प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना के बढ़ते मामलों पर हाई लेविल मीटिंग की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में 2020 के मुकाबले कोरोना संक्रमण 2021 में ज्यादा तेजी से फैल रहा है। कोरोना से बाहर निकलने के लिए टेस्टिंग सबसे जरुरी है। जितनी ज्यादा टेस्टिंग होगी उतनी ही तेजी से सुरक्षा के उपाय किए जा सकेंगें और संक्रमण को फैलने से रोका जा सकेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार लोग बेहद लापरवाह हुए हैं। जो चिंता का विषय है। महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब, मध्यप्रदेश और गुजरात समेत कई राज्य फर्स्ट वेव की पीक को भी क्रॉस कर चुके हैं। कुछ और राज्य भी इस ओर बढ़ रहे हैं। हम सबके लिए ये चिंता का विषय है।
संपूर्ण लॉकडाउन अभी नहीं
पीएम ने कहा कि अभी लॉकडाउन की जरुरत नहीं है। मीटिंग के दौरान पीएम मोदी ने कोरोना के बचाव के लिए भी सुझाव मांगे हैं। उन्होंने कहा कि एक बार फिर चुनौतीपूर्ण स्थिति बन रही है। पीएम ने कहा कि कुछ राज्यों में चुनौती बढ़ रही है। हमें गवर्नेंस पर बल देना होगा। पीएम ने कहा कि देश फर्स्ट वेव की पीक को क्रॉस कर चुका है और इस बार का संक्रमण पहले से ज्यादा है। उन्होंने कहा कि फिर से युद्ध स्तर पर काम करना होगा। पीएम ने कहा कि जन भागीदारी के साथ साथ हमारे डॉक्टर्स स्थित को संभालने में आज भी लगे हुए हैं।
नाइट कर्फ्यू नहीं कोरोना कर्फ्यू
पीएम ने कहा कि दुनिया भर में रात्रि कर्फ्यू को स्वीकार किया है। नाइट कर्फ्यू की जगह कोरोना कर्फ्यू का शब्द इस्तेमाल करें, इससे सजगता बनी रहती है। वहीं उन्होंने कहा कि कोरोना से रोकथाम के लिए माइक्रो कन्टेनमेंट ज़ोन पर फोकस जरुरी है। पीएम ने कहा कि इस बार हमारे पास कोरोना से लड़ने के लिए सभी उपाय मौजूद हैं। अब तो वैक्सीन भी है। पीएम ने नाराजगी जताते हुए कहा कि पहले के मुकाबले लोग इस बार काफी केयरलेस हो रहे हैं।
'टीका उत्सव' 11 से 14 अप्रैल के बीच
पीएम मोदी ने कहा कि 11 अप्रैल ज्योतिबा फुले जी की जन्मजयंति है और 14 अप्रैल बाबा साहेब की जन्म जयंति है। इस बीच हम सभी को ‘टीका उत्सव’ मनाया जाए। मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि हमारे पास पहले के मुताबिक कोरोना से निपटने के लिए अच्छे संसाधन है। अब हमारे पास वैक्सीन भी है। अब हमारा बल माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने पर होना चाहिए।
कोरोना की टेस्टिंग पर देना होगा जोर: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि पहले हमने बिना वैक्सीन के जीत हासिल की थी। हमें टेस्टिंग पर बल देना होगा। वैक्सीन लेने के बाद भी हमें मास्क और शारीरिक दूरी का पालन करना होगा। इस संकट को भी हम पार करके निकल जाएंगे। पीएम मोदी ने कहा कि अधिकतर राज्यों में प्रशासन ही सुस्त नजर आ रहा है। ऐसे में कोविड के मामलों में अचानक बढ़ोतरी ने मुश्किलें ज्यादा पैदा की हैं।
और क्या कहा पीएम ने
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वैक्सीन से ज्यादा टेस्टिंग पर जोर दिया जाना चाहिए। हम टेस्टिंग भूलकर वैक्सीन पर चले गए हैं। हमने लड़ाई सिर्फ टेस्टिंग से जीती थी, तब वैक्सीन नहीं थी। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना ऐसी चीज है जिसे जबतक आप बाहर से लेकर नहीं आएंगे, तबतक वह नहीं आएगा। इसलिए टेस्टिंग और ट्रेसिंग बढ़ाने की जरूरत है।
