौधे
सीएम ने सौमित्र वन के विकास की प्रस्तावित कार्ययोजना का भी किया अवलोकन
लखनऊ, 20 जुलाईः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस पर देशवासियों से 'एक पेड़ मां के नाम' लगाने का आह्वान किया था। पर्यावरणविद् चिंतित हैं कि दुनिया में ग्लोबल वॉर्मिंग जीव सृष्टि के लिए नया संकट खड़ा करने जा रहा है। यह संकट मनुष्य के स्वार्थ ने प्रदान किया है, इसलिए इसे नियंत्रित करने की जिम्मेदारी भी मनुष्य पर ही होनी चाहिए। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के संवैधानिक मुखिया के रूप में पीएम मोदी का यह आह्वान हर भारतवासी के लिए मंत्र बनना चाहिए। पांच जून के बाद से प्रदेश में लगातार पौधरोपण महाभियान के साथ 'एक पेड़ मां के नाम' लगाने का यह गौरव लगभग हर परिवार को प्राप्त होने जा रहा है। यूपी की कुल आबादी 25 करोड़ है, हम 36.50 करोड़ पौधरोपण कर रिकॉर्ड तोड़ने जा रहे हैं। ऐसे में यूपी में आज एक दिन के भीतर हर मातृशक्ति के नाम पर तीन पेड़ लगने जा रहे हैं। सुबह से अब तक लगभग 12 करोड़ पौधे रोपे जा चुके हैं। हमें पौधों को लगाना, बचाना और इसके जरिए पर्यावरण को संरक्षित करना है।
उक्त बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहीं। वहीं सीएम के नेतृत्व में शनिवार को उत्तर प्रदेश में एक दिन (20 जुलाई) में 36.50 करोड़ पौधरोपण महाअभियान का शुभारंभ हुआ। सीएम योगी ने पीएम नरेंद्र मोदी के आह्वान पर 'एक पेड़ मां के नाम' को समर्पित 'पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ जन अभियान-2024 के तहत पौधा लगाया।
ग्लोबल वॉर्मिंग के दुष्प्रभाव के कारण लंबे समय तक याद रहेगा मई-जून का महीना
सीएम योगी ने कहा कि गत वर्ष बड़े क्षेत्रफल में अक्टूबर में बाढ़ आई थी। बाढ़ का समय अगस्त से मध्य सितंबर तक रहता है। पहली बार जुलाई के प्रथम सप्ताह में ही बाढ़ की विभीषिका झेलने को मजबूर होना पड़ा। इससे यूपी के 24 जनपद, 20 लाख से अधिक की आबादी प्रभावित रही। नेपाल व उत्तराखंड की अतिवृष्टि के कारण यह बाढ़ के चपेट में आए। यह ग्लोबल वॉर्मिंग का दुष्प्रभाव है। इस बार मई-जून का महीना लंबे समय तक याद रहेगा। यहां का तापमान अमूमन 42-45 रहता था, लेकिन इस बार यह 47-50 तक पहुंचा। देखा। यह दुष्प्रभाव जल का संकट भी खड़ा करेगा। कहीं असमय बारिश तो कहीं सूखे का संकट होगा। इसके कारण होने वाले परिवर्तन से कई जगहों पर अकाल पड़ने की भी संभावना दिखेगी।
सात वर्ष में हमने लगाए 168 करोड़ पौधरोपण, इनमें से 75-80 फीसदी पेड़ जीवित
सीएम योगी ने कहा कि 2017 में यूपी में सरकार बनने के बाद पीएम के मार्गदर्शन व नेतृत्व में हमने पौधरोपण अभियान प्रारंभ किया। सात वर्ष में भाजपा नेतृत्व की सरकार ने 168 करोड़ पौधरोपण किया। प्रदेश के अंदर थर्ड पार्टी के जरिए इनका सर्वे कराया तो पता चला कि 75-80 फीसदी पेड़ अभी भी जीवित हैं और अच्छी वाटिका के रूप में स्थापित हैं। वैश्विक संस्थाएं भी इसे मान्यता दे रही हैं। कार्बन उत्सर्जन से पर्यावरण को क्षति हो रही है। उसके बचाव के लिए किसानों ने पेड़ लगाने के अभियान के साथ अपना पंजीकरण कराया। वैश्विक संस्थाओं ने उनके कार्यों का निरीक्षण किया। ऐसे 10 किसानों को यहां कार्बन क्रेडिट के रूप में धनराशि उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की गई। सरकार के प्रयास का परिणाम है कि उत्तर प्रदेश सरकार को इसके लिए 200 करोड़ का अनुदान प्राप्त हो रहा है। कार्बन उत्सर्जन रोकने में इन पेड़ों ने भी बड़ी भूमिका निभाई। पांच वर्ष तक किसानों को लगातार यह धनराशि मिलेगी। पहले चरण में 25 हजार किसानों को इस सुविधा का लाभ प्रदान कर रहे हैं।
लखनऊ सहित छह जिलों को मिलाकर स्टेट कैपिटल के रूप में किया जाएगा विकसित
सीएम योगी ने कहा कि लखनऊ सहित छह जिलों को मिलाकर आर्थिक प्रगति के नए मानक के रूप में स्थापित करने के अभियान के रूप में कल ही स्टेट कैपिटल रीजन का गठन किया गया है। विकास का लाभ लंबे समय तक लोगों को तब मिलेगा, जब भौतिक विकास के साथ उससे होने वाली पर्यावरणीय क्षति को न्यूनतम स्तर तक पहुंचाया जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि शहरों के अंदर 2017 के पहले स्ट्रीट लाइट हाइलोजन के रूप में जलती थी। इससे बिजली की खपत और कार्बन उत्सर्जन भी अधिक होता था। इसे बदलकर 16 लाख एलडीई स्ट्रीट लाइट लगाई तो बिजली की बचत हुई। इससे जो पैसा बचा, उसी से हर शहर के अंदर अच्छी दूधिया स्ट्रीट लगी। सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन करना पर्यावरण व जीव जगत के लिए उत्तम प्रयास है।
भूमाफिया ने 1984 के बाद अपने स्वार्थ के लिए कुकरैल नदी को पाटना प्रारंभ किया
सीएम योगी ने कहा कि 50 साल पहले कुकरैल नदी निकलते हुए गोमती मे मिलती थी। 1984 के बाद भूमाफिया ने अपने स्वार्थ के लिए इसे पाटना शुरू किया, जिससे यह नदी नाला में तब्दील हो गई और बस्तियों के ड्रेनेज को उड़ेलने का माध्यम बन गई। एक तरफ नदी को मारा गया तो दूसरी तरफ गोमती नदी को भी प्रदूषित किया गया। लखनऊ में आकर गोमती काली हो गई।
प्रदेश सरकार ने तय किया कि कुकरैल में नाइट सफारी बनाएंगे। सीएम ने कहा कि इस क्षेत्र के अतिक्रमण को हटाया गया। जिनकी रजिस्ट्री थी, प्रशासन की मदद से एलडीए ने 3100 परिवारों को एक-एक आवास देकर पुनर्वास किया। जिन भूमाफिया ने जमीन के धंधे से जुड़कर लोगों को ठगा, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर सुप्रीम कोर्ट तक लड़कर एलडीए ने इसे खाली करवाया।
कभी अकबरनगर के नाम पर प्रदूषण का माध्यम था, आज सौमित्र वन का गठन हुआ
सीएम योगी ने कहा कि पहले अकबरनगर के नाम पर यह प्रदूषण का माध्यम बना था, आज वहां श्रीराम के अनुज लक्ष्मण जी के नाम पर सौमित्र वन का गठन हुआ है। मैंने भी हरिशंकरी की वाटिका लगाई। इसके दूसरी ओर शक्ति वन बनने जा रहा है। यह भारत की नदी संस्कृति को बचाने का माध्यम बनेगा। 'एक पेड़ मां के नाम' के साथ नई मजबूती प्रदान करने में यह हमारा मार्गदर्शन करेगा।
वन विभाग के नेतृत्व में हर कोई इस अभियान से जुड़ा है
