प्रयागराज, 04 जनवरी 2023 : माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन बहुजन समाज पार्टी का दामन थामने जा रही हैं। इसके लिए बसपा ने गुरुवार को सरदार पटेल संस्थान में आनन-फानन में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया है। इसी में शाइस्ता अपने बेटों के साथ बसपा की सदस्यता ग्रहण करेंगी। इसके बाद उनके महापौर का चुनाव लड़ने की कयासबाजी चल रही है, क्योंकि शाइस्ता पहले भी इस ओर इशारा कर चुकी हैं।
अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन के बसपा में शामिल होने को प्रदेश की राजनीति में महत्वपूर्ण घटनाक्रम माना जा रहा है। मायावती और अतीक अहमद दो विपरीत ध्रुव की तरह देखे जाते थे। अतीक जून 1995 में लखनऊ में हुए गेस्ट हाउस कांड के आरोपियों में शामिल हैं। इसके चलते अतीक हमेशा मायावती के निशाने पर रहे हैं।
अतीक पर कार्रवाई कर चुकी हैं मायावती
मायावती ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में अतीक का कार्यालय गिरवाने के साथ उनकी संपत्तियां जब्त करवा कर जेल भेजा था। यही नहीं, बसपा विधायक राजू पाल की हत्या होने पर अतीक के भाई अशरफ के खिलाफ मायावती ने कड़ी कार्रवाई की थी। अब शाइस्ता के बसपा में शामिल करने के निर्णय पर तरह-तरह की कयासबाजी चल रही है।
औवैसी से नाता तोड़ा
शाइस्ता मौजूदा समय असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम की सदस्य हैं। उससे नाता तोड़कर का बसपा का दामन थामने का निर्णय लिया है। पहले इसे गोपनीय रखा गया था, लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चा होने लगी तो बसपा के पदाधिकारियों ने उनके पार्टी में शामिल होने पर हामी भर दी।
नया पैंतरा खेलने की तैयारी में बसपा
बसपा जिलाध्यक्ष टीएन जैसल का कहना है कि गुरुवार को आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में शाइस्ता परवीन पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगी। इसको लेकर सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। दरअसल, बसपा दलित-मुस्लिम गठजोड़ के साथ राजनीति में नया पैंतरा खेलने की तैयारी में है। शाइस्ता को प्रयागराज में नए मुस्लिम चेहरे के तौर पर जनता के बीच लाने की रणनीति अपनाई जा रही है।
मायावती से हो चुकी है मुलाकात
बसपा के सूत्र बताते हैं कि पार्टी की मुखिया मायावती से शाइस्ता की लखनऊ में मुलाकात हो चुकी है। इसमें सारे गिले-शिकवे दूर हो गए हैं। बसपा मुखिया के निर्देश पर ही उन्हें पार्टी में शामिल कराया जा रहा है। मायावती तक पहुंचाने और मुलाकात कराने की जिम्मेदारी जोन प्रभारी की होती है। वर्तमान में प्रयागराज जोन प्रभारी पूर्व राज्य सभा सदस्य घनश्याम चन्द्र खरवार हैं। इनके साथ शाइस्ता को मायावती से कुछ दिनों पहले मिलाया जा चुका है।
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