भारत एक कृषि प्रधान देश है । अर्थात् कृषि भारत की ताक़त है । कृषि का मुख्य आधार भारत की सुजलाम सुफ़लाम मलयज शीतलाम उर्वरा भूमि है । जैव विविधता, देसी नस्ल का पशुधन, वर्षा एवं प्रचुर मात्रा के कृषि जलवायु क्षेत्र इसकी उर्वरता के संरक्षक और पोषक हैं ।
पिछले कुछ समय से देश की कृषि भूमि तेज़ी से बंजरीकरण की तरफ़ चली गई है । भूमि की उर्वरता घटी है तथा भूजल का ह्रास हुआ है । आँकड़े बताते हैं कि देश के कुल क्षेत्रफल की 30 प्रतिशत तथा कृषि भूमि का 60 प्रतिशत भूमि जोकि 9.6 करोड़ हेक्टेयर है, वह बंजरीकरण की तरफ़ चली गई है । देश की 95 प्रतिशत कृषि भूमि फ़सल के लिए उपयोगी तत्व नाईट्रोजन की कमी, 90 प्रतिशत भूमि फ़ासफोरस की कमी एवं 55 प्रतिशत भूमि पोटाश की कमी से ग्रस्त हो गई है, फ़सलों की पौष्टिकता में कमी आई है । 284 ज़िलों में भूजल डार्क ज़ोन में चला गया तथा देसी नस्ल के अधिकांश पशुधन समाप्त हो गए हैं ।
इन सबके फलस्वरूप किसान की लागत बढ़ी, सरकारों पर खाद सब्सिडी का बोझ बढ़ा तथा जनता में बीमारियाँ तथा बीमारियों पर खर्च बढ़ा है । वर्ष 2019 में सरकार नें खाद कम्पनियों को 80 हज़ार करोड़ ₹ से अधिक की सब्सिडी प्रदान करी ।
जन स्वास्थ्य की स्थिति तो ऐसी हो गई है कि देश का लगभग प्रत्येक व्यक्ति शुगर, ब्लड प्रेशर, केन्सर, किडनी, जल जनित रोग से पीड़ित किसी न किसी व्यक्ति को ज़रूर जानता है ।
इन सब बातों के अलोक में स्वदेशी जागरण मंच सहित देश के 30 व्यापक जनाधार वाले संगठनों नें देश व्यापी भूमि सुपोषण अभियान चलाने का निर्णय लिया है ।
इसमें किसानों को जैविक खेती की तरफ़ प्रेरित करना, पशुधन को कृषि में पुनर्स्थापित करना, गाँवों में कृषि प्रसंस्करण उद्योगों का नेटवर्क खड़ा करना, किसानों को बाज़ार की भावी चुनौतियों और अवसरों से अवगत करवाना तथा उन्हें साझा खेती व अन्य योजनाओं से जुड़कर लाभ वाली खेती की तरफ़ प्रेरित करना आदि मुख्य उद्देश्य रहेंगे ।
इस अभियान में व्यापक रूप से जन जागरण एवं जन सम्पर्क किया जाएगा । दिनांक 13 अप्रेल (भूमि उद्भव दिवस) को सभी संगठन लाखों गाँवों में भूमि पूजन दिवस मना कर इसका प्रारम्भ करेंगे । उसके बाद 24 जुलाई तक अपनी सुविधा और प्रांत की परिस्थिति के अनुसार सभी संगठन 21 दिन का अभियान अपने स्तर पर देश भर में चलाएँगे ।
भारत की भूमि को बंजर होने से बचाने, भूजल, जैव विविधता, देसी नस्ल के पशुधन, जन स्वास्थ्य को बचाने के लिए स्वदेशी जागरण मंच देश की जनता से इस अभियान में जुड़ने का आह्वान करता है। स्वदेशी जागरण मंच के भूमि सुपोषण अभियान के प्रमुख दीपक शर्मा होंगे।
टीम स्टेट टुडे
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