सीएम योगी ने कहा कि हर कोई आज इस अभियान के साथ जुड़ा है। राज्यपाल सीतापुर में इस अभियान को बढ़ा रही हैं। वन विभाग के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार के सभी विभाग इससे जुड़े हैं। हर जनपद, सभी मंत्री, सांसद, विधायक, महापौर, ब्लाक प्रमुख समेत जनप्रतिनिधि भी जुड़े हैं। प्रदेश में पौधों की कमी नहीं है। वन व उद्यान विभाग के पास 50 करोड़ और निजी नर्सरी में चार करोड़ पौधे हैं। सीएम ने विश्वास जताया कि सायंकाल होते-होते शुभ सूचना मिलेगी कि उत्तर प्रदेश ने अपने लक्ष्य को प्राप्त किया है। जब 'एक पेड़ मां के नाम' पर लगा रहे हैं तो इसे बचाने की जिम्मेदारी भी हमारी है। पेड़ बचेगा तो पर्यावरण भी बचेगा। पर्यावरण बचेगा तो ग्लोबल वार्मिंग और हीट वेब की विभीषिका से बच पाएंगे। खतरे की घंटी बज चुकी है।
बाराबंकी में विरासत वृक्ष ने कई पीढ़ियों को देखा
सीएम योगी ने कहा कि पीएम आवास योजना के 56 लाख लाभार्थियों के घरों में सहजन का पेड़ भी लग रहा है। प्रदेश में सरकार ने विरासत वृक्षों को बचाने की मुहिम को बढ़ाया है। हमें 100 वर्ष से अधिक आयु के पेड़ों को बचाना है। बारांबकी में कल्पवृक्ष है। उसकी आयु 5000 वर्ष है। इसने कई पीढ़ियां देखी हैं। द्वापर युग का यह पेड़ मौजूद है।
वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने अतिथियों का स्वागत और प्रधान मुख्य वन संरक्षक- विभागाध्यक्ष सुधीर कुमार शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर महापौर सुषमा खर्कवाल, राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा, बृजलाल, संजय सेठ, विधायक ओपी श्रीवास्तव, डॉ. नीरज बोरा, योगेश शुक्ला, विधान परिषद सदस्य मुकेश शर्मा, संतोष सिंह, इंजी. अवनीश सिंह, रामचंद्र प्रधान, अपर मुख्य सचिव (पर्यावरण व वन) मनोज कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।
सीएम ने सौमित्र वन, कुकरैल नदी तट पर हरिशंकरी का पौधा लगा किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को सौमित्र वन, कुकरैल नदी तट, अयोध्या रोड लखनऊ में हरिशंकरी का पौध लगाया। इसके पहले सीएम ने इन पौधों को रक्षासूत्र बांधा। इसी के साथ वृक्षारोपण जन अभियान-2024 ( पहली जुलाई से 30 सितंबर 2024) के अंतर्गत एक दिन (20 जुलाई) में प्रदेश में 36.50 करोड़ पौधरोपण महा अभियान का शुभारंभ हुआ। सीएम ने सौमित्र वन के विकास की प्रस्तावित कार्ययोजना का भी अवलोकन किया और इससे जुड़ी लघु फिल्म भी देखी।
सीएम ने छात्र-छात्राओं को भेंट किया पौधा
विद्यार्थियों में पर्यावरण की अलख जगाने के उद्देश्य से सीएम योगी आदित्यनाथ ने विद्यार्थी अतुल कुमार आनंद, अर्पित सिंह, शिष्ट कुमार तिवारी, पल्लवी शुक्ला, आकांक्षा दुबे को पौध भेंट किया। सीएम ने विद्यार्थियों को पौध लगाने और इसके संरक्षण का आग्रह किया।
10 किसानों को कार्बन क्रेडिट कार्ड से हुई आय का चेक वितरित किया
पर्यावरण को सुरक्षित रखकर किसानों को कार्बन क्रेडिट कार्ड से भी आय होती है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इससे होने वाली आय का चेक किसानों को वितरित किया। चेक पाने वाले किसानों में ठाकरी सिंह, सितारा चंद्र, सलीम अहमद, विजयलक्ष्मी, विनोद कुमार, रामलोटन, प्रेमशंकर, कुलविंदर सिंह बाधवा, प्रभा देवी, व्यासमुनि मिश्र को कार्बन क्रेडिट कार्ड से होने वाली आय का चेक देकर सम्मानित किया।
