उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की तरफ से 22-23 दिसंबर 2018 को ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी और समाज कल्याण पर्यवेक्षक की कुल 1953 पदों के लिए लिखित परीक्षाएं हुईं थी। करीब 14 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इन भर्तियों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। एसआईटी सभी मामलों की जांच कर रही है। इस बीच आयोग ने भर्तियां ही रद्द कर दी हैं।
आयोग की तरफ से भर्तियां रद्द होने के बाद तमाम परीक्षार्थियों का भविष्य अधर में लटक गया है। तीन साल पहले दी गई परीक्षा के नतीजों का बेसब्री से इंतजार कर रहे युवाओं के सामने एक बार फिर असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने ट्विटर एकाउंट पर यूपी सरकार और सीएम योगी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि वीडीओ 2018 की परीक्षा देकर युवाओं ने 2021 तक नियुक्ति का इंतजार किया। तारीख पर तारीख आती रही। लेकिन नतीजा नहीं निकला। कल भर्ती निरस्त हो गई। इन युवा आंखो अंधेरा छा गया। सीएम साहब के प्रचार में ही बहार है मगर यूपी का युवा नौकरी से बाहर है।
टीम स्टेट टुडे
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