अयोध्या में बन रहे भव्य राममंदिर को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेहद गंभीर है। सिर्फ मंदिर ही नहीं संपूर्ण अयोध्या के समग्र विकास को लेकर उनकी दृष्टि बेहद स्पष्ट है। इसी क्रम में पीएम मोदी ने समीक्षा बैठक की।
इस बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ साथ अयोध्या के विकास कार्यों से जुड़े सभी अधिकारी मौजूद रहे।
इस बैठक में अयोध्या के नए मास्टर प्लान पर भी चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या के विकास कार्यों में जनता की भागीदारी पर जोर दिया और अयोध्या में अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण में युवा शक्ति को शामिल करने पर जोर दिया है।
अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नजर से देखें तो वो अयोध्या को एक ऐसा शहर बनाना चाहते हैं जहां प्राचीनता और आधुनिकता का जीवंत मिश्रण हों।
पीएम ने अयोध्या को हर भारतीय की सांस्कृतिक चेतना में उकेरा हुआ शहर बताया। उन्होंने कहा कि बेहतरीन परंपराओं और सर्वोत्तम विकास परिवर्तनों को प्रकट करना चाहिए। इसके मानव लोकाचार को भविष्य के बुनियादी ढांचे से मेल खाना चाहिए। अयोध्या की पहचान का जश्न मनाने और अभिनव तरीकों से इसकी सांस्कृतिक जीवंतता को जीवित रखने का हमारा सामूहिक प्रयास है।
राम के जीवन से सीख
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिस तरह भगवान राम में लोगों को एक साथ लाने की क्षमता थी, अयोध्या के विकास कार्यों को स्वस्थ जन भागीदारी की भावना से निर्देशित किया जाना चाहिए। उन्होंने इस विकास में प्रतिभाशाली युवाओं के कौशल का लाभ उठाने का आह्वान किया।
कौन कौन शामिल हुआ बैठक में
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ साथ प्रधानमंत्री के साथ अयोध्या समीक्षा बैठक में दोनों उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य और दिनेश शर्मा, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी, सिंचाई मंत्री महेंद्र सिंह, अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह, चीफ सेक्रेटरी के अलावा प्रमुख सचिव पर्यटन,अपर मुख्य सचिव नगर विकास समेत अन्य विभागों के प्रमुख सचिव भी इस बैठक में मौजूद रहे।
क्या कहा राम मंदिर के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने
अयोध्या में विकास कार्यों की समीक्षा के लिए पीएम मोदी की बैठक पर अस्थायी राम मंदिर के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा है कि यह अच्छी बात है। जब तक उत्तर प्रदेश के पीएम और सीएम इसके साथ नहीं जुड़ेंगे, तब तक विकास कार्य धरातल पर नहीं दिखेंगे।
बीते दिनों श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने अयोध्या का दौरा किया था। उन्होंने अयोध्या के विकास कार्यों और मंदिर निर्माण की प्रगति को लेकर एक रिपोर्ट तैयार की थी। ये रिपोर्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास भी पहुंची है।
अब तक यूपी कैबिनेट ने जो अयोध्या को दिया
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कैबिनेट की बैठक में कुल आठ प्रस्तावों पर मुहर लगी थी, जिसमें अयोध्या में 400 करोड़ की लागत से बस स्टैंड के निर्माण कार्य को मंजूरी मिली थी। अयोध्या में पीपीपी मोड पर 400 करोड़ की लागत से बस स्टैंड का निर्माण कराया जाएगा। इंटर स्टेट टर्मिनल इस बस स्टैंड पर आने वाले लोगों को जाम से बचाने के लिए एक करीब डेढ़ किलोमीटर का फ्लाईओवर भी बनेगा। अयोध्या में सुल्तानपुर मार्ग नए एयरपोर्ट को जोड़ता है। इस पर ट्रैफिक जाम से बचने के लिए यहां फोर लेन फ्लाईओवर को भी मंजूरी मिली है।
टीम स्टेट टुडे
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