औद्योगिक विकास के साथ ही औद्योगिक वन भी स्थापित कर रहा यूपीसीडा
नवीनतम पहल के माध्यम से पर्यावरणीय स्थिरता की दिशा में कदम बढ़ा रहा प्राधिकरण
सीएम योगी की मंशा के अनुरूप औद्योगिक क्षेत्रों में 1.80 लाख पेड़ लगाने का रखा है लक्ष्य
औद्योगिक वन स्थापित करने के लिए किया जा रहा मियावाकी तकनीक का उपयोग
लखनऊ/कानपुर, 20 जुलाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप शनिवार को प्रदेश भर में सभी विभागों ने 'पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ' अभियान में सक्रिय भूमिका निभाई। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने भी अपने औद्योगिक क्षेत्रों में पौधरोपण कर अपनी भूमिका का निर्वहन किया। यूपीसीडा अपनी नवीनतम पहल के माध्यम से औद्योगिक विकास के साथ-साथ पर्यावरणीय स्थिरता के लिए औद्योगिक वन की भी स्थापना कर रहा है। यूपीसीडा ने अपने औद्योगिक क्षेत्रों में 1,80,000 पेड़ लगाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। उल्लेखनीय है कि यूपीसीडा ने 42,000 एकड़ से अधिक में औद्योगिक क्षेत्रों, टाउनशिप्स और औद्योगिक पार्कों को सफलतापूर्वक विकसित किया है, जिसमें 26,000 से अधिक इकाइयां हैं जो लाखों लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार प्रदान कर रही हैं।
मियावाकी तकनीक का किया जा रहा उपयोग
यूपीसीडा औद्योगिक वन स्थापित करने के लिए मियावाकी तकनीक का उपयोग कर रहा है, जो एक जापानी वनरोपण विधि है, जिसे इसकी दक्षता और तेजी से परिणामों के लिए जाना जाता है। इस तकनीक से मियावाकी के जंगल 10 गुना तेजी से बढ़ते हैं और 30 गुना अधिक सघन होते हैं जो पारंपरिक तरीकों की तुलना में 100 गुना अधिक जैव विविधता रखते हैं और 3 वर्ग मीटर जितनी छोटी साइट पर भी बनाए जा सकते हैं। औद्योगिक क्षेत्रों में कई इकाइयां पहले ही मियावाकी तकनीक का उपयोग कर चुकी हैं, जैसे बरेली में बीएल एग्रो इकाई और सूरजपुर में एशियन पेंट्स और केंट आरओ सिस्टम्स। इसी तरह, गाजियाबाद के कविनगर औद्योगिक क्षेत्र में एक हरित पार्क का सक्रिय रूप से रखरखाव किया जा रहा है और मियावाकी तकनीक का उपयोग करके गाजियाबाद में स्वदेशी पॉलीटेक औद्योगिक पार्क में एक विशेष हरित पार्क स्थापित करने की प्रक्रिया जारी है।
औद्योगिक क्षेत्रों को प्रदूषणमुक्त बनाने का प्रयास
यूपीसीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) मयूर माहेश्वरी ने कहा कि हमारा प्रयास है कि हम सभी औद्योगिक क्षेत्रों में सतत विकास के साथ पर्यावरण को प्रदूषणमुक्त बनाए रखें। हम वृक्षारोपण के लिए छोटी से छोटी बंजर भूमि का भी उपयोग कर रहे हैं। हमारी आगामी योजना के माध्यम से नए औद्योगिक मॉडलों के लिए प्रवेश द्वार पर हरे-भरे भूदृश्य भी शामिल होंगे, जिससे धूल को कम किया जा सकेगा, हमारे श्रमिकों और आस-पास के निवासियों के स्वास्थ्य की रक्षा हो सके और यूपीसीडा औद्योगिक क्षेत्रों में 'औद्योगिक वन' (ग्रीन इंडस्ट्रियल फॉरेस्ट) का निर्माण हो सके।