पीएम मोदी ने कहा कि स्वैब का सैंपल लेने में सावधानी बरतनी चाहिए। मुंह और नाक में अंदर से सैंपल लिया जाना चाहिए। सैंपलिंग सही से होनी चाहिए। आरटीपीसीआर टेस्ट को बढ़ाने की जरूरत है। हमारा टारगेट कुल टेस्ट का 70 प्रतिशत आरटीपीसीआर पर होना चाहिए।
जहां तक ट्रैकिंग का प्रश्न है, प्रशासनिक स्तर पर हर कॉन्टैक्ट को ट्रेस करना बहुत जरूरी है। हमें हर संक्रमित के 30 कॉन्टैक्ट ट्रेस करने चाहिए। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोरोना के खिलाफ जंग में सुस्ती नहीं आने देना है। जिन राज्यों में चुस्ती से कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग हो रही है, वहां अच्छी सफलता मिल रही है।
मौत के मामले में काफी जांच की जरूरत है। किस स्टेज में बीमारी का पता चला, मरीज को कौन-कौन सी बीमारियां थीं जैसी जानकारियां इकट्ठा करनी चाहिए।
ऑक्सीजन, वेंटिलेटर की उपलब्धता की लगातार समीक्षा की जरूरत है।
हम एक दिन में 40 लाख वैक्सीनेशन के आंकड़े को पार कर चुके हैं। दुनिया भर के समृद्ध से समृद्ध देश भी वैक्सीनेशन के लिए जो मापदंड तय किए हैं, भारत उससे अलग नहीं है। इसीलिए हमें प्राथमिकता समूह बनाकर ही वैक्सीनेशन करना होगा। वैक्सीन की बर्बादी को रोकना ही होगा।
हमारा आप सभी से आग्रह है कि 45 साल से ऊपर के सभी लोगों के शत प्रतिशत टीकाकरण का प्रयास कीजिए।
मैं देश के युवाओं से भी आग्रह करूंगा कि वे आस-पास के 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगवाने का प्रयास करें। अगर मेरे देश का नौजवान नेतृत्व करेगा तो जरूर कामयाबी मिलेगी।
शहरों में एक बहुत बड़ा वर्ग है जो गरीब है, झुग्गी-झोपड़ी में रहता है। युवाओं और वॉलंटियर्स को इन लोगों को टीका लगवाने की कोशिश करनी चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि वैक्सीन लगवाने के बाद भी तनिक भी लापरवाही न हो। मास्क लगाने समेत सभी सावधानियों की पहले से भी ज्यादा जरूरत है।
पीएम मोदी ने कहा कि ज्यादातर केस एसिम्प्टोमैटिक हैं, इसलिए यह परिवारों में चुपके से फैल जा रहा है।
मुझे इस कठिन समय में नेतृत्व का मौका मिला है। जिन्हें राजनीति करनी हो करें, कर भी रहे हैं। लेकिन हमें पूरा विश्वास है कि हम इस जंग को जीतेंगे।
जैसे हमने पिछली बार कोरोना को नियंत्रित किया था, वैसे ही इस बार भी कर लेंगे। फोकस टेस्टिंग पर होनी चाहिए। वैक्सीनेशन की प्रक्रिया लंबे वक्त के लिए है।
देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के नए मामले
गौरतलब है कि देश में कोरोना महामारी की एक और लहर देखी जा रही है। देश में पिछले कुछ ही दिनों में कोरोना के नए मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखी गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार सुबह जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटों में देश भर में कोविड-19 के कुल 1,26,789 नए मामले सामने आए और 685 संक्रमितों की मौत हो गई। इसके बाद अब तक देश में संक्रमितों का कुल आंकड़ा 1,29,28,574 हो गया और कोरोना संक्रमण के कारण मरने वालों की संख्या 1,66,862 हो गई है। वहीं अब तक देश में स्वस्थ हुए संक्रमितों का आंकड़ा 1,18,51,393 है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के अनुसार, बुधवार तक भारत में कोरोना वायरस के लिए कुल 25,26,77,379 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 12,37,781 सैंपल केवल कल टेस्ट किए गए।
टीम स्टेट टुडे
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