योगी सरकार ने रचा इतिहास, यूपी में एक दिन में 36.51 करोड़ से अधिक पौधे रोपे गये
सीएम योगी ने लखनऊ, प्रयागराज और गोरखपुर में रोपा पौधा
सीतापुर में राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने किया पौधरोपण
प्रदेश के अन्य जनपदों में सरकार के मंत्रियों ने रोपे पौधे
शाम छह बजे तक 36,51,45,477 पौधरोपण कर उत्तर प्रदेश ने रचा कीर्तिमान
36.50 करोड़ के सापेक्ष 1,45,477 अधिक पौधे लगाए गए
सीएम योगी ने ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' पर लिखा, लोककल्याण कारी संकल्प पूर्ण हो गया
राजधानी से लेकर प्रदेश के गांव गांव तक रोपे गये पौधे, वन विभाग के नेतृत्व में सभी विभागों ने मिलकर लगाए वृक्ष
प्रदेश के सभी 75 जिलों और 18 मंडलों में चला वृहद पौधरोपण अभियान
लखनऊ, 20 जुलाई: माफिया के प्रति कठोर और बच्चों के लिए नर्म दिल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर्यावरण संरक्षण को लेकर बेहद संवेदनशील हैं। दुनियाभर में बढ़ते ग्लोबल वार्मिंग के खतरे को कम करने के प्रयास को कम करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीते वर्षों की भांति इस वर्ष भी बड़े पैमाने पर अभियान को शीर्ष प्राथमिकता दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान 'एक पेड़ मां के नाम' के तहत मुख्यमंत्री की मंशा को ध्यान में रखते हुए शनिवार को प्रदेश में व्यापक स्तर पर 'पेड़ बचाओ, पेड़ लगाओ जनअभियान-2024' चलाया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के कुकरैल नदी तट पर पौधरोपण अभियान का आगाज किया गया। मुख्यमंत्री ने इसके अतिरिक्त प्रयागराज और गोरखपुर में भी पौधरोपण किया। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सीतापुर में पौध लगाया। वहीं प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों ने भी अलग अलग जिलों में पौधे रोपित किये। शाम छह बजे तक प्रदेश में 36, 51, 45, 477 पौधे रोपित किये गये, जो सरकार के लक्ष्य 36.50 करोड़ से 1,45,477 से भी अधिक है।
मुख्यमंत्री ने दी सभी को बधाई
'पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ महाभियान 2024' को मिली अप्रत्याशित सफलता के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' पर सभी को बधाई दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा कि नए भारत' के 'नए उत्तर प्रदेश' में आज एक दिन में 36.50 करोड़ से अधिक पौधरोपण का लोक-कल्याणकारी संकल्प पूर्ण हो गया है।
प्रकृति और धरती माता के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करता यह कीर्तिमान आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान 'एक पेड़ मां के नाम' से अपार जन जुड़ाव को प्रदर्शित करता है। वृक्षारोपण महाभियान में सहभागी सभी सम्मानित नागरिकों, जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों और शासन-प्रशासन को हार्दिक बधाई एवं उनका अभिनंदन!
इन मंत्रियों ने यहां किया पौधरोपण
शनिवार को पौधरोपण कार्यक्रम में योगी सरकार के मंत्री अलग-अलग जनपदों में शामिल हुए। राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल सीतापुर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ, प्रयागराज और गोरखपुर में पौधरोपण किया। कैबिनेट मंत्री एके शर्मा ने मऊ व आजमगढ़, धर्मपाल सिंह ने बरेली व बदायूं, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही अयोध्या, वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना लखनऊ, आशीष पटेल सुल्तानपुर, राकेश सचान हमीरपुर व फतेहपुर, योगेंद्र उपाध्याय इटावा व फर्रुखाबाद, कपिल देव अग्रवाल कानपुर नगर, नरेंद्र कश्यप गाजियाबाद और बुलंदशहर, रजनी तिवारी ने झांसी में पौधरोपण किया।
प्लांटेशन मॉनिटरिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर पर मिला रियल टाइम अपडेट
शनिवार को हुए 'पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ जन अभियान 2024' के अंतर्गत वन भूमि, रक्षा, रेलवे की भूमि, ग्राम पंचायत एवं सामुदायिक भूमि, एक्सप्रेस वे, सड़क, नहर, रेल पटरी के किनारे, विकास प्रधिकरण, औद्योगिक परिसर, चिकित्सा संस्थान, शिक्षण संस्थान की भूमि, अन्य राजकीय भूमि, कृषकों की निजी भूमि, नागरिकों द्वारा निजी परिसर में बड़े स्तर पर पौधरोपण किया गया है। सबसे अहम बात ये कि अभियान को पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने के लिए वन विभाग की तरफ से एण्ड्रायड आधारित प्लांटेशन मॉनिटरिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर पर रीयल टाइम अपडेट मिला। मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश था कि पिछली सरकारों की तरह पौधरोपण अभियान केवल कागजी खानापूर्ति तक सीमित ना रहे, बल्कि इसको लेकर पूरी पारदर्शिता और पौधों की प्रभावी मॉनीटरिंग की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। यही कारण रहा कि इस साल भी पौधों की जियो टैगिंग की मुकम्मल व्यवस्था की गई है। साथ ही वन विभाग ने भी टेक्नोलॉजी का भरपूर उपयोग किया है।
ग्राम्य विकास ने सर्वाधिक 13.54 करोड़ पौध लगवाए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी को हरा-भरा करने में सबने मिलकर की पहल
जनपदों में सोनभद्र ने मारी बाजी, लगाए गए 1.53 करोड़ पौधे
शीशम और सागौन के 4.33-4.33 करोड़ से अधिक पौधे लगे
लखनऊ, 20 जुलाई: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी को हरा-भरा करने में सबने मिलकर पहल की। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लखनऊ, प्रयागराज और गोरखपुर में पौधरोपण किया। वहीं इस प्रयास में सर्वाधिक योगदान ग्राम्य विकास विभाग ने दिया। विभाग की तरफ से 13 करोड़ 54 लाख पौधे लगाए गए। वहीं जनपदों में सोनभद्र ने बाजी मारी। यहां 1 करोड़ 53 लाख पौधे लगाए गए। सर्वाधिक पौधा शीशम का लगा। यूपी में शीशम 4 करोड़ 33 लाख 38 हजार से अधिक पौधे लगाए गए।
सर्वाधिक पौध शीशम के लगाए गए
36.51 करोड़ से अधिक पौधरोपण में शीशम के सर्वाधिक 4 करोड़ 33 लाख 38723 पौधे लगे। सागौन के 4 करोड़ 33 लाख,सात हजार 858 पौधे लगे। जामुन के 2 करोड़ 19 लाख 10,650 पौधरोपण हुए। अर्जुन के 1 करोड़ 67 लाख, 73913 और आंवला के 95 लाख, 32 हजार 275 पौधे लगाए गए।
सोनभद्र ने मारी बाजी, 1.53 करोड़ पौधे लगे
सर्वाधिक पौधरोपण सोनभद्र जनपद में हुआ। यहां 1 करोड़ 53 लाख पौधे लगे। झांसी में 97 लाख, लखीमपुर खीरी में 95 लाख, जालौन में 94 लाख और मीरजापुर में 93 लाख से अधिक पौधरोपण एक दिन के भीतर किया गया।
ग्राम्य विकास विभाग पौधरोपण में शीर्ष पर
विभागों को मिले लक्ष्य के साथ ही ग्राम्य विकास विभाग शीर्ष पर रहा। विभाग की तरफ से 13 करोड़ 54 लाख पौधे लगाए गए। वन, वन्यजीव विभाग ने 12.64 करोड़ पौधे लगाकर उत्तर प्रदेश की हरियाली बढ़ाने में विशेष भूमिका निभाई। 2.89 करोड़ पौधे लगाकर कृषि विभाग तीसरे स्थान पर रहा। उद्यान विभाग 1 करोड़ 61 लाख और पंचायती राज विभाग की तरफ से 1करोड़ 18 लाख पौधा लगाया गया।
ग्लोबल वार्मिंग की चेतावनी का संज्ञान लेकर बना रहे धरती माता को हरा-भरा : मुख्यमंत्री
पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ जन अभियान-2024 के तहत गोरखपुर चिड़ियाघर में सीएम योगी ने किया पौधरोपण
व्यापक जनसहभागिता से हासिल हुआ एक दिन में 36.50 करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य
वैश्विक संस्थाएं भी दे रही हैं यूपी में पौधरोपण को मान्यता
कार्बन क्रेडिट के लिए यूपी के किसानों को 200 करोड़ रुपये का अनुदान
गोरखपुर, 20 जुलाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कभी अत्यधिक गर्मी तो कभी अतिवृष्टि और कभी असमय बाढ़ भविष्य के प्रति आगाह करने वाली तथा ग्लोबल वार्मिंग की चेतावनी है। इस चेतावनी का संज्ञान लेकर हम धरती माता को फिर से हरा-भरा बनाने के संकल्प को पूरा करने में जुटे हैं। इस संकल्प की कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर सरकार ने व्यापक जनसहभागिता से उत्तर प्रदेश एक दिन में 36.50 करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य हासिल कर नया कीर्तिमान रच दिया है। मुख्यमंत्री ने इस नए रिकॉर्ड के लिए सभी प्रदेशवासियों को बधाई दी है।
सीएम योगी शनिवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ को समर्पित ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ वृक्षारोपण जन अभियान-2024’ के अंतर्गत शनिवार शाम शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान (गोरखपुर चिड़ियाघर) में पारिजात पौध का रोपण करने के बाद यहां आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने पर्यावरण में आ रहे परिवर्तन की चर्चा करते हुए कहा कि इस वर्ष की गर्मी लोगों को लंबे समय तक याद रहेगी। अमूमन गोरखपुर और आसपास के जिलों में 42-43 डिग्री तापमान रहता था लेकिन इस वर्ष तापमान 46-47 डिग्री तक पहुंच गया। अत्यधिक गर्मी, भीषण लू, अतिवृष्टि, असमय बाढ़, कभी सूखा पड़ जाना, ये सभी ग्लोबल वार्मिंग की तरफ ध्यान आकृष्ट करते हैं। गत वर्ष अक्टूबर में बाढ़ आई जबकि पहले अधिकतम 15 सितंबर तक बाढ़ आती थी।
प्रकृति कर रही आगाह, समय रहते करना होगा सुधार
सीएम योगी ने कहा कि कभी जुलाई के प्रथम सप्ताह में बाढ़ नहीं आती थी। पर, इस वर्ष जुलाई के प्रथम सप्ताह में बाढ़ आई और इससे प्रदेश के 24 जिले प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि मौसम में यह बदलाव भविष्य के प्रति आगाह करने वाला है। हमें समय रहते सुधार करना होगा अन्यथा प्रकृति अपने हिसाब से सुधार करेगी। प्रकृति की इस चेतावनी का संज्ञान लेकर आज पूरे प्रदेश में जनता जनार्दन की सहभागिता से रिकॉर्ड पौधरोपण किया गया है। पीएम मोदी के आह्वन पर एक पेड़ मां के नाम का अनुसरण करते हुए प्रदेश में हर व्यक्ति, संस्था, विभाग इस पवित्र कार्य से जुड़े हैं। राज्य में एक व्यक्ति की तरफ से मां के नाम तीन-तीन पेड़ लगाए गए हैं। हर तरफ एक ही आह्वान नजर आया, पेड़ लगाना है, पेड़ बचाना है और पर्यावरण को बचाना है।
सात वर्ष में 168 करोड़ पौधरोपण का कीर्तिमान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत सात वर्ष में प्रदेश में 168 करोड़ पौधरोपण कर कीर्तिमान रचा गया है। इनमें से 75-80 प्रतिशत पेड़ सुरक्षित भी हैं। कहीं नक्षत्र वाटिका बनाई गई है तो कहीं नवग्रह वाटिका और हरिशंकरी वाटिका। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पौधों की कमी नहीं है। वन व उद्यान विभाग तथा निजी नर्सरियों के पास 50 करोड़ पौधे थे। इनमें से 36.50 करोड़ का इस्तेमाल आज के अभियान में हुआ है और शेष पौधों का भी क्रमिक रोपण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब वैश्विक संस्थाएं भी उत्तर प्रदेश में पौधरोपण को मान्यता दे रही हैं। उन्होंने कहा कि कार्बन उत्सर्जन से पर्यावरण को क्षति हो रही है। उसके बचाव के लिए किसानों ने पेड़ लगाने के साथ ही कार्बन क्रेडिट अभियान के साथ अपना पंजीकरण कराया। सरकार के प्रयास से उत्तर प्रदेश के 25 हजार किसानों को कार्बन क्रेडिट के लिए 200 करोड़ का अनुदान प्राप्त हो रहा है।
इको टूरिज्म स्पॉट बनेगी कुकरैल नदी
सीएम योगी ने कहा कि 50 साल पहले लखनऊ में कुकरैल नदी का गोमती नदी में संगम होता था। 50 सालों में इसे पाटकर भूमाफियाओं ने कब्जा कर लिया। वहां बांग्लादेशी और रोहिंग्या तक बस गए। कुकरैल नदी को उसका स्वरूप देने के लिए सरकार को बड़े पैमाने पर अभियान चलाना पड़ा। सुप्रीम कोर्ट तक जाना पड़ा। अब कुकरैल नदी को इको टूरिज्म के स्पॉट के रूप में निखारा जा रहा है। वहां भगवान श्रीराम के छोटे भाई लक्ष्मण जी के नाम पर सौमित्र वन बसाया जा रहा है।
गलत को प्रश्रय नहीं देना है
सीएम योगी ने गोरखपुर के गोड़धोइया नाला परियोजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे जलनिकासी की समस्या का समाधान होगा। नालों से अतिक्रमण हटेगा तभी शहरों में जलभराव को दूर किया जा सकेगा। उन्होंने आमजन से अपील की कि कभी भी गलत को प्रश्रय नहीं देना है।
चिड़ियाघर में होगा वन्यजीवों के अनुकूल पर्यावरण
सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर के चिड़ियाघर को काकोरी कांड के नायकों में शामिल शहीद अशफाक उल्ला खान के नाम पर नामकृत किया गया है। यह चिड़ियाघर मनोरंजन और ज्ञानवर्धन का माध्यम है। यहां पौधरोपण कर चिड़ियाघर के पर्यावरण को वन्यजीवों के अनुकूल किया जा रहा है।
जीव, जीवन और पर्यावरण की रक्षा के लिए सीएम योगी सदैव प्रयत्नशील : रविकिशन
पौधरोपण कार्यक्रम में सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि सीएम योगी हमेशा जीव, जीवन और पर्यावरण की रक्षा के लिए प्रयत्नशील रहते हैं। पर्यावरण और धरा को सुरक्षित करने के लिए उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश हर वर्ष पौधरोपण का नया कीर्तिमान बना रहा है। स्वागत संबोधन मुख्य वन संरक्षक भीमसेन ने किया। इस अवसर पर विधायक विपिन सिंह, श्रीराम चौहान, राजेश त्रिपाठी, महेंद्रपाल सिंह, प्रदीप शुक्ल, एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत मे मुख्य वन संरक्षक तथा प्रभागीय वन अधिकारी एवं चिड़ियाघर के निदेशक विकास यादव ने मुख्यमंत्री एवं जनप्रतिनिधियों को पौधे भेंट किए